लॉग इन

National Cancer Awareness Day : कैंसर से बचने का पहला कदम है उसके बारे में जानना, यहां हैं कुछ जरूरी फैक्ट्स

लैंसेट की रिपोर्ट के अनुसार, भारत में हृदय रोग के बाद मृत्यु का सबसे बड़ा कारण कैंसर है। जिनमें से तंबाकू का उपयोग 14 प्रकार के कैंसर का जोखिम कारक है।
कैंसर के पीछे का कारण हो सकते हैं कुछ वायरस। चित्र : शटरस्टॉक
ऐप खोलें

डबल्यूएचओ (WHO) के अनुसार हर साल भारत में कैंसर के करीब 1.1 मिलियन नए मामले देखने को मिलते हैं। यह आंकड़ा डरा देने वाला, लेकिन हम कैंसर से बचने के लिए सिर्फ एक ही चीज़ कर सकते हैं और वो अपने स्वास्थ्य का खास ख्याल रखना और कैंसर होने पर सही समय पर ट्रीटमेंट लेना। कैंसर से बचने के लिए सही समय पर सही कदम उठाने और हेल्दी लाइफस्टाइल को बनाए रखने के महत्व को समझाने के लिए हर साल नवंबर 7 को कैंसर अवेयरनेस डे (Cancer Awareness Day 2022) के रूप में मनाया जाता है।

राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस पहली बार सितंबर 2014 में पूर्व भारतीय केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री डॉ हर्षवर्धन द्वारा घोषित किया गया था।

क्या है कैंसर अवेयरनेस डे का महत्व

देश में कैंसर के उपचार की सुविधा प्रदान करने के लिए 1975 में राष्ट्रीय कैंसर नियंत्रण कार्यक्रम शुरू किया गया था। कैंसर के दो-तिहाई मामलों का पता लास्ट स्टेज में जाकर लगता है, जिसकी वजह से रोगियों के बचने की संभावना कम हो जाती है। कैंसर की रोकथाम और डायग्नोज को बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम शुरू किए गए हैं।

राष्ट्रीय कैंसर जागरूकता दिवस 7 नवंबर को नोबल -पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक मैडम क्यूरी की जयंती के अवसर पर मनाया जाता है। 1867 में पोलैंड के वारसॉ में जन्मी मैरी क्यूरी को रेडियम और पोलोनियम की खोज और कैंसर के खिलाफ लड़ाई में बहुत मददगार साबित हुई है। उन्ही के काम से कैंसर के इलाज के लिए न्यूक्लियर एनर्जी और रेडियोथेरेपी का विकार हुआ है।

हैरान कर देने वाले हैं कैंसर के आंकड़े

भारत में सालाना लगभग 1.1 मिलियन नए मामले सामने आ रहे हैं। ऐसा अनुमान है कि भारत में हर 8 मिनट में एक महिला सर्वाइकल कैंसर से अपनी जान गवां बैठती है। 2018 में पुरुषों और महिलाओं में तंबाकू के उपयोग से 3,17,928 मौतें हुईं। ओरल और लंग्स के कैंसर से पुरुषों में कैंसर से होने वाली मौतों में 25% से अधिक हैं। साथ ही, महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर से होने वाली मौतों का आंकड़ा भी 25% है।

सर्वाइकल कैंंसर हो सकता हैं असमय हैवी पीरियड का कारण। चित्र: शटरस्‍टॉक

ऐसे में आप कैसे वर्ल्ड कैंसर अवेयरनेस डे पर अपना योगदान दे सकती हैं

अपनी स्क्रीनिंग करवाएं

भले ही आपकी उम्र कितनी भी हो, लेकिन साल में एक बार कैंसर का टेस्ट ज़रूर कराएं। कैंसर का जल्द पता लगाना आने वाले खतरे हो रोक सकता है।

सही खानपान

सही और संतुलित खानपान आपको हेल्दी लाइफस्टाइल जीने में मदद कर सकता है। इतना ही नहीं, यह आपको छूट – दुरुस्त भ रखेगा। इससे आपका पेट भी साफ रहेगा और मन भी भरा रहगा।

एक्सरसाइज़ करें

हर किसी के लिए एक्सरसाइज़ करना बहुत ज़रूरी है, फिर चाहे वो बच्चा हो या वयस्क्त। इसलिए खुद को शारीरिक तौर पर एक्टिव रखें और हर दिन एक्सरसाइज़ को कम से कम आधा घंटा दें। यह आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत ज़रूरी है।

यह भी पढ़ें : Stomach Cancer Awareness Month: खट्टी डकार और ब्लोटिंग हो सकते हैं पेट के कैंसर के संकेत, हरगिज न करें नजरअंदाज

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें
ऐश्‍वर्या कुलश्रेष्‍ठ

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

अगला लेख