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मानसून एक्ने ने बढ़ा दी है आपकी परेशानी, तो एक्सपर्ट से जानें इनसे डील करने के उपाय

मौसम में हो रहे बदलाव के कारण हमारी त्वचा अधिक संवेदनशील हो जाती है और त्वचा पर एक्ने पिम्पल्स निकलना शुरू हो जाते हैं। इस दौरान त्वचा को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है।
यहां जानिए एक्ने से डील करने के उपाय। ,चित्र : एडॉबीस्टॉक
अंजलि कुमारी Updated: 20 Oct 2023, 09:04 am IST
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मानसून नमी और ह्यूमिडिटी का मौसम है। इस दौरान नमी की वजह से आपके घर की दीवारों से लेकर आपकी त्वचा तक माइक्रोऑर्गनिज्म जैसे बैक्टीरिया एवं फंगस का घर बन जाती हैं। जिससे तमाम प्रकार के इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। खास कर इस मौसम में आपकी त्वचा बुरी तरह से प्रभावित हो सकती है। इस दौरान एक्ने, पिम्पल्स आदि का होना बिल्कुल आम है, जिसे हम मानसून पिम्पल्स (Monsoon acne) के नाम से जानते हैं।

मौसम में हो रहे बदलाव के कारण हमारी त्वचा अधिक संवेदनशील हो जाती है। इस दौरान त्वचा को विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है। मानसून एक्ने की समस्या को देखते हुए हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर मारेंगो एशिया हॉस्पिटल गुरुग्राम की डर्मेटोलॉजिस्ट, डॉ. सोनल बंसल से बात की। उन्होंने एक्ने पिम्पल को बढ़ावा देने वाले कारणों पर चर्चा करते हुए, इससे बचाव के कुछ महत्वपूर्ण उपाय बताये हैं। तो चलिए जानते हैं मानसून एक्ने या पिंपल के बारे में सब कुछ।

पहले जानिए मानसून में क्याें ज्यादा परेशान करते हैं एक्ने और पिंपल

1. ह्यूमिडिटी है वजह

गर्मी के मौसम की गर्माहट के साथ-साथ बरसात के मौसम में नमी बढ़ने से त्वचा अधिक सीबम का उत्पादन करने लगती है। जिससे ऑयल प्रोडक्शन बढ़ जाता है और यह बैक्टीरिया के लिए आवास के रूप में काम करता है। चिपचिपी त्वचा पर धूल, गंदगी और पसीना लंबे समय तक चिपके रहते हैं, जिसकी वजह से स्किन पोर्स बंद हो जाते हैं। ऐसे में एक्ने और पिम्पल्स निकलना बिलकुल आम है।

मुंहासे को पोक करने या फोड़ने से यह और खराब हो जाएगा। खुजली होने पर कॉटन से हल्के हाथ से छुएं। चित्र : अडोबी स्टॉक

2. टेम्प्रेचर और पसीना

उच्च तापमान और वातावरण में बढ़ी हुई ह्यूमिडिटी के कारण अत्यधिक पसीना आता है, जिससे त्वचा संबंधी कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। खासकर एक्ने और पिम्पल्स आपको परेशानी में डाल देते हैं।

3. बढ़ जाते हैं संक्रमण

मानसून के मौसम में कई तरह के संक्रमण पनप सकते हैं। बरसात के टेम्परेट और ह्यूमिड वातावरण में कई प्रकार के बैक्टीरिया, वायरस और अन्य माइक्रोऑर्गनिज्म सक्रिय हो जाते हैं। इस स्थिति में आपकी त्वचा में माइक्रोऑर्गनिज्म के प्रति संवेदनशीलता बढ़ जाती है जो एक्ने और पिम्पल्स का कारण बनती हैं।

4. अनहेल्दी और स्पाइसी डाइट

बरसात का मौसम अधिक ह्यूमिड होता है, ऐसे में इस दौरान त्वचा अधिक ऑयल प्रोड्यूस करती है। मानसून के मौसम में तैलीय और तले हुए खाद्य पदार्थों के सेवन से त्वचा में ऑयल का उत्पादन अधिक बढ़ जाता है जिसकी वजह से एक्ने और पिम्पल्स की समस्या बढ़ जाती हैं।

इससे चेहरे पर होने वाले दाग धब्बे दूर होने लगते हैं। चित्र- शटर स्टॉक

5. त्वचा से चिपक जाते हैं प्रदूषक

मानसून के मौसम के दौरान, त्वचा बेहद चिपचिपी हो जाती है साथ ही इस मौसम वातावरण में कई हानिकारक माइक्रोऑर्गनिज्म मौजूद होते हैं। यह सभी त्वचा पर चिपक जाते हैं और लंबे समय तक बने रहते हैं, जिसकी वजह से त्वचा संबंधी संक्रमण और एक्ने पिम्पले जैसी समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं।

यहां जानिए मानसून एक्ने से डील करने के उपाय

1. प्रॉपर क्लींजिंग है जरूरी

बरसात के मौसम में त्वचा पर जमें एक्स्ट्रा ऑयल और इम्प्योरिटीज को हटाने का एक सबसे अच्छा तरीका है कि आप अपनी त्वचा को दिन में कम से कम 2 बार जरूर क्लीन करें। यह त्वचा से धूल, गन्दगी और तेल को बाहर निकालने में मदद करता है और यह सभी आपकी पोर्स को बंद नहीं कर पाते जिससे आपकी त्वचा बरसात में भी स्वस्थ रहती है।

