Jaiphal for women : फर्टिलिटी बढ़ाने और पीरियड के दर्द को कम करने में मददगार है जायफल, जानिए कैसे
रसोई में उपलब्ध मसाले का भारतीय पारंपरिक चिकित्सा पद्धति में हज़ारों सालों से होता आया है। ऐसा ही एक मसाला है जायफल। गर्म, पौष्टिक स्वाद और बेहतरीन सुगंध के लिए मशहूर है जायफल, जिसे अंग्रेजी में नटमेग कहते हैं। इंडोनेशिया में बांदा द्वीप समूह से आने वाला जायफल उष्णकटिबंधीय सदाबहार पेड़ ‘मिरिस्टिका फ्रेग्रेंस’ के बीज से प्राप्त होता है। कमाल की बात ये है कि जायफल महिलाओं की सेहत के लिए काफी फायदेमंद है। खासकर मेंस्ट्रुएशन के दौरान होने वाले दर्द और अन्य रिप्रोडक्टिव हेल्थ संबंधी समस्याओं को दूर करने में यह मदद (jaiphal for women) कर सकता है। इस दौरान होने वाले मूड स्विंग को भी कंट्रोल करने में इसका कोई जवाब नहीं है।
हार्मोन सीक्रेशन को संतुलित कर सकता है जायफल ( nutmeg for hormonal imbalance)
‘फ्रंटियर्स न्यूट्रिशन’ पत्रिका में प्रकाशित एक अध्ययन से पता चलता है कि जायफल ग्रोथ हार्मोन और इंसुलिन के प्रभाव को बढ़ाता है। जायफल महिलाओं में हार्मोन को संतुलित करने और कुछ हार्मोनल मुद्दों, जैसे मेंस्ट्रुएशन के दौरान होने वाले ऐंठन और मूड में बदलाव को कम करता है। इसमें ऐसे कंपाउंड होते हैं, जो मूड स्विंग को नियंत्रित करने के साथ-साथ चिंता और अवसाद के लक्षणों को कम कर सकता है। आप इसे आसानी से अपने डेली डाइट में शामिल (jaiphal for women) कर सकती हैं।
रिप्रोडक्टिव हेल्थ संबंधी समस्याओं को इन 6 तरीकों से दूर कर सकता है (Nutmeg can help to cure reproductive health problems)
1. हार्मोन संतुलन बनाए रखने में मददगार (helps in hormonal balance)
ऐसा माना जाता है कि जायफल में इमेनगॉग (Emmenagogues) गुण होते हैं। ये गुण पेल्विक क्षेत्र में ब्लड सर्कुलेशन और हार्मोनल संतुलन को बढ़ावा देने (Jaiphal for women) में मदद करते हैं। जायफल को अपने आहार में शामिल करने या हर्बल चाय में इसका सेवन करने से मेंस्ट्रुएशन को नियमित रखा जा सकता है। इससे महिलाएं समग्र रूप से अपने हार्मोनल स्वास्थ्य को बनाए रख सकती हैं।
2. मेंस्ट्रुएशन के दर्द और ऐंठन से राहत (relieves menstrual pain)
जायफल में नेचुरल एनाल्जेसिक और एंटीस्पास्मोडिक गुण होते हैं। ये मेंस्ट्रुएशन के दर्द और ऐंठन को कम करने में मदद करते हैं। यह गर्भाशय के मसल्स को रिलैक्स करने और मेंस्ट्रुएशन संबंधी परेशानी की तीव्रता को कम करने में भी मदद करते हैं। पीरियड्स के दौरान जायफल की चाय पीने या गर्म पेय या व्यंजनों में मसाले के रूप में इसका उपयोग करने से दर्द से राहत मिलती है।
3. पाचन में सहायक (supports in digestion)
जायफल उन महिलाओं के लिए फायदेमंद है, जो मेंस्ट्रुएशन के दौरान पाचन संबंधी परेशानी का अनुभव करती हैं। यह सूजन, गैस और अपच जैसे लक्षणों को कम करने में मदद करता है। खाने में जायफल शामिल करने या जायफल युक्त हर्बल चाय लेने से पाचन तंत्र स्वस्थ रहता है। इससे महिलाओं की वेलबीइंग अच्छी रहती है।
4.मूड स्विंग और भावनात्मक संतुलन बनाता है (prevents mood swing and helps in maintaining emotional balance)
जायफल में ऐसे यौगिक होते हैं जो मूड को बेहतर बनाने, तनाव और चिंता को कम करने में मदद (jaiphal for women) कर सकते हैं। इसमें रिलैक्स करने के गुण होते हैं, जो शरीर को रिलैक्स करते हैं। ये महिलाओं को हार्मोनल परिवर्तनों के कारण होने वाले मूड स्विंग और भावनात्मक असंतुलन को मैनेज करने में सहायता करते हैं। गर्म दूध में एक चुटकी जायफल मिलाने या इसे व्यंजनों में शामिल करने से मन शांत होता है। इससे महिलाएं भावनात्मक रूप से मजबूत महसूस कर सकती हैं।
5. हड्डियों को रखे स्वस्थ (keeps bones fit)
जायफल में कैल्शियम और मैग्नीशियम जैसे आवश्यक मिनरल होते हैं, जो हड्डियों को स्वस्थ रखते हैं। चूंकि महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस और हड्डियों से संबंधित समस्याओं का खतरा अधिक होता है। इसलिए खानपान में जायफल को शामिल करने से हड्डियां स्वस्थ (jaiphal for women) रहती हैं।
6. प्रजनन क्षमता को बढ़ाता है (increase fertility)
बायोएक्टिव यौगिकों से भरपूर यह सुगंधित मसाला प्रजनन क्षमता बढ़ाने एवं यौन स्वास्थ्य को ठीक रखने में सहायक (jaiphal for women) है। गर्भ धारण करने के लिए आप अपने खानपान में जायफल शामिल कर सकती हैं। जायफल पाउडर और चीनी पाउडर को बराबर मात्रा में (लगभग 3 ग्राम प्रत्येक) ले सकती हैं और इसे अपने मेंस्ट्रुएशन के दौरान एक कप दूध (गाय के दूध) के साथ ले सकती हैं।
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