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जानिए क्यों ठंड में सूजने लगती हैं आपके हाथ-पैरों की उंगलियां, साथ ही बचाव के उपाय भी

यदि आप पैर और हाथ की उंगलियों की समस्या के कारण और इसे मैनेज करने के तरीकों से जुड़ी जरूरी जानकारी प्राप्त करना चाहती हैं, तो ये लेख आपके लिए है।
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जानें ठंड में उंगलियों के सूजन का कारण और बचाव का त रीका। चित्र : एडॉबीस्टॉक
अंजलि कुमारी Updated: 29 Jan 2024, 12:55 pm IST
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पैर और उंगलियों में सूजन आना एक आम समस्या है, जो आमतौर पर गठिया की स्थिति से जुड़ी होती है। इस स्थिति से पीड़ित लोगों को जोड़ों में दर्द, कसाव और चलने-फिरने में तकलीफ का अनुभव हो सकता है। ठंड शुरू होते ही, बहुत से लोगों में शारीरिक बदलाव देखने को मिलता है, जिनमें उनके पैरों और उंगलियों में सूजन भी शामिल है। यदि आप इस समस्या के कारण और इसे मैनेज करने के तरीकों से जुड़ी जरूरी जानकारी प्राप्त करना चाहती हैं, तो ये लेख आपके लिए है।

हेल्थ शॉट्स ने इस बारे में अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए सीनियर कंसलटेंट-आर्थोपेडिक्स डॉ. अनूप खत्री से बात की। डॉक्टर ने पैर और उंगली में हुए सूजन (Finger Swelling in winter) के कारण और इसे मैनेज करने के टिप्स भी दिए हैं। तो चलिए जानते हैं इस बारे में अधिक विस्तार से।

पहले जानें सर्दियों में पैर और उंगलियों में सूजन आने के कारण

सर्दियों के मौसम में गिरते तापमान की वजह से पैरों और उंगलियों में सूजन आ सकता है। यहां सर्दियों में पैरों और उंगलियों में सूजन के 12 कारण बताए गए हैं:

1. ब्लड सर्कुलेशन का धीमा होना

डॉ. खत्री कहते हैं, “ठंडा मौसम हाथ-पैरों में रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर देता है, जिससे विशेष रूप से हाथों और पैरों में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है।” ब्लड सर्कुलेशन में कमी आने के कारण फ्लूइड रिटेंशन हो सकता है और परिणामस्वरूप सूजन हो सकती है।

खाद्य पदार्थों के साथ ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ा सकती हैं। चित्र: शटरस्टॉक

2. पेरीफेरल एडिमा

ठंडे तापमान से पेरीफेरल एडिमा हो सकता है, यह एक ऐसी स्थिति है, जहां निचले पैर और हाथों में एक्स्ट्रा फ्लूइड जमा हो जाते हैं। इसके परिणामस्वरूप सूजन हो सकती है और यह वृद्ध वयस्कों और गर्भवती महिलाओं में बहुत आम है।

3. डिहाइड्रेशन

यह एक बेहद गलत धारणा है की केवल गर्मी में ही लोगों को हाइड्रेटेड रहने की आवश्यकता होती है, ठंड के मौसम में भी पर्याप्त रूप से हाइड्रेटेड रहना महत्वपूर्ण है। डॉ. खत्री बताते हैं, “डिहाइड्रेशन शरीर में सोडियम बनाए रखने के कारण सूजन में योगदान कर सकता है, जिससे टिशु में फ्लूइड जमा हो जाते है।”

4. शारीरिक स्थिरता

ठंड का मौसम अक्सर बाहरी गतिविधियों को हतोत्साहित करता है, जिससे जीवनशैली स्थिर हो जाती है। फिजिकली इनएक्टिव होने से ब्लड सर्कुलेशन पर नकारात्मक असर पड़ता है। यह स्थिति वॉटर रिटेंशन में योगदान कर सकती है, जिससे पैरों और उंगलियों में सूजन बढ़ जाता है।

5. साल्ट रिटेंशन

ठंड के मौसम में, व्यक्ति कंफर्ट फूड्स पर स्विच कर जाता है, जिनमें अक्सर सोडियम का उच्च स्तर शामिल होता है। अत्यधिक नमक के सेवन से वॉटर रिटेंशन की समस्या हो सकती है, जिससे पैर और हाथों में सूजन बढ़ जाता है।

यह खाद्य पदार्थ सेहत के लिए तमाम रूपों में हानिकारक होते हैं।चित्र:एडॉबीस्टॉक

6. वैसेकंस्ट्रिक्शन

“ठंडा तापमान शरीर की गर्मी को बनाए रखने के लिए हाथ और पैरों में रक्त वाहिकाओं को सिकुड़ने के लिए प्रेरित करता है। इस वाहिकासंकुचन (वैसेकंस्ट्रिक्शन) के परिणामस्वरूप वेसल्स के भीतर दबाव बढ़ सकता है, जिससे आसपास के टिशु में फ्लूइड का रिसाव हो सकता है और बाद में सूजन हो सकती है।”

