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रिश्ते को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती है गलतफहमी, इन 4 तरीकों से इनसे बचा जा सकता है

अकसर रिश्तों में यह संवाद बार-बार सुनने को मिलता है, कि आपने इसे गलत तरीके से लिया। जबकि हालात ऐसे नहीं थे। यानी किसी बात को उसके संदर्भ से हटकर या बढ़कर समझा जाना गलतफहमियों को जन्म दे सकता है। और यह किसी भी रिश्ते को खोखला कर सकता है।
कोई भी रिश्ता ऐसा नहीं है, जिसमें कभी भी कोई गलतफहमी न हुई हो। चित्र- अडोबी स्टॉक
संध्या सिंह Published: 12 Feb 2024, 17:43 pm IST
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रिश्ते में कभी-कभी गलतफहमियां हो सकती हैं। ये गलतफहमी बड़ी हो या छोटी पर यह दो व्यक्तियों के बीच दूरी बढ़ा देती है। कई बार ये छोटी-छोटी गलतफहमियां आपके रिश्ते के टूटने का कारण बन सकती हैं। पर असल में गलतफहमियां होती क्यों हैं और क्या इनसे किसी भी तरह बचा जा सकता है? अगर आप भी बार-बार यह सोच रहे हैं, तो आपके इन सवालों का जवाब देने के लिए हमारे पास एक एक्सपर्ट हैं।

कोई भी रिश्ता ऐसा नहीं है, जिसमें कभी भी कोई गलतफहमी न हुई हो। यानी रिश्तों में गलतफहमियां होना स्वभाविक है। हर किसी के रिश्ते में गलतफहमियां हो सकती है। लेकिन आपको इससे कैसे बाहर निकलना है और इसे कैसे बढ़ने से रोकना है और ऐसा क्या करना है कि इसकी वजह से आपका रिश्ता ज्यादा प्रभावित न हो – इस सबका पता होना चाहिए।

इस चीज से आप कैसे निपट सकते हैं यह जानने के लिए हमने रिलेशनशिप एक्सपर्ट रुचि रूह से संपर्क किया।

जानते हैं कि किन आसान तरीकों से रिश्तों में बढ़ने वाले मतभेद दूर किए जा सकते हैं। चित्र :एडॉबीस्टॉक

रिश्ते में गलतफहमी से कैसे निपटें (How to deal with misunderstanding in a relationship)

1 खुलकर बात करें

किसी भी रिश्ते या बातचीत में खुला और प्रभावी तरीके से बात करना बहुत जरूरी है। यदि आप अपने पार्टनर द्वारा कही गई किसी बात को लेकर असहज या अनिश्चित महसूस करते हैं, तो इसे सम्मानजनक तरीके से बताना बहुत जरूरी है। आपको बिना कुछ सुने कोई प्रतिक्रिया देने से पहले, कुछ देर रुकना और जो कहा गया था उस पर विचार करना चाहिए।

अपने पार्टनर को पहले ध्यान से सुनना और समझना बहुत जरूरी है कि वे आप पर कोई आरोप लगा रहे है या आपको कुछ बेलने की कोशिश कर रहें है। उनके बोलने के पीछे की भावना को आराम से सुनने की कोशिश भी करें।

2 उन्हें अपनी बात समझाएं

सबसे पहले आपको ये स्वीकार करना चाहिए कि आप में गलतफहमी हुई है। अपनी गलती स्वीकार करना या यह स्वीकार करना कि आपके शब्द अस्पष्ट हो सकते हैं, विनम्रता और समस्या को हल करने में आपकी रुचि को दिखाता है। कई बार ऐसा होता है कि आप किसी अलग इंटेशन से बोलता है और आपके पार्टनर उसे एक गलत तरीके से समझ लेता है। जिसके कारण कई बार गलतफहमी बढ़ती है।

ये चीजें तब अधिक होती है जब आप दोनों मैसेज पर बात करते हों। अपने बयान के पीछे के तर्क या किसी भी कारक को स्पष्ट करें जिसने आपके शब्दों को प्रभावित किया हो। अपने वक्य से आप जो कहना चाहते थे उसे स्पष्ट रूप से व्यक्त करें। अपने इरादों के बारे में पार्टनर को समझाएं।

3 कोई भी धारणा बनाने से बचें

पिछले अनुभवों के आधार पर यह अनुमान लगाना आसान है कि हमारा पार्टनर किसी बात पर कैसी प्रतिक्रिया देगा या नहीं देगा। उदाहरण के लिए, आप अपने पार्टनर से किसी चीज़ के बारे में बात न करने का निर्णय ले सकते हैं क्योंकि आप “पहले से ही जानते हैं” कि वे कैसे प्रतिक्रिया देंगे।

ऐसा करते समय, आप अपने पार्टनर को अपनी अपेक्षाओं से आगे बढ़कर कुछ करने का अवसर नहीं देते है। यह उस चीज़ के आधार पर नाराजगी पैदा कर सकता है जो अभी तक हुई ही नहीं है।

जानते हैं वो कौन से वार्निंग साइन है, जो इस ओर इशारा करते हैं कि आप खुद अपने रिश्ते को खराब कर रहे हैं। चित्र शटरस्टॉक।

4 जिस विषय पर बात हो उसी पर रहें

कई बार आप एक चीज पर बात करते है और लड़ाई करने के लिए कई और बातें ले आते है। जिसका उस समय कोई मतलब नहीं होता है। यह तब आसान होता है जब आप किसी बातचीत या तर्क-वितर्क को विषय से भटकने देते है।

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यह तब होता है जब आप अपने द्वारा किए गए किसी काम के लिए रक्षात्मक या दोषी महसूस करते है। यह आपकी जिम्मेदारी से ध्यान हटाने या उसे कम करने और खुद को सुरक्षित रखने का एक तरीका हो सकता है।

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संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

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