कोलेस्ट्रॉल नियंत्रित करने में मदद कर सकते हैं ये 7 फूड्स, आज ही से करें आहार में शामिल
आजकल सारी बीमारियों की जड़ अनियमित खानपान ही है। इसलिए यह समझना जरूरी है नियमित और संतुलित खानपान ही आपको इन बीमारियों से बचा भी सकता है। तो अपने कॉलेस्ट्रोल को नियंत्रित करने के लिए सही आहार अपनाना बेहद ज़रूरी है। विभिन्न खाद्य पदार्थ कोलेस्ट्रॉल को विभिन्न तरीकों से कम करते हैं।
पहले समझिए कोलेस्ट्रॉल की शरीर में उपस्थिति
कुछ घुलनशील फाइबर प्रदान करते हैं, जो पाचन तंत्र में कोलेस्ट्रॉल और इसके अग्रदूतों को बांधते हैं और परिसंचरण में आने से पहले उन्हें शरीर से बाहर निकाल देते हैं। कुछ आपको पॉलीअनसेचुरेटेड वसा देते हैं, जो सीधे एलडीएल को कम करते हैं। जबकि कुछ में संयंत्र स्टेरोल्स और स्टैनोल होते हैं, जो शरीर को कोलेस्ट्रॉल को अवशोषित करने से रोकते हैं।
आज हम आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ बताने वाले हैं जो बढ़ते कॉलेस्ट्रोल को कम करने में आपकी मदद करेंगे:
बीन्स:
बीन्स घुलनशील फाइबर में विशेष रूप से समृद्ध हैं। शरीर इन्हें पचाने में थोड़ा समय लेता हैं, जिसका अर्थ है कि आप भोजन के बाद अधिक समय तक भरा हुआ महसूस करते हैं।
डार्क चॉकलेट:
कोको और डार्क चॉकलेट आपके रक्त में “खराब” एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को ऑक्सीकरण से बचाते हैं, जो हृदय रोग का एक प्रमुख कारण है। मगर आपको 70 से 80% कोका कंटेंट वाली डार्क चॉकलेट ही खानी चाहिए। जिससे ज्यादा चीनी आपके शरीर में न जाए।
सूखे मेवे:
बादाम, अखरोट, मूंगफली और अन्य नट्स खाने से हृदय स्वस्थ रहता है। एक दिन में 2 मुट्ठी नट्स खाने से एलडीएल थोड़ा कम हो सकता है। नट्स में अतिरिक्त पोषक तत्व होते हैं जो अन्य तरीकों से हृदय की रक्षा करते हैं।
खट्टे फल:
नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन के अनुसार खट्टे फल कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। सेब, अंगूर, स्ट्रॉबेरी, संतरा जैसे फल पेक्टिन में समृद्ध हैं, जो कि एक प्रकार का घुलनशील फाइबर है जो एलडीएल को कम करता है।
सोया:
टोफू और सोया दूध की तरह सोयाबीन और उनसे बने खाद्य पदार्थ खाने से कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद मिलती है। एक दिन में 25 ग्राम सोया प्रोटीन (10 औंस टोफू या 2 1/2 कप सोया दूध) का सेवन करने से एलडीएल 5% से 6% तक कम हो सकता है।
मछली:
सप्ताह में दो या तीन बार मछली खाने से शरीर में एलडीएल कम हो सकता है। इसमें गुड फैट्स के साथ-साथ ओमेगा -3 होता है जो, रक्त प्रवाह में ट्राइग्लिसराइड्स को कम करता है और हृदय की असामान्य लय को रोकने में मदद करके हृदय की रक्षा भी करता है।
लहसुन:
लहसुन अपनी मेडिसिनल प्रॉपर्टीज की वजह से आयुर्वेद में औषधि की तरह माना जाता है। नेशनल इंस्टिट्यूट फॉर बायोटेक्नोलॉजी इनफार्मेशन के अनुसार लहसुन में एलिसिन कंपाउंड होता है जो शरीर में एलडीएल को कम करने कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करता है।
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