7. हार्मोनल चेंजेस

ठंड का मौसम शरीर में हार्मोन के स्तर को प्रभावित कर सकता है। कोर्टिसोल जैसे हार्मोन, जो तनाव से जुड़े हैं, फ्लूइड बैलेंस को प्रभावित कर सकते हैं और हाथों और पैरों में सूजन में योगदान कर सकते हैं।

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8. चिलब्लेन

चिलब्लेन एक त्वचा की स्थिति है जहां ठंडी हवा के संपर्क में आने से रक्त वाहिकाएं (blood vessels) सूज जाती हैं। यह स्थिति गंभीर है क्योंकि इससे सुन्नता और असुविधाजनक छाले भी हो सकते हैं।

9. अर्थराइटिस

गठिया से पीड़ित लोगों के लिए सर्दी एक कठिन मौसम है। तापमान में गिरावट के साथ, ब्लड सर्कुलेशन धीमा हो जाता है, जिसके परिणामस्वरूप मांसपेशियों में ऐंठन, दर्द, कसाव और जोड़ों में सूजन की समस्या हो सकती है।

अर्थराइटिस से बचना है तो अपने पेट का ख्याल रखना भी जरूरी है। चित्र : अडोबी स्टॉक

10. रायनाउंड फेनोमेनन

इस स्थिति के कारण ठंड या तनाव की प्रतिक्रिया में हाथ और पैर की उंगलियों में ब्लड वेसल्स अत्यधिक कॉन्ट्रैक्ट हो जाते हैं, जिससे रक्त प्रवाह कम हो जाता है और सूजन का खतरा बढ़ जाता है।

11. अपर्याप्त गर्मी

डॉ. खत्री का कहना है कि सर्दियों के मौसम में अपने हाथों और पैरों को पर्याप्त रूप से गर्म न रखने से रक्त वाहिकाएं सिकुड़ सकती हैं, वहीं ब्लड सर्कुलेशन बाधित हो सकता है और संभावित रूप से सूजन का सामना करना पड़ सकता है।

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12. टाइट फुटवियर

ठंडे महीनों के दौरान, व्यक्ति गर्म, लेकिन संभवतः कम आरामदायक जूते चुन सकता है। ख़राब फिटिंग वाले या बिना सपोर्ट वाले जूते उचित ब्लड सर्कुलेशन में बाधा डाल सकते हैं, जिससे पैरों में सूजन हो सकती है।

सूजन को कम करने के लिए ध्यान देने की जरुरत है. चित्र : एडोबी स्टॉक

हाथ-पैरों की उंगलियों की सूजन से निपटने के लिए आपको क्या करना चाहिए (How to deal with finger swelling)

1. डिहाइड्रेशन से बचने के लिए पूरे दिन में पर्याप्त मात्रा में पानी पीने की कोशिश करें।
2. अपने सोडियम सेवन का ध्यान रखें, खासकर ठंड के महीनों के दौरान। वॉटर रिटेंशन से बचने के लिए कम से कम प्रोसेस्ड और एडेड साल्ट लें।
3. यदि आप सर्दियों के मौसम में जिम जाने या पैदल चलने से बचते हैं, तो घर पर एक्सरसाइज करें। इससे शरीर में ब्लड सर्कुलेशन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी।
4. ठंड से घर के अंदर आने पर अपने हाथों और पैरों को धीरे-धीरे गर्म होने दें। अचानक तापमान परिवर्तन रक्त वाहिकाओं को प्रभावित कर सकता है और सूजन में योगदान कर सकता है।
5. यदि सूजन बनी रहती है, तो बैठते या लेटते समय अपने पैरों को ऊपर उठाएं। यह एक्स्ट्रा फ्लूइड को बाहर निकालने में मदद करता है और असुविधा को कम कर सकता है।
6. चाहे आप घर पर हों या बाहर, शरीर के तापमान को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए पर्याप्त कपड़े पहनें। इससे सूजन को रोकने में मदद मिल सकती है।
7. ब्लड वेसल्स को आराम दें, कठोरता को और सूजन को कम करने के लिए हमेशा गर्म मोज़े और दस्ताने पहनें।
8. ऐसे जूते और बूट पहनें जो उचित समर्थन और आराम प्रदान करें।
9. हार्मोनल असंतुलन से बचाव के लिए अपने दैनिक तनाव के स्तर को मैनेज करें।

डॉ. खत्री सलाह देती हैं कि यदि सूजन बनी रहती है, या अन्य संबंधित लक्षणों के साथ है, तो अंतर्निहित चिकित्सीय स्थितियों से निपटने के लिए स्वास्थ्य देखभाल पेशेवर से परामर्श करना आवश्यक है!

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अंजलि कुमारी

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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