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गट बैक्टीरिया भी बन सकता बीमारियों की वजह जानें क्या है तरीका बचाव का

गट हेल्थ और माइक्रोबायोटा के बीच के संबंधों पर हुए एक शोध से पता चलता है कि आपके पेट के बैक्टीरिया मधुमेह, मोटापा, अवसाद और पेट के कैंसर जैसी बीमारियों की वजह भी बन सकते हैं
इन 4 फूड्स के साथ अपने आंत स्वास्थ्य को हमेशा दुरुस्त रखें। चित्र : शटरस्टॉक
शालिनी पाण्डेय Updated: 20 Oct 2023, 09:27 am IST
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वर्षों से, बैक्टीरिया से बचने के लिए एंटी बॉडीज़ कारगर रही हैं। हमारे शरीर में पहले से ही खरबों बैक्टीरिया भरे हुए हैं। वे भोजन को पचाने में मदद करते हैं और आपके स्वस्थ रहने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। मगर कुछ बैक्टीरिया ऐसे भी हैं, जो आपके लिए कई बीमारियों का जोखिम बढ़ा सकते हैं। हाल ही में एक शोध में इसी तरह का दावा किया गया है। 

2017 में एनसीबीआई द्वारा गट हेल्थ और माइक्रोबायोटा के बीच के संबंधों पर हुए एक शोध से पता चलता है कि आपके पेट के बैक्टीरिया मधुमेह, मोटापा, अवसाद और पेट के कैंसर जैसी बीमारियों की वजह (Gut bacteria can cause various diseases) भी बन सकते हैं।

चलिए जानें इनसे बचने के उपाय (preventions from diseases)

गट बैक्टीरिया क्या हैं?

आपके गट में 300 से 500 विभिन्न प्रकार के बैक्टीरिया होते हैं जिनमें लगभग 2 मिलियन जीन होते हैं। वायरस और कवक जैसे अन्य छोटे जीवों के साथ मिलकर, वे माइक्रोबायोटा या माइक्रोबायोम के रूप में जाने जाते हैं।

फिंगरप्रिंट की तरह, प्रत्येक व्यक्ति का माइक्रोबायोटा भी अलग होता है। आपके शरीर में बैक्टीरिया का मिश्रण अन्य सभी तरह के कम्पोजीशन से अलग होता है। यह आंशिक रूप से आपकी मां के माइक्रोबायोटा द्वारा निर्धारित किया जाता है। वह वातावरण जिसमें आप जन्म के समय आंखें खोलते हैं और आंशिक रूप से आपका  आहार और जीवन शैली भी इन्हें प्रभावित होते हैं ।

गट हेल्थ के लिए अपनाएं हेल्दी लाइफस्टाइल, चित्र : शटरस्टॉक

बैक्टीरिया आपके पूरे शरीर में रहते हैं, लेकिन आपके पेट में मौजूद बैक्टीरिया आपकी सेहत पर सबसे ज्यादा असर डाल सकते हैं। ये आपके पूरे पाचन तंत्र को कंट्रोल  करते हैं । अधिकांश बैक्टीरिया आपकी आंतों में रहते हैं । ये आपके मेटाबॉलिज्म से लेकर आपके मूड  और इम्यून सिस्टम तक हर चीज को प्रभावित करते हैं ।

 गट बैक्टीरिया और रोग

शोध से पता चलता है कि स्वस्थ लोगों में मिलने वाले गट बैक्टीरिया, बीमार लोगों में अलग होते हैं। जो लोग बीमार हैं उनमें एक निश्चित प्रकार के बहुत कम या बहुत अधिक बैक्टीरिया  हो सकते हैं। या उनमें कई तरह के बैक्टीरिया की कमी भी हो सकती है। ऐसा माना जाता है ये बैक्टीरिया कि कुछ प्रकार बीमारियों से रक्षा कर सकते हैं, जबकि अन्य का जोखिम बढ़ा भी सकते हैं।

गट में होने वाली बीमारियों पर हमने बात की अमेरी हेल्थ, फरीदाबाद के फिजीशियन डॉक्टर चारू दत्त अरोड़ा से निम्नलिखित बीमारियों और बैक्टीरिया के बीच संबंध बनाना शुरू कर दिया है

गट हेल्थ का असर आपकी मेंटल हेल्थ पर भी पड़ता है । चित्र: शटरस्टॉक

1 मोटापा , टाइप 2 मधुमेह , गुर्दे की बीमारी और हृदय रोग

आपके पेट के बैक्टीरिया आपके शरीर के चयापचय (metabolism ) को प्रभावित करते हैं । वे चीजों को निर्धारित करते हैं जैसे कि आप भोजन से कितनी कैलोरी प्राप्त करते हैं और आप इससे किस प्रकार के पोषक तत्व प्राप्त करते हैं। बहुत अधिक गट बैक्टीरिया आपको फाइबर को फैटी एसिड में बदल सकते हैं। यह आपके जिगर में वसा जमा कर सकता, जिससे “चयापचय सिंड्रोम” (metabolism syndrome) हो सकता है, एक ऐसी स्थिति जो अक्सर टाइप 2 मधुमेह , हृदय रोग और मोटापे की ओर ले जाती है।

कोलन कैंसर 

अध्ययनों से पता चलता है कि स्वस्थ लोगों की तुलना में इसके साथ लोगों में एक अलग गट माइक्रोबायोटा होता है, जिसमें रोग पैदा करने वाले बैक्टीरिया के उच्च स्तर शामिल होते हैं।

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3 चिंता, अवसाद और आइसोलेशन 

गट तंत्रिका बैक्टीरिया से भरी होती है जो मस्तिष्क के साथ काम करती है। आपके डॉक्टर इस संबंध को “आंत-मस्तिष्क अक्ष” कह सकता है। अध्ययनों ने गट बैक्टीरिया और केंद्रीय तंत्रिका तंत्र के विकारों  में  चिंता , अवसाद और ऑटिज्म स्पेक्ट्रम विकार शामिल किया है।

4 गठिया

 ऐसा माना जाता है कि रूमेटोइड गठिया वाले लोगों में ब्लोटिंग (bloating) से जुड़े बैक्टीरिया की अधिक मात्रा हो सकती है।

जानें कैसे मिलेंगे हेल्दी गट बैक्टीरिया

1 फल, सब्जियां, और साबुत अनाज जैसे फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों में पौष्टिक आहार खाने से शुरू करें। आहार जो वसा, चीनी से भरपूर और फाइबर में कम होता है। कुछ प्रकार के गट बैक्टीरिया को मार सकता है, जिससे आपका माइक्रोबायोटा में ज़्यादा अंतर पाया जाता है। 

2 एंटीबायोटिक दवाओं के उपयोग को सीमित करें, जो समस्याग्रस्त बैक्टीरिया के साथ-साथ स्वस्थ बैक्टीरिया को भी मिटा सकते हैं। बिना डॉक्टर की सलाह के ऐसी दवाएं लेना ठीक नहीं है।

3 व्यायाम,  विभिन्न प्रकार के गट बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा दे सकता है। गट माइक्रोबायोटा होने से बेहतर स्वास्थ्य को बढ़ावा मिल सकता है और बदले में, आपके रोग के जोखिम को कम कर सकता है।

4 आप मधुमेह से बचने या गठिया के इलाज के लिए सिर्फ प्रोबायोटिक्स नहीं ले सकते। विशेषज्ञों का कहना है कि कुछ बीमारियों का कारण बनने वाले बैक्टीरिया के सटीक प्रकारों को निर्धारित करने के लिए और अधिक शोध किए जाने की आवश्यकता है।

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शालिनी पाण्डेय

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