लॉग इन

ये 7 शाकाहारी खाद्य पदार्थ हैं चिकन और मीट से भी ज्यादा पौष्टिक, जानिए इनके फायदे

Published on:17 January 2024, 18:51pm IST

अगर आप शाकाहारी है और प्लांट बेस्ड डाइट में मीट जितने पोषण की तलाश कर रहे हैं, तो बहुत से फूड्स ऐसे हैं, जो आपकी इस आवश्यकता को पूरा करने में आपकी मदद कर सकते हैं। प्रोटीन से भरपूर मीट मसल्स बिल्डिंग से लेकर रेड ब्लड सेल्स को प्रोडयूस करने में मदद करते है।

1/7
दालें (Lentils)

दालों में आयरन, फाइबर और प्रोटीन की प्रचुर मात्रा पाई जाती है, जो एक हेल्दी मीट सबस्टीट्यूट माना जाता है। इसे आहार में सम्मिलित करने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी को पूरा किया जा सकता है। साथ ही गट हेल्थ को मज़बूत कर सकते हैं। पोषण के इस पावरहाउस की मदद से शरीर में डायबिटीज़ और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित किया जा सकता है।

2/7
टोफू (Tofu)

टोफू में न केवल प्रोटीन उच्च मात्रा में पाया जाता है बल्कि इसमें अमीनो एसिड भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। प्लांट बेस्ड आहार का चयन करने वाले अधिकतर लोग इसे अण्डों और मीट से रिप्लेस करते हैं। इसे सूप और सैंडविच में एड करके खा सकते हैं। इसमें मौजूद आयरन और फाइबर से शरीर में रेड ब्लड सेल्स को बढ़ाने में मदद करती है।

3/7
क्विनोआ (Quinoa)

शरीर में पोषण की मात्रा को बनाए रखने के लिए क्विनोआ को मील में अवश्य शामिल करें। एनआईएच के अनुसार ग्लूटन फ्री क्विनोआ के सेवन से शरीर में प्राटीन की कमी पूरी होती है और अमीनों एसिड की प्राप्ति होती है। इस सुपरफूड को मील में शामिल करके वेटलॉस की समस्या भी हल हो सकती है। इसमें पाई जाने वाली फाइबर की मात्रा से लंबे वक्त तक पेट भरा रहता है।

4/7
मशरूम (mushroom)

सर्दियों में डाइट में पोषण को एड करने के लिए मीट की जगह मशरूम का सेवन बेहद फायदेमंद साबित होता है। इसमें प्रोटीन, विटामिन और मिनरल पाए जाते हैं। इस लो फैट फूड का सेवन करने से शरीर में कोलेस्ट्रॉल के खतरे से निपटने में मदद मिलती है। मशरूम में आयरन, जिंग और विटामिन बी 12 भी पाया जाता है।

5/7
जैकफ्रूट (jackfruit)

लो कैलोरी युक्त जैक फ्रूट में पोटेशियम, विटामिन, कैल्शियम और मैग्नीशियम पाया जाता है। जैक फ्रूट यानि कटहल को डाइट में शामिल करने से शरीर को पोषण मिलता है बल्कि इसके सीड्स को भी रास्ट करके खा सकते हैं। नटी और स्वीट फ्लेवर वाले जैक फ्रूट के बीज स्वास्थ्स को फायदा पहुंचाते हैं। इसे करीज़, सैंडविच और सूप में शामिल कर सकते हैं।

6/7
टेम्पेह (Tempeh)

सोयाबीन के इस्तेमाल से तैयार किए जाने वाले टेम्पेह की मदद से शरीर में कैल्शियम और प्रोटीन की कमी पूरी हो जाती है। इस सोया बेस्ड मीट सबस्टीट्यूट को फर्मेटिड प्रोसेस से तैयार किया जाता है। इसमें टोफू के सामन फाइबर भी पाया जाता है, जो बार बार होने वाली क्रेविंग को दूर करने में मदद करता है। इसके सेवन से शरीर को गट फ्रेंडली प्रीबायोटिक्स और प्रोबायोटिक्स की प्राप्ति होती है।

7/7
बैंगन (Eggplant)

अगर आप शाकाहार की शुरुआत कर रहे हैं और आपको मीट खाने की क्रेविंग होती है, तो आप बैंगन रेसिपीज ट्राई कर सकती हैं। इसका स्वाद और टेक्सचर मीट से मिलता-जुलता होता है। इसमें मैंगनीज़ की प्रचुर मात्रा पाई जाती है, जो हार्ट और ब्रेन फंक्शन को बूस्ट करने में मदद करता है। इसमें पाए जाने एंटीऑक्ीसडेंटस शरीर को पोषण प्रदान करने के साथ ऑक्सीडेटिव तनाव से मुक्त करने में मदद करता है। बैंगन में पाई जाने वाली एंटी इंफ्लामेटरी प्रापर्टीज सूजन से भी राहत दिलाते है

NEXT GALLERY