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अंतरराष्ट्रीय योग दिवस : तन-मन ही नहीं, आपसी संबंधों को भी मजबूत बनाता है योग 

21 जून को संपूर्ण विश्व में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जा रहा है। इस वर्ष की थीम है मानवता के लिए योग। संयुक्त राष्ट्र भी मानता है कि योग मन और शरीर पर कार्य करने के अलावा मानवीय संबंधों को भी संतुलित व मजबूत बनाता है।
सांस को सही तरीके से लेने पर हमारा तनाव दूर हो सकता है। सांसों पर नियन्त्रण प्राणायाम के माध्यम हो सकता है। चित्र: शटरस्टॉक
स्मिता सिंह Updated: 28 Jun 2022, 15:22 pm IST
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योग (Yoga) भारत की गौरवशाली संस्कृति और इतिहास का एक महत्वपूर्ण हिस्सा रहा है, जो अब हमारी लाइफस्टाइल का अभिन्न अंग बन गया है। यदि हम सुबह, दोपहर या शाम, किसी भी समय योग-आसन, ध्यान-प्राणायाम कर लेते हैं, तो हम हर प्रकार के तनाव से मुक्त हो जाते हैं। कोविड-19 पेंडेमिक (Covid-19 Pandemic)  के समय से योग और भी महत्वपूर्ण हो गया। योग ने न सिर्फ स्वास्थ्य समस्याओं को दूर भगाया, इम्युनिटी बूस्ट की , बल्कि हर तरह के तनाव और अकेलेपन में एकमात्र मजबूत साथी बन कर उभरा। इसलिए हमारे जीवन में अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (International Yoga Day) की महत्ता और अधिक बढ़ जाती है। हर वर्ष 21 जून को मनाया जाने वाला योग दिवस (21 June Yoga Day) दुनिया भर के लोगों को योग-आसन, ध्यान-प्राणायाम से मिलने वाले लाभ के प्रति जागरूक करने के लिए मनाया जाता है।

 अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 का थीम

इस वर्ष आयुष मंत्रालय ने मानवता के लिए योग (Yoga For Humanity) थीम रखी है। अर्थात योग समुदाय को सक्रिय और प्रेरित करने के उद्देश्य से योग वैश्विक विकास में योगदान दे और संपूर्ण विश्व में स्थिरता कायम करे, थीम का चयन किया गया। 

21 जून 2022 को भारत में कर्नाटक का सिटी ऑफ मैसूर मुख्य कार्यक्रम की मेजबानी करेगा। संयुक्त राष्ट्र (UN) भी योग को संतुलन और सद्भाव बनाने के रूप में वर्णित करता है। यूएन के अनुसार, योग केवल शरीर के भीतर या मन और शरीर के बीच संतुलन के बारे में नहीं है, बल्कि दुनिया में मानवीय संबंधों के साथ भी संतुलन बनाता है।

 भारत का है योग

योग एक प्राचीन शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास है, जिसकी उत्पत्ति भारत में हुई थी। योग’ शब्द संस्कृत से निकला है। इसका अर्थ है जुड़ना। यह शरीर और चेतना के मिलन का प्रतीक है। आज योग दुनिया भर में विभिन्न रूपों में प्रचलित है। इसकी लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है।

योगा आपकी बॉन्डिंग भी मजबूत करता है। चित्र: शटरस्टॉक

जीवन को कैसे सुंदर बनाता है योग 

योग अब जीने का एक तरीका हो गया है, जो रोजमर्रा के जीवन में बेहद महत्वपूर्ण हो गया है। योग के महत्व और फायदाें के बारे में हमने बात की बिहार स्कूल ऑफ योग से प्रशिक्षण लेने वाले योग प्रशिक्षक कमल किशोर नारायण से।

