नींद की कमी बन सकती है ब्रेन फॉग का कारण, जानिए आपके लिए कितनी देर सोना है जरूरी
बहुत कम नींद का सबसे आम प्रभाव तंद्रा है (sleepiness) है। पर इसका एक और प्रभाव ब्रेन फॉग (brain fog) भी है, जिसमें व्यक्ति सीधे सोचने या कुछ भी याद रखने में असमर्थ होता है। यह एक बेहद गंभीर समस्या है जिसके चलते आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
अच्छी खबर यह है कि एक अच्छी नींद के साथ ब्रेन फॉग की समस्या से राहत पाई जा सकती है। हम यहां आपको बता रहे हैं कि नींद की कमी कैसे आपके मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकती है। साथ ही आप ब्रेन फॉग की समस्या से कैसे राहत पा सकती हैं।
क्या कहती है स्टडी
ट्रस्टेड सोर्स के एक नए अध्ययन में बताया गया है कि अगर आप पर्याप्त नींद नहीं लेते हैं, तो आपका मस्तिष्क इतना धूमिल (foggy) क्यों महसूस करता है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, नींद की कमी हमारे मस्तिष्क की कोशिकाओं को एक-दूसरे के साथ संचार करने की क्षमता को बाधित करती है, जिससे अस्थायी मानसिक खामियां पैदा होती हैं। जो स्मृति और दृश्य धारणा को प्रभावित करती हैं।
कैसे किया गया अध्ययन
अध्ययन में, मिर्गी के साथ नींद से वंचित रोगियों के दिमाग का अवलोकन किया गया था, उन्होंने ऐसे परीक्षण किए थे जो बोधगम्यता को मापते थे।
परिणामों से पता चला कि नींद की कमी ने न्यूरॉन्स की जानकारी को घेरने और दृश्य इनपुट को जागरूक विचार में अनुवाद करने की क्षमता के साथ हस्तक्षेप किया।
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तो इस समस्या से राहत पाने के लिए आप क्या कर सकती हैं
यूडब्ल्यू मेडिसिन/ वैली मेडिकल सेंटर की एक नींद विशेषज्ञ डॉ. चुनबाई झांग के अनुसार नींद की कमी का मुकाबला करने के लिए कोई शॉर्टकट नहीं हैं। प्रिस्क्रिप्शन दवाएं जैसे कि प्रोविजिल या नुविगिल और कैफीन इसमें मदद कर सकते हैं, लेकिन केवल कुछ समय के लिए।
उनके अनुसार ब्रेन फॉग की समस्या से राहत पाने के लिए आपको अपने नींद के पैटर्न में सुधार करने की जरूरत है। अगर आप एक अच्छी नींद लेती हैं, तो ब्रेन फॉग की समस्या को कम करने में मदद मिल सकती है।
यहां जानिए कि ब्रेन फॉग से राहत पाने के लिए आपको कितनी नींद लेने की आवश्यकता है।
द स्लीप हेल्थ जर्नल के अनुसार, वास्तव में आपको कितनी नींद की आवश्यकता है, इसका उत्तर आपकी उम्र के आधार पर अलग-अलग है।
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कस्टमाइज़ करें- किशोर (14-17): 8-10 घंटे
- युवा वयस्क (18-25): 7-9 घंटे
- वयस्क (26-64): 7-9 घंटे
- उम्रदराज लोग (65+): 7-8 घंटे
मान लीजिए कि आप 7-8 घंटे वाली श्रेणी में हैं, लेकिन आपकी सभी जिम्मेदारियों (स्कूल, काम, परिवार) के कारण आप खुद सोचते हैं कि कोई रास्ता नहीं है, जिससे आप उस समय तक सो सकें। हो सकता है कि आप सभी ज्यादा से ज्यादा सिर्फ 6 घंटे तक सो सकें। तो ऐसे में ब्रेन फॉग से बचने के लिए आप क्या कर सकती हैं?
बेस्ट आइडिया है कि आप एक झपकी ले लें!
WebMD के अनुसार, दोपहर में एक छोटी झपकी स्मृति, काम के प्रदर्शन और आपके मूड को बेहतर कर सकती है। यह सतर्कता को बढ़ा सकती है और तनाव को कम कर सकती है। झपकी लेना आपके मोटर कौशल (motor skills), भावना धारणा (sense perception) और मौखिक याद (verbal recall) को मजबूत करता है। यह आपको उन चीजों को याद रखने में मदद कर सकता है, जो आपने दिन में पहले सीखी थीं, जैसे कि पूरी रात की नींद के बाद आप महसूस करती हैं!
बस इसे 30 मिनट या उससे कम तक सीमित रखना याद रखें। ताकि बाद में आपको कोई परेशानी महसूस न हो और यह आपके सोने के कार्यक्रम में गड़बड़ न कर सके। 20 मिनट की झपकी आपको एक कप कॉफी से अधिक आराम और स्फूर्ति महसूस करा सकती है।
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