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एंग्जायटी को दूर करने का सबसे आसान तरीका है योगाभ्‍यास, ये 6 आसन कर सकते हैं आपकी मदद

अगर आप लगातार वैचारिक उथल-पुथल से परेशान रहती हैं, तो कुछ समय योगाभ्‍यास के लिए निकालें। यह आपको तनाव और एंग्‍जायटी से राहत दिला सकता है।
योग आपको तनाव से छुटकारा दिलाता है। चित्र: निष्‍ठा बिजलानी
Nishtha Bijlani Published: 10 Mar 2021, 17:00 pm IST
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योग एंग्‍जायटी में एक प्राकृतिक शान्तिकारक की तरह काम करता है। यह न केवल शरीर पर कई सकारात्मक प्रभाव डालता है, बल्कि यह केंद्रीय तंत्रिका तंत्र को भी ठीक करता है। यह विश्राम की भावना को प्रेरित करता है, चिंता को दूर करने में मदद करता है।

शरीर, मन और श्वास के स्तर पर पूर्ण जागरूकता ही योग है। तो, आइये जानते हैं उन 6 योगासनों के बारे में जो आपके मन-मस्तिष्क को शांति प्रदान करेंगे।

1. डीप बैली ब्रीथ

गहरी श्वास के प्रभाव बेजोड़ हैं। यह सीधे तंत्रिका तंत्र को शांत करता है, जिससे मन को शांति मिलती है और आराम मिलता है।

तरीका: पीठ के बल लेट जाएं। अधिक आराम महसूस करने के लिए पैरों या पीठ के नीचे एक बोल्स्टर का उपयोग करें। अपनी हथेलियों को पेट के ऊपर रखें, एक नाभि के ऊपर और दूसरी उसके नीचे।

डीप ब्रीदिंग इम्‍युनिटी को नेचुरली बूस्‍ट करती है। चित्र: शटरस्‍टॉक

गहरी सांस लेना शुरू करें। धीरे-धीरे देखें सांस अधिक स्वाभाविक और धीमी हो जाती है। विश्राम की प्रक्रिया का आनंद लें।

नोट: यह दिन के किसी भी समय, यहां तक ​​कि काम के बीच में भी किया जा सकता है।

2. बालासन

चाइल्ड पोज़ या बालासन बहुत ही आरामदायक मुद्रा है। यह पेट में तंत्रिका तनाव को शांत करता है, जो चिंता के परिणामस्वरूप होता है। यह मन के विचारों को शांत करने में मदद करता है।

विधि: अपने घुटनों पर बैठें। अपने कूल्हों को एड़ी पर टिकाएं और सिर को नीचे लाते हुए चटाई पर ले जाएं। अपने हाथों को साइड पर आराम करने दें। यदि आपको सिर को नीचे लाना मुश्किल है, तो एक बोल्स्टर का उपयोग करें, इसे पैरों के बीच रखें और उस पर अपने धड़ को आराम दें। आप इस मुद्रा में कितनी भी देर तक रह सकती हैं।

3. पवनमुक्तासन

यह मुद्रा शरीर में घबराहट को दूर करने में मदद करती है, जो अक्सर चिंता के साथ होती है। यह सचमुच अपने आप को बेहतर महसूस करवाने के लिए है।

विधि: पीठ के बल लेट जाएं और अपने घुटनों को अपनी छाती तक लाएं। अपनी बाहों को पैरों के चारों ओर रखें, जैसे आप उन्हें गले लगा रहे हैं। कुछ सेकंड के लिए अपना सिर ऊपर उठाएं और फिर वापस छोड़ दें। आप जब तक चाहें, इस मुद्रा में रह सकती हैं।

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4. भ्रामरी प्राणायाम

इसे हमिंग बी ब्रीथ के नाम से भी जाना जाता है। इसका दिमाग पर बहुत ही शांत प्रभाव पड़ता है। इसके अलावा, यह बेहतर नींद को बढ़ावा देता है और विचारों की उथल-पुथल को कम करता है।

योग और व्यायाम आपको इस मुश्किल समय को हैंडल करने में मदद कर सकते हैं। चित्र: शटरस्टॉक

विधि: चटाई या कुर्सी पर आरामदायक मुद्रा में बैठ जाएं। कानों को बंद करने के लिए अपने अंगूठे का उपयोग करें। शेष चार अंगुलियों को फैलाकर शंखमुखी मुद्रा बनाएं। अपनी आंखें बंद करें, एक गहरी सांस लें और होंठों के माध्यम से ’हम्म्’ ध्वनि जारी करें। इसके 5 से 10 राउंड करें।

5. ग्रैटिट्यूड जर्नल

आभार व्यक्त करने के लिए यह एक बहुत अच्छा अभ्यास है।

आभार व्‍यक्‍त करना आपको रिलैक्‍स करता है। चित्र: निष्‍ठा बिजलानी

विधि: आप बिस्तर पर जाने से पहले दिन के अंत में ऐसा कर सकते हैं। यह सोचें कि आपका दिन कैसा बीता और आभार व्यक्त करने के लिए 3 चीजें खोजें और इन्हें लिख लें। खुद में सकारात्मक अंतर देखने के लिए इसे दैनिक अभ्यास के रूप में करें। अपनी चिंताओं को जल्द ही हैप्पी वाइब्स में परिवर्तित होते हुए देखेंगी!

6.गाइडेड मेडिटेशन

नियमित रूप से ध्यान का अभ्यास करना आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए चमत्कार कर सकता है। यह हमें शांत करने में मदद करता है, तनाव-प्रतिक्रिया को कम करता है और स्वयं से जुड़ने में मदद करता है। जब आप शुरुआत कर रहे हों तो ध्यान का अभ्यास करना मुश्किल हो सकता है। इसलिए, आसानी से ऑनलाइन उपलब्ध होने वाले गाइडेड मेडिटेशन ऑडियो की मदद से ध्यान करना शुरू करें।

छोटे लक्ष्‍यों से भी ध्‍यान की शुरूआत की जा सकती है। चित्र: शटरस्‍टॉक

विधि: एक गाइडेड मेडिटेशन वीडियो या पॉडकास्ट पर स्विच करें। आप YouTube, Spotify और ऐप्स जैसे Calm का उपयोग कर सकते हैं। निर्देशों का पालन करें और ध्यान के साथ अपनी यात्रा शुरू करें। अंतर देखने के लिए हर दिन कम से कम 5 मिनट तक ध्यान लगाकर अभ्यास करें।

योग जीवन का एक तरीका है और जब नियमित रूप से अभ्यास किया जाता है, तो चिंता के स्तर को कम करने में मदद मिलती है।

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Nishtha Bijlani

Nishtha Bijlani is a Mumbai-based certified yoga expert. ...और पढ़ें

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