2. हफ्ते में 2 बार करें स्किन एक्सफोलिएशन

मानसून के मौसम में एक्सफोलिएशन बेहद महत्वपूर्ण है। एक्ने या पिम्पल्स को अवॉयड करने के लिए त्वचा को हलके हाथों से एक्सफोलिएट करें। इसके लिए सीरम या फेस स्क्रब का इस्तेमा करें। साथ ही कुछ घरेलु स्क्रब जैसे की खीरा, बेसन और मुल्तानी मिट्टी का भी इस्तेमाल कर सकती हैं। यह त्वचा से अतिरिक्त तेल को निकालकर बची हुई इम्प्योरिटीज को बाहर निकाल देते हैं। यदि आपके पिम्पल्स एक्टिव हैं तो इस स्टेप को अवॉयड करें अन्यथा पिम्पल्स तेजी से बढ़ सकते हैं।

3. डाइट पर दें विशेष ध्यान

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें। साथ ही मौसमी फल और सब्जियों के साथ-साथ पानी का भी भरपूर सेवन आपकी त्वचा के लिए बेहद फायदेमंद रहेगा। लस्सी, नींबू पानी या नारियल पानी पीने से आपके शरीर को उचित ठंडक मिलेगी। उच्च प्रोटीन और कम कार्बोहाइड्रेट युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन एक्ने जैसी त्वचा संबंधी समस्याओं में कारगर साबित होगी।

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कस्टमाइज़ करें

बरसात के मौसम में स्पाइसी और ऑइली खाद्य पदार्थों से पूरी तरह से परहेज रखने की सलाह है, क्योंकि यह खाद्य पदार्थ ऑयल प्रोडक्शन को बढ़ावा देते हैं। साथ ही इनसे पाचन क्रिया असंतुलित हो जाती है, जो एक्ने, पिम्पल के साथ त्वचा संबंधी अन्य समस्यायों का कारण बन सकती है।

इस तरह आप अनहेल्दी ईटिंग से बच जाते हैं। चित्र : अडोबी स्टॉक

4. मैट मेकअप प्रोडक्ट्स चुनें

बरसात के मौसम में पाउडर या वॉटर बेस्ड मेकअप प्रोडक्ट्स चुनें। इस मौसम ऑयल बेस्ड मेकअप का उपयोग करने से जितना हो सके उतना बचें, क्योंकि ह्यूमिडिटी और पसीने के बाद ऑयल बेस्ड मेकअप चिपचिपी हो जाती है जिससे पोर्स बंद हो सकते हैं और एक्ने, पिम्पल पनपना शुरू हो जाते हैं। मैट प्रोडेक्ट में मिनरल और ऑयल नहीं होते हैं। मैट प्रोडेक्ट का उपयोग करने से स्किन ऑयली नहीं लगती है।

बरसात में मेकअप को जितना हो सके अवॉयड करें या मेकअप की एक पतली लेयर को त्वचा पर अप्लाई करें। जब पिम्पल्स और एक्ने एक्टिव रहे तो मेकअप को अवॉयड करना ही अच्छा रहेगा। इसके अलावा मेकअप को पूरी तरह से रिमूव करना बेहद महत्वपूर्णं है।

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5. इस मौसम स्किप न करें सनस्क्रीन

बाहर जाने से पहले चेहरे और शरीर के खुले हिस्सों पर सनस्क्रीन लगाना न भूलें। अक्सर लोग बरसात में सनस्क्रीन को अवॉयड करना शुरू कर देते हैं तो आपको बताएं की क्लॉउडी मौसम में भी सूरज की हानिकारक किरणों का प्रभाव वातावरण में बन रहता है। कम से कम 25 एसपीएफ वाले सनस्क्रीन या सनब्लॉक का इस्तेमाल करें।

सन-सेंसिटिव स्किन के लिए, 40 या 60 का हाई एसपीएफ लगाना बेहद महत्वपूर्ण है। क्युकी सन डैमेज भी एक्ने और पिम्पल की समस्या को बढ़ावा दे सकती है।

स्किन को टोन करना भी जरूरी है। चित्र: शटरस्‍टॉक

6. अल्कोहल फ्री टोनर का इस्तेमाल करें

बरसात में त्वचा को ऑइली होने से बचाने के लिए अल्कोहल फ्री विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर टोनर की मदद लें। यह त्वचा पर जमी गंदगी और बैक्टीरिया को बाहर निकालने में मदद करता है जिससे यह फैक्टर्स आपकी त्वचा पर हावी नहीं होते और आपकी स्किन एक्ने, पिम्पल्स से मुक्त रहती है। आप चाहें तो होममेड टोनर भी इस्तेमाल कर सकती हैं।

7. एंटीबैक्टीरियल नेचुरल फेस मास्क का उपयोग करें

एंटीबैक्टीरियल नेचुरल फेस मास्क त्वचा को तरोताजा रखते हैं और मुंहासे, तैलीयपन और दाग-धब्बों जैसी आम समस्याओं से लड़ते हैं। फेस मास्क डेड स्किन सेल्स को हटाने, स्किन पोर्स को साफ और बंद करने में मदद कर सकते हैं, जिससे गंदगी और अतिरिक्त तेल बाहर निकल जाते हैं।

ब्रेकआउट से बचने के लिए नीम आधारित फेस मास्क एक अच्छा विकल्प है क्योंकि नीम विटामिन ई, एंटीऑक्सिडेंट, कैल्शियम और जीवाणुरोधी गुणों से भरपूर है जो त्वचा के स्वास्थ्य को बढ़ाता है। नीम त्वचा को हाइड्रेट करने, कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देने में मदद कर सकता है।

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अंजलि कुमारी

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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