एंग्जायटी होने पर आपको सच्ची लगने लगती हैं ये 7 फालतू बातें, जानिए इससे कैसे निपटना है
अगर आपको हमेशा एंग्जायटी बनी रहती है, तो यह सामान्य नहीं है। असलियत में, हर एक व्यक्ति अपनी जिंदगी के किसी न किसी मोड़ पर चिंताग्रस्त महसूस करता है। पर हम में से कुछ के लिए, स्थिति हाथ से बाहर हो जाती है, जब हमारी चिंता का स्तर काफी बढ़ जाता है। तब हमें लगता है कि हम इसके आदी हो चुके हैं। यही असली समस्या है, क्योंकि लेडीज चिंता एक झूठ है, छलावा है ये आपको ऐसी बातों पर विश्वास दिलाता है, जो असल में होती ही नहीं हैं।
एंग्जायटी एक बिन बुलाए मेहमान की तरह आ जाती है और आपके दिमाग के कम चेतना वाले भाग में अपनी जगह बनाती है। चौंकाने वाली बात ये है कि ये एक शांत व्यक्ति को भी वास्तविकता से दूर ले जा सकती है। ये आपके देखने का नज़रिया नकारात्मक कर सकती है।
अगर आपने चिंता सामना अपने बचपन में किया है या अब भी कर रहे हैं, तो आप तैयार हो जाए उन सभी झूठों के बारे में पता लगाने के लिए जो अब भी आपके व्यक्तित्व का हिस्सा हैं।
क्या आप उन 7 एकदम गैरजरूरी बातों के बारे में जानने के लिए तैयार हैं?
1. आप अच्छे नहीं हैं या आप किसी भी चीज के लायक नहीं हैं
अपने दिमाग से जूझते हुए आत्मविश्वास को बनाए रखना बहुत कठिन होता है। क्योंकि एंग्जायटी आपको हर समय समझाने की कोशिश करती है कि आप किसी भी काम को अच्छे से नहीं कर सकते। चाहे वो काम करने की बात हो या व्यक्तिगत समीकरण की। जैसे ही आप अपने सपनों को पूरा करने के लिए काम करते हैं, वैसे ही ये आपको अच्छा जीवन जीने से रोक देती है।
कैलिडोस्कोप में मनोवैज्ञानिक विशेषज्ञ “कोमल मिश्रा” का कहना है- आप अपने मन को समझाएं कि आपका मन आपसे बार-बार झूठ बोल रहा है और ये सच नहीं है, क्योंकि आप काफी अच्छे हैं!
2. आप पसंद करने लायक नहीं हैं
एंग्जायटी आपके मन में हमेशा यही भाव बनाए रखती है कि आप अच्छे नहीं है, कि आपके आस-पास के लोग आपको बर्दाश्त नहीं कर सकते।
आप अपने बारे में हमेशा बुरा ही सोचते हैं, क्योंकि आपके मन में अजीब सोच आती है। आप चिड़चिड़े हो जाते हैं, मूड स्विंग होते हैं। इस कारण आप खुद से और भी ज्यादा नफरत करने लगती हैं। आप किसी का सामना करने में असहज महसूस करती हैं।
ये आपके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन को प्रभावित करता है। ये विचार आपको आपकी नज़रों में इतना कम करता देता है कि इस जाल से खुद को बाहर निकालना लगभग असंभव लगता है।
एंग्जायटी आपको दुनिया से अपना वास्तविक व्यवहार छुपाने के लिए मजबूर करती है, ये आप पर इस तरह दबाव डालती है, जिससे आप किसी और के व्यक्तित्व की नकल करने लगते हैं, क्योंकि आपको हमेशा यही लगता है कि लोग आपको पसंद नहीं करेंगे।
