हममें से ज्यादातर लोग स्लिम-ट्रिम पेट की ख्वाहिश रखते हैं! लेकिन जब आपकी कमर पर चर्बी बढ़ने लगती है, तो आपकी टमी भी टायर में बदलने लगती है। इसका मतलब है कि आप इस बात की जांच करना शुरू कर दें कि आप क्या खा रही हैं और किस तरह की एक्टिविटी कर रही हैं। आंत में वसा का जमाव (Visceral fat) एक टर्म है, जो समय के साथ शरीर के सेंटर प्वाइंट पर जमा होने लगता है। इसे हिडन फैट भी कहा जाता है।
शरीर की अतिरिक्त चर्बी आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है। आम तौर पर आपके शरीर में पाए जाने वाले वसा की तुलना में आंत में वसा का जमाव कई तरह की बीमारियों के जोखिम को बढ़ा सकता है। ऐसी कई बीमारियां हैं, जो शरीर में बहुत अधिक वसा जमा होने के कारण होती हैं। इसलिए जरूरी है कि इसे समय रहते कंट्रोल (How to reduce visceral fat) कर लिया जाए।
अल्जाइमर की स्थिति
हार्ट अटैक
हाई ब्लड प्रेशर
हार्ट डिजीज
टाइप 2 डायबिटीज के कारण स्ट्रोक
इंसुलिन रेसिस्टेंस भी आंत में जबी चर्बी के कारण ही होता है। इसके परिणामस्वरूप ग्लूकोज इनटॉलरेंस हो सकती है और संभवत: टाइप 2 डायबिटीज भी।
आयुर्वेद और गट हेल्थ कोच डॉ. डिंपल जांगड़ा ने आंत की चर्बी से छुटकारा पाने के तीन तरीके शेयर किए।
जांगड़ा के अनुसार, ” आयुर्वेद में कहा जाता है कि शरीर का मेटाबॉलिज्म फायर सीधे सूर्य की स्थिति से जुड़ी होती है। यह सूर्य के साथ बढ़ता है और सूर्य के साथ ही खत्म होता है। आपका शरीर डायजेस्टिव जूस का उत्पादन नहीं करता है और सूर्यास्त के बाद मेटाबॉलिज्म धीमा होना शुरू हो जाता है। आप जो कुछ भी खाते हैं वह आपके पेट में बिना पचे मेटाबॉलिक वेस्ट के रूप में बदल जाता है।
फिर अगली सुबह जब मेटाबॉलिज्म होता है, तो वह पच पाता है। कोई भी भोजन जो हम सूर्यास्त के बाद खाते हैं, वह बिना पचे मेटाबॉलिक वेस्ट के रूप में संग्रह होता रहता है, जो अंततः विषाक्त पदार्थों या ‘अमा’ में बदल जाता है।
आपको यह सुनिश्चित करना चाहिए कि आपके भोजन की मात्रा सीधे सूर्य की स्थिति के अनुपात में हो। स्मॉल ब्रेकफास्ट के बाद दोपहर 12 से 2 बजे के बीच बड़ा भोजन करें। सूर्यास्त के आसपास कम भोजन के साथ रात का खाना समाप्त करें। सूर्यास्त के बाद ठोस आहार का सेवन न करें। अगर भूख लगे, तो सोते समय एक गिलास डेयरी आधारित या प्लांट्स आधारित दूध लें। यह एक सरल तरकीब है, जिससे आप अपनी कमर के आसपास कुछ इंच कम कर सकती हैं।
आंत की चर्बी से छुटकारा पाने के लिए ऐसे खाद्य पदार्थ खाएं जो पचने में आसान हों और जो आपके पेट में बहुत अधिक घंटों तक न रह पाएं।
डॉ जांगड़ा का सुझाव है:
फल: आपके सिस्टम में 3 घंटे रहता है (पेट में 1 घंटा, छोटी आंत में 1 घंटा, बड़ी आंत में 1 घंटा)
सब्जियां: आपके सिस्टम में 6 घंटे (पेट, छोटी आंत और बड़ी आंत में प्रत्येक में 2 घंटे) लेता है।
यदि आप अपना वजन कम करने की कोशिश कर रही हैं, तो डेयरी प्रोडक्ट न लें या प्लांट्स आधारित दूध पर स्विच करें।
मांस, समुद्री भोजन, अंडे से दूर रहें, क्योंकि इनमें कोई इनबिल्ट पाचक एंजाइम नहीं होता है। पूरी तरह से पचने में 72 घंटे से अधिक समय लग सकता है (पेट में 24 घंटे, बड़ी आंत में 24 घंटे, छोटी आंत में 24 घंटे)
आपको खाना सुनिश्चित करना चाहिए:
ताजे फल, सब्जियों का 50 प्रतिशत आहार,
दालें, फलियां, नट्स और सीड्स का 30 प्रतिशत आहार
मसालों का 20 प्रतिशत आहार – तेल, मक्खन, नमक, मसाले और जड़ी-बूटियां।
सुबह व्यायाम करें जब तक कि आपको पसीना न आ जाए। यह आपके मेटाबॉलिज्म को चालू करता है और फिर पूरे दिन सक्रिय रहना है। लंबे समय तक न बैठें। आपका शरीर बैठने के लिए नहीं बना है। अपने डेस्क से उठें और कम से कम हर 1 घंटे में टहलें।
शोध से पता चलता है कि यदि आप अपने मेटाबॉलिज्म को बढ़ा लेती हैं और पूरे दिन सक्रिय रहती हैं, तो आप 1 घंटे के व्यायाम से अधिक फैट बर्न कर पाती हैं। इसके अलावा, 6-8 घंटे की नींद सुनिश्चित करें। अच्छी तरह से हाइड्रेट रहें। अपने आहार में गर्म कार्मिनेटिव मसालों को शामिल करें।
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