हां ये सच है! महिलाओं को पुरुषों से ज्यादा लगती है ठंड, जानिए इसका वैज्ञानिक कारण
क्या आपके साथ ऐसा हुआ है कि जिस तापमान पर आपको ठंड लग रही हो आपके पति को वह नॉर्मल लगे, या आप अधिक गर्म पानी से नहाती हों, जबकि आपके पार्टनर पानी बहुत गर्म होने की शिकायत करते हों। इस तरह की समस्या महिलाओं को अक्सर होती है क्योंकि लेडीज हमें पुरुषों की तुलना में ज्यादा ठंड लगती है।
वास्तविकता यह है कि दोनों को समान तापमान पर ठंड नहीं लगती। महिलाओं के हाथ पैर जल्दी ठंडे होने लगते हैं। क्योंकि महिलाएं पुरुषों के मुकाबले जल्दी ठंडा महसूस करने लगती हैं।
साइंस डायरेक्ट जर्नल के अनुसार महिलाओं को 70 डिग्री फारेनहाइट पर ठंड लगने लगती है जबकि पुरुषों के लिए ये तापमान 67 या 66 डिग्री होता है। महिलाओं का ठंड के प्रति टॉलरेंस कम होता है और पुरुषों का लगभग 3 से 4 डिग्री अधिक होता है।
क्या है अधिक ठंड लगने का वैज्ञानिक कारण?
ठंड लगने का अर्थ है जब वातावरण का तापमान इतना कम हो जाये कि शरीर के तापमान को बनाये रखने के लिए हमें अधिक ऊर्जा खर्च करनी पड़े। ऊर्जा मेटाबॉलिज्म के माध्यम से बनती है और शरीर के तापमान को स्थिर रखती है।
सर्दियों में शरीर को गर्म रखने के लिए अधिक ऊर्जा की आवश्यकता होती है जिसके लिए मेटाबॉलिज्म भी बढ़ जाता है। यानी मेटाबॉलिज्म का शरीर के तापमान से सीधा संबंध है।
महिलाओं और पुरुषों के शरीर की बनावट में है फर्क
बायोलॉजिकली देखें तो पुरुषों और महिलाओं की फिजियोलॉजी और एनाटॉमी यानी शरीर की बनावट और कार्यप्रणाली में फर्क है।
पुरुषों में महिलाओं के मुकाबले मसल मास ज्यादा होता हैं। जबकि महिलाओं में आमतौर पर मसल मास कम होता है। अधिक मसल मास का अर्थ है अधिक मेटाबॉलिज्म जिससे अधिक गर्मी पैदा होती है। यही कारण है कि पुरुषों को कम ठंड लगती है।
जिन महिलाओं में ज्यादा मसल मास होता है, वे भी अन्य महिलाओं से कम ठंडक महसूस करती हैं।
बहुत लोगों में अवधारणा है कि अधिक फैट होने के कारण ठंड नहीं लगती। फैट एक इंसुलेटर की तरह काम करता है, लेकिन फैट गर्मी पैदा नहीं करता। इसलिए आपके शरीर मे जमा चर्बी सर्दी से आपको बचाती नहीं है।
चलते चलते
अधिक ठंड महसूस करना अलग बात है और अगर आपको लगता है कि आपको हर वक्त ठंड लगती है तो ये किसी समस्या का लक्षण हो सकता है। अगर आपको सामान्य से ज्यादा ठंड लगती है, नाखून नीले होने लगते हैं या आप को अधिक पसीना आने लगता है, तो डॉक्टर से परामर्श करना चाहिए।
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