कोमल मिश्रा कहती हैं, जब भी आपको ये लगता है कि आप खुद को पसंद नहीं करती है, तो बस अपने आपसे ये कहिए कि “मैं पसंद की जाने लायक व्यक्ति हूं और इसी वजह से हर कोई मुझे प्यार करता है।” इसके अलावा, याद रखें कि आपके पास कुछ अनमोल गुण हैं, जो किसी और के पास नहीं हैं। आपके दोस्त और परिवार वाले आपसे बहुत प्यार करते हैं और आपसे समान व्यवहार करते हैं।
3. आप सुरक्षित नहीं हैं
एंग्जायटी का एक और नकारात्मक पक्ष ये भी है कि ये आपको विश्वास दिलाती है कि आप लगातार खतरे में हैं। आपको कोई भी जगह सुरक्षित नहीं लगती।
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कस्टमाइज़ करेंजहां खतरा होता भी नहीं है, वहां भी आपको खतरा लगता है। आप रात को सोना चाहते हैं पर आपका मस्तिष्क आपको सोने नहीं देता। कोमल का कहना है कि- आप जहां भी हैं वहां सुरक्षित हैं और खतरा केवल आपके दिमाग में है।
4. आप कमजोर हैं
आपको सुबह-शाम, दिन और रात हर समय आपका दिमाग आपसे कहता रहता है कि आप बहुत कमजोर, दयनीय और प्यार के लायक नहीं हैं। लगातार नकारात्मक विचारों के आने से आपकी रचनात्मकता प्रभावित हो सकती है।
मनोवैज्ञानिक कोमल ने कहा कि एंग्जायटी आपके मन में ऐसे विचार लाती है, जिससे आपको लगता है कि आप नालायक हैं, बहुत बुरे हैं, अपने परिवार और दोस्तों के लिए बोझ हैं। लेकिन आप इनमें से कोई भी नहीं हैं। आपको अपने दिमाग को समझाना होगा कि आप हेड स्ट्रांग हैं, जो कुछ भी हासिल कर सकता है।
5. आप अपने जीवन की हर अच्छी चीज को गड़बड़ कर देंगे
चिंता आपको विश्वास दिलाती है कि आप सब कुछ बर्बाद कर देंगे। जैसे आप किसी के साथ रोमांटिक रूप से शामिल हैं, तो आपका मन आपको बताता रहेगा कि आप इसे कैसे खराब करने जा रहे हैं। यदि आपके पास नौकरी है, तो लगातार नौकरी जाने का भय आपको बना रहता है।
6. आप कभी बेहतर नहीं हुए
ये विचार आपको परेशान करने वाला हो सकता है कि अब दुख से बाहर निकलने का कोई रास्ता ही नहीं है। चिंता आपके दिमाग में इस विचार को भर देती है इससे आपको लगता है कि आप हमेशा के लिए इस तरह से ही रहेंगे। इस स्थिति से बाहर निकलने का दूर-दूर तक कोई रास्ता नहीं है। आप इस स्थिति में अपने आप को खोया हुआ महसूस करते हैं।
अच्छी खबर ये है कि आपकी स्थिति बदल सकती है, अगर आप ये मानना शुरू कर दें कि ये सब मेरे मन का वहम है।
7. आप अच्छी इंसान नहीं हैं
चिंता हमेशा आपको यही बात मनवाने की कोशिश करने में लगी रहती है कि आप एक अच्छी इंसान नहीं हैं। ये आपको आत्म-संदेह और घृणा से भर देती है। ये वो काम करने से रोकती है, जिसे आप पूरे मन से करना चाहती हैं, ये आप पर अंकुश लगाती है। ये निश्चित रूप से सबसे बड़ा झूठ है, क्योंकि सफलता आपके पास तभी आती है जब आप कड़ी मेहनत करती हैं।
अब जब आप इन झूठों के बारे में जान गईं हैं, तो कोशिश करें कि अच्छी जिंदगी जीने के लिए तनाव और चिंता को खुद पर हावी न होने दें।
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