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आप ही का नुकसान करती है ओवरथिंकिंग, जानिए इसे कैसे कंट्रोल करना है

हम सभी जानते हैं कि जरूरत से ज्यादा सोचना हमारे मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह है। इसके बावजूद हम इसे कंट्रोल नहीं कर पाते।
अधिकतर ओवरथिंक करने की समस्या 25 से 35 उम्र के लोगों में पाई जाती है। चित्र : शटरस्टॉक
Updated On: 20 Oct 2023, 09:15 am IST

ओवरथिंकिंग एक प्रकार की नकारात्मक आदत है। जो कई तरह के स्वास्थ्य जोखिमों का कारण बन सकती है। आपने कभी न कभी खुद को ओवरथिंकिंग करते हुए महसूस जरूर किया होगा। यही आदत धीरे-धीरे व्यक्ति को गंभीर रूप से अपना शिकार बना लेती हैं। और आप दिन प्रतिदिन नकारात्मक विचारों की ओर आकर्षित होती चली जाती हैं। यह सब जानने के बावजूद अगर आप इसे कंट्रोल (How to stop overthinking) नहीं कर पा रहीं हैं, तो ये टिप्स कर सकते हैं इसमें आपकी मदद।

यदि हम अपना ध्यान फिजूल की बातों को सोचने की जगह किसी तरह के प्रोडक्टिव चीजों को सोचने में लगाएंगी तो यह आपके लिए फायदेमंद हो सकता है। परंतु एक ओवरथिंकर नकारात्मक विचारों के प्रति ज्यादा आकर्षित होते हैं। जिसके कारण आमतौर पर डिप्रेशन, एंग्जाइटी और स्ट्रेस जैसी समस्याएं देखने को मिलते हैं। इस समस्या के लिए किसी तरह की मेडिसिंस नहीं बनी। तो इससे निजात पाने के लिए खुद पर भरोसा करते हुए कुछ स्टेप्स लेने की जरूरत पड़ती है। तो चलिए आगे जानते हैं किस तरह आप ओवरथिंकिंग से छुटकारा पा सकती हैं।

ओवरथिंकिंगआपकी एंग्जायटी का कारन बन सकती है. चित्र-शटरस्टॉक।

पहले जानिए ओवरथिंकिंग किस तरह सेहत के लिए हो सकता है नुकसानदेह

ओवरथिंकिं कोई बीमारी नहीं बल्कि एक नकारात्मक आदत है। इसका प्रभाव मानसिक स्वास्थ्य जोखिमों का कारण होने के साथ आपके इमोशनल और फिजिकल हेल्थ को भी प्रभावित कर सकता है। नियमित रूप से ओवरथिंकिंग करने की आदत आपको एंग्जाइटी, पैनिक अटैक और डिप्रेशन जैसी मानसिक समस्याओं से ग्रसित कर देती हैं। वहीं दूसरी ओर ओवरथिंकिंग के कारण नींद की कमी, हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रेस जैसी समस्याएं देखने को मिलती हैं। स्ट्रेस में कॉर्टिसोल नामक स्ट्रेस हार्मोन रिलीज होता है। यह आपके मोटापे का कारण बन सकता है।

यहां जाने ओवरथिंकर्स में नजर आने वाले कुछ सामान्य लक्षण

निर्णय लेते वक्त भ्रमित रहना

क्रोध एवं तनाव में रहना

दूसरों के दृष्टिकोण को न समझना

अकेलापन

बार-बार विचारों को दोहराना

ध्यान केंद्रित रखने में कठिनाई होना

ओवरथिंकिंग क्रोध का कारण बन सकती है। चित्र: शटरस्टॉक

यहां जानिए कि ओवरथिंकिंग से कैसे बचा जाए

1 खुद को डिस्ट्रेक्ट करने की कोशिश

यदि आप ओवरथिंकिंग करती है तो अपने मन पसंदीदा कार्यों में व्यस्त हो कर खुद को नकारात्मक विचारों से डिस्ट्रेक्ट करने की कोशिश करें। आप चाहे तो किचन में नई रेसिपी भी ट्राई कर सकती हैं। इसके साथ ही वर्कआउट क्लास और पेंटिंग जैसी गतिविधियों में भाग लेना भी उचित रहेगा।

2 गहरी सांस लें

ओवरथिंकिंग मानसिक और शारीरिक दोनों ही रूप से आपको परेशान कर सकती हैं। ऐसे में शांत जगह पर बैठकर गहरी सांस लें, यह आपको रिलैक्स रखेगा। इसके साथ ही यह आपके दिमाग में चल रहे विचारों को अवॉइड करने में मदद करेगा।

3 मेडिटेशन करें

यदि आप एक ओवरथिंकर है, तो नियमित रूप से मेडिटेशन करने की आदत बनाएं। यह आपके दिमाग में चल रहे थॉट्स से डिस्ट्रेक्ट होने में मदद करेगा। वहीं यह दिमाग को शांत रखता है और आप ओवरथिंकिंग की वजह से तनाव की शिकार नही होंगी। रात को काम से लौटने के बाद थोड़ी देर मेडिटेशन का अभ्यास जरूर करें। यह आपके अंदर सकारात्मक विचारों को स्थापित करता है।

यह एक ऐसी क्रिया है, जो आपके समग्र स्वास्थ्य में सकारात्मक्ता (Positivity) लाती है. चित्र : शटरस्टॉक

4 अपने ट्रिगर प्वाइंट को समझें

सभी व्यक्ति का कोई न कोई ऐसा ट्रिगर प्वाइंट जरूर होता है। जहां पहुंचकर वह ओवरथिंकिंग करने लग जाते हैं। ऐसा में अपने ट्रिगर प्वाइंट पर पकड़ बना लेना भी ओवरथिंकिंग की समस्या से निदान पाने का एक अच्छा तरीका होता है।

यदि आपको कभी भी ऐसा लगे कि आप परेशान हो सकती हैं, तो खुद को एक सकारात्मक एनवायरमेंट में इंवॉल्व करने की कोशिश करें। ओवरथिंकिंग एक ऐसी समस्या है जिसे आप खुद ठीक नहीं करना चाहती तो इसमें कोई दूसरा व्यक्ति आपकी सहायता नहीं कर सकता।

5 पर्फेक्शनिज्म पर ध्यान देना कम कर दें

कई लोग ऐसे हैं जिन्हें हर चीज परफेक्टली करने की आदत होती है। ऐसे में यदि कोई चीज कभी पूर्णता पूरी न हो पाए तो वह खुद को दोषी ठहराते है और बेफिजूल की बातों को सोचते हुए ओवरथिंकिंग जैसी समस्या का शिकार हो जाते हैं। ऐसे में सबसे पहले अपने दिमाग से पर्फेक्शनिज्म जैसी बातों को निकाल दें। क्योंकि गलतियां होंगी तभी तो हम उन गलतियों से सही चीजों को करना सीखेंगे।

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लेखक के बारे में
अंजलि कुमारी

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं।

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