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उम्र के साथ बढ़ सकता है त्वचा का रुखापन, जानिए क्या है इसका कारण और समाधान के उपाय

उम्र बढ़ने के साथ सेरामाइड्स में कमी देखी गई है, जिसके परिणामस्वरूप त्वचा की ढीली होने लगती है। हयालूरोनिक एसिड की कमी त्वचा के हाइड्रेशन में एक और महत्वपूर्ण अणु है, जिसका नुकसान त्वचा की उम्र बढ़ने और शिथिलता से जुड़ा होता है।
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अच्छे स्किन केयर रूटीन के साथ अपनी स्किन को ठीक कर सकते है। । चित्र : शटरस्टॉक
संध्या सिंह Updated: 23 Apr 2024, 16:32 pm IST
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बुढ़ापा (aging) एक प्राकृतिक क्रिया है और हम सभी को इसका सामना करना है। आप इसे इस तरह भी समझ सकते हैं कि हमारी उम्र बढ़ रही है और हम बहुत सारे अनुभवों से होकर गुजर रहे हैं। जो भी लोग एजिंग का सामना करते हैं वे लोग भाग्यशाली होते हैं। लेकिन कई लोगों की उम्र बढ़ने के साथ ये चिंता होती है कि उनका शरीर कैसा होगा। जैसे-जैसे शरीर बूढ़ा होता जाता है, इसकी हील होने की प्रक्रिया कम हो जाती हैं। जिसका असर आपकी त्वचा पर भी दिखाई देता है। यह संकेत 30 के बाद ही नजर आने लगते हैं। अगर आपकी त्वचा (Skin) भी उम्र के साथ रूखी होती जा रही है, तो चलिए जानते हैं इसके कारण और समाधान के उपाय।

क्यों बढ़ती उम्र के साथ बदलने लगती है आपकी स्किन (Age effect on skin)

उम्र का बढ़ना त्वचा में सबसे अधिक स्पष्ट रूप से देखा जाता है। आखिरकार, यह हमारा सबसे बड़ा और सबसे अधिक दिखाई देने वाला अंग है। जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती है, त्वचा पर फाइन लाइन (fine line) विकसित हो सकती हैं, कसावट कम हो सकती है, गहरे धब्बे बन सकते हैं और ड्राईनेस आ सकती है।

उम्र बढ़ने के साथ सेरामाइड्स में कमी देखी गई है, जिसके परिणामस्वरूप त्वचा की ढीली होने लगती है। चित्र- अडोबी स्टॉक

लेकिन आपको घबराने की जरूरत नहीं है क्योकि इन चीजों को आप ठीक कर सकते है। आप एक अच्छे स्किन केयर रूटीन के साथ अपनी इन चीजों को ठीक कर सकते है। चलिए आपको बतात है कि उम्र बढ़ने के साथ आप अपनी स्किन को ड्राई (dry skin) होने से कैसे बचा सकते है।

बढ़ती उम्र आपकी स्किन को ड्राई कर सकती है (Aging can dry out your skin)

हमारी त्वचा में एक बैरियर होता है जो नमी को बनाए रखने में मदद करता है। जब इस बैरियर में कमी होती है, तो त्वचा शुष्क (dry skin) और डिहाइड्रेटेड (dehydrate) हो जाती है। त्वचा की बैरियर कई प्रकार के तत्वों से बनी होती है, जो सब मिलकर त्वचा को डिहाइड्रेटेड रखते हैं और बाहरी आक्रमणकारियों से रक्षा करते हैं। इनमें फैटी एसिड, सेरामाइड्स, हायल्यूरोनिक एसिड, स्क्वैलीन, और कोलेस्ट्रॉल शामिल होते हैं।

उम्र बढ़ने के साथ सेरामाइड्स में कमी देखी गई है, जिसके परिणामस्वरूप त्वचा की ढीली होने लगती है। हयालूरोनिक एसिड की कमी त्वचा के हाइड्रेशन में एक और महत्वपूर्ण अणु है, जिसका नुकसान त्वचा की उम्र बढ़ने और शिथिलता से जुड़ा होता है।

चलिए जानते है एजिंग के कारण होने वाली ड्राइनेस से बचने के उपाय (how to stop aging dryness)

स्किन की मॉश्चराइज लेयर को फिर से भरें 

समाधान जो भी हो, वह मूल कारण के अनुसार होना चाहिए। लिपिड और ह्यूमेक्टेंट जैसे विभिन्न त्वचा घटकों के नुकसान से स्किन ड्राई होती है। ऐसी क्रीम और लोशन का उपयोग करें जो आपके लिपिड स्तर को फिर से भर दें या उनके उत्पादन करने में मदद करें। फैटी एसिड, अमीनो एसिड, कोलेस्ट्रॉल, सेरामाइड्स, पेप्टाइड्स, हायल्यूरोनिक एसिड और स्क्वालेन जैसे सामाग्री का इस्तेमाल करें।

पोषण पर ध्यान दें

बाहर से त्वचा के बैरियर को मजबूत करना महत्वपूर्ण है, वैसे ही शरीर को सही पोषक तत्वों की आपूर्ति करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है ताकि त्वचा सभी जरूरी सामाग्री को आंतरिक रूप से अधिक प्रभावी ढंग से उत्पादित कर सके।

विटामिन ई- यह वसा में घुलनशील विटामिन एवोकाडो, आम और बादाम में पाया जाता है। यह नमी बनाए रखने में मदद कर सकता है और साथ ही मुक्त कणों से होने वाले नुकसान को बेअसर कर सकता है।

त्वचा माइक्रोबायोम, जिसे कभी-कभी स्किन फ्लोरा भी कहा जाता है। चित्र : एडॉबीस्टॉक

ओमेगा-3 फैटी एसिड- सैल्मन, ट्यूना, स और अलसी में पाया जाने वाला यह स्वस्थ वसा त्वचा में नमी के स्तर को संतुलित करने में मदद कर सकता है।

त्वचा के माइक्रोबायोम को मजबूत बनाएं

त्वचा माइक्रोबायोम, जिसे कभी-कभी स्किन फ्लोरा भी कहा जाता है, यह शब्द उन खरबों जीवों के लिए है जो हमारी त्वचा पर रहते हैं। वे हमारे लिए बहुत कुछ करते हैं। उनकी सबसे महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों में से एक मेटाबोलाइट्स बनाना है।

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ये मेटाबोलाइट्स आपकी त्वचा का पोषण करते हैं, नमी बैरियर को बनाए रखने में मदद करते हैं, मुक्त कणों से लड़ते हैं और समय से पहले बूढ़ा होने से रोकते हैं। ये माइक्रोबायोम कई ऐसे तत्व हैं जिन्हें आप जानते हैं, जैसे हयालूरोनिक एसिड, पेप्टाइड्स और फैटी एसिड।

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संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

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