  1.  पूर्ण संतुलन और सामंजस्य की प्राप्ति
  2. स्व-उपचार को बढ़ावा देता है।
  3. मन से नकारात्मक विचारों और शरीर से विषाक्त पदार्थों को निकालता है
  4. पर्सनल पावर को बढ़ाता और मन को रिलैक्स करता है
  5. जागरूकता के साथ जीने के लिए प्रेरित करता है
  6. ध्यान और एकाग्रता लाने में मदद करता है
  7. पैरासिम्पेथेटिक नर्वस सिस्टम को एक्टिव कर स्ट्रेस से राहत दिलाता है
  8. बेहतर रिलेशनशिप की प्रेरणा है योग

योग के कई फायदे हैं। श्वास संबंधी समस्या, ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने के साथ-साथ योग शरीर और मन की कई गड़बड़ियों को ठीक करता है।

स्वस्थ तन, पुलकित मन यानी बेहतर संबंध, ये हैं योग के फायदे 

1 इम्यून सिस्टम मजबूत करता है

कमल किशोर नारायण के अनुसार, योग शरीर की हर कोशिका को ठीक करता है, जिससे शरीर की इम्यूनिटी बढ़ती है। यह फेफड़ों की क्षमता में भी सुधार लाता है। यह टॉक्सिंस को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। 

योग नर्वस सिस्टम को रिलैक्स करने की भावना को ट्रिगर करने में मदद करता है, जिससे तनाव का प्रभाव कम होता है। यह इम्यून सिस्टम को मजबूत कर बेहतर तरीके से काम करने में मदद करता है।

 2 अवेयरनेस बढ़ाता है

नियमित योग अभ्यास से दिमाग को नियंत्रित करने में मदद मिलती है। नकारात्मक विचारों को दूर कर सकारात्मक विचारों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है। सोचने-समझने का नया नजरिया देता है, जिससे हम किसी भी विचार या वस्तु को एक अलग दृष्टिकोण से देख पाते हैं। नियमित योग अभ्यास से शरीर-मन का सही तालमेल होता है, जिससे अवेयरनेस लेवल बढ़ता है।

3 इंटरनल ऑरगन को स्टिमुलेट कर बेहतर नींद में मदद

घर-ऑफिस से मिलने वाले तनाव के कारण नींद की गुणवत्ता खराब हो जाती है। योग को अपनी दिनचर्या में शामिल करने से नसों को आराम मिलता है। यह नींद के पैटर्न में भी सुधार लाता है। 

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एक बार जब नियमित रूप से योग और ध्यान किया जाता है, तो सर्कैडियन लय स्थिर हो जाती है। इंटरनल ऑर्गन स्टिमुलेट होते हैं और तनाव, थकान, एंग्जाइटी, इनसोमनिया आदि दूर हो जाती है।

 4 जीवन की गुणवत्ता में सुधार

गंभीर बीमारी के इलाज के दौर से गुजर रहे लोगों के लिए योग प्रभावी मददगार के रूप में सामने आता है। यह न सिर्फ दर्द को कम करता है, बल्कि व्यक्ति को अंदर से शांत भी करता है।

 5 जीवन में सकारात्मकता लाता है

नियमित रूप से योग-ध्यान करने पर नर्वस सिस्टम के हार्मोन शांत करने में मदद करते हैं। यह जीवन के लक्ष्यों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करता है। हम जीवन को उमंग और ऊर्जा के साथ देखना शुरू करते हैं।

योग तनाव मुक्त करता है। चित्र: शटरस्टॉक

 6 आत्म-नियंत्रण लाता है

योग आत्म-नियंत्रण सिखाता है। जिस तरह योग से शरीर की गतिविधियों को नियंत्रित किया जाता है, उसी तरह जीवन के अन्य सभी पहलुओं को भी नियंत्रित किया जा सकता है। योग-ध्यान जीवन के हर पहलू से अधिक जुड़ाव महसूस करने में मदद करते हैं। इससे जीवन में संतुलन आता है

यहां पढ़ें:-यहां हैं 5 योगासन जो हार्मोनल असंतुलन से निपटने में आपकी मदद कर सकते हैं 

स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

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