लॉग इन

अपने स्किन केयर रूटीन में शामिल करें यह सदियों पुराना जांचा-परखा तेल और स्किन प्रॉब्लम्स से पाएं आजादी

जड़ी-बूटियों और प्राकृतिक तेलों का यह अनूठा  मिश्रण घावों, संक्रमणों और निशानों को ठीक करने में मदद करता है। 
यहां जानिए त्वचा के लिए कुमकुमादि तेल के फायदे। चित्र: शटरस्टॉक
शालिनी पाण्डेय Updated: 26 Jul 2022, 19:45 pm IST
ऐप खोलें

प्राकृतिक जड़ी-बूटियों और तेलों से निर्मित, कुमकुमादि तेल, जिसे कुमकुमादि तेलम के नाम से भी जाना जाता है, एक आयुर्वेदिक फेस ऑयल है जो त्वचा के लिए किसी मैजिक की तरह काम करता है। सदियों पुराने आयुर्वेदिक सौंदर्य रहस्यों में से एक माने जाने वाले इस तेल की गुणवत्ता के बारे में कोई संदेह नहीं है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ आयुर्वेद एंड फार्मा रिसर्च में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार यह त्वचा को सम्पूर्ण पोषण दे सकता है।  यह ऑयल फेशियल टोनर, क्लींजर और मॉइस्चराइजर आदि के रूप में प्रभावी ढंग से काम करने वाला एक संपूर्ण स्किनकेयर सॉल्यूशन है। सदियों पुराना जांचा-परखा कुमकुमादि तेल (kumkumadi oil benefits) आपकी त्वचा संबंधी कई समस्याओं से निजाता दिला सकता है। 

पॉल्यूशन की वजह से स्किन से जुड़ी प्रॉब्लम्स का होना बहुत आम है। ऐसे में यह तेल किसी वरदान से कम नहीं है। चलिए जानें कि यह आपकी स्किन के लिए कैसे काम करता है: 

यहां हैं कुमकुमादि तेल के फायदे 

1 यह त्वचा को प्राकृतिक चमक देता है

प्राकृतिक/जैविक जड़ी बूटियों से भरपूर यह तेल त्वचा की रंगत बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ आयुर्वेद एंड फार्मा रिसर्च में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार एंटीऑक्सिडेंट और जीवाणुरोधी गुणों का यह बेहतरीन मिश्रण त्वचा में ब्लड फ्लो बढ़ाता है। जिससे त्वचा की कोशिकाओं की मरम्मत में मदद मिलती है। केसर इस तेल में इस्तेमाल होने वाला एक प्रमुख तत्व हैं, जो फेस पर नेचुरल ग्लो देता है। जिससे त्वचा जवां और चमकदार दिखती है।

2 कम करता है एजिंग साइन 

कुमकुमादि तेल को अपने दैनिक सौंदर्य रूटीन में शामिल करने के अद्भुत प्रभाव हो सकते हैं। सोने से पहले नियमित रूप से की गई इसकी एक हल्की मालिश त्वचा के फार्मेशन को दुरुस्त करती है और रंग भी निखारती है। 

कुमकुमादि तेल है पिंपल्स का दुश्मन। चित्र : शटरस्टॉक

नियमित मालिश त्वचा की कोशिकाओं को पुनर्जीवित करने और उम्र बढ़ने के संकेतों (aging signs) को कम करने में मदद करती है, जैसे कि महीन रेखाएं और झुर्रियां। 

3 क्षतिग्रस्त और सूजन वाली त्वचा को ठीक करता है 

कुमकुमादि तेल सदियों से अपने एंटीसेप्टिक, जीवाणुरोधी (anti bacterial) और कीटाणुनाशक गुणों के लिए जाना जाता है। जड़ी-बूटियों और प्राकृतिक तेलों का यह अनूठा  मिश्रण घावों, संक्रमणों और निशानों को ठीक करने में मदद करता है। 

तेल में मौजूद गुण खुजली, जलन और पैचेज़ को कम करने में मदद करते हैं। टी ट्री ऑयल के साथ इस तेल को मिलाकर की गई हल्की मालिश क्षतिग्रस्त, सूजन वाली त्वचा को प्रभावी ढंग से ठीक करती है और निशान को हल्का करती है।

4 मुंहासों को रोकता है 

स्किन को बेदाग़ बनाने के लिए फायदेमंद है यह तेल । चित्र- शटरस्टॉक

एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल गुणों से भरपूर, कुमकुमादि  तेल  मुंहासों और फुंसियों के इलाज के लिए बेहद फायदेमंद है। तेल एक क्लींजर के रूप में काम करता है, जो अत्यधिक तेल और जमी हुई गंदगी को हटाकर त्वचा के छिद्रों को साफ करने में मदद करता है। यह मृत त्वचा कोशिकाओं को हटाने में भी मददगार है। जीवाणुरोधी गुण त्वचा के संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं 

यह भी पढ़ें: ज्यादा उम्मीदें यानी ज्यादा तनाव, जानिए आप कैसे एक्सपेक्टेशन्स को कंट्रोल कर सकती हैं

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें
शालिनी पाण्डेय

...और पढ़ें

अगला लेख