पर्सनलाइज्ड कंटेंट, डेली न्यूजलैटरससाइन अप

छोटी-मोटी चोट के लिए घर पर भी किया जा सकता है उपचार, यहां हैं 4 जांचें-परखे उपाय

कई बार छोटे बच्चों को खेलते समय या रसोई में खाना बनाते समय अकसर बड़ों को छोटी-मोटी चोटें लग जाती हैं। इन पर परेशान होने की जरूरत नहीं है, क्योंकि आपकी रसोई में ही इनका उपचार संभव है।
खुली चोट पर कुछ दिनों तक एलोवेरा जेल लगाने से घाव पूरी तरह ठीक हो जाता है। चित्र- अडोबी स्टॉक
Updated On: 29 Jan 2024, 05:04 pm IST

आपको कितनी बार खाना बनाते समय हल्का जलना या बाहरी गतिविधि के दौरान घुटनों में खरोंच का सामना करना पड़ा है? शायद बहुत बार। त्वचा को प्रभावित करने वाली किसी भी छोटी चोट, जैसे कट या खरोंच या जलने के लिए, आपको अस्पताल जाने की ज़रूरत नहीं है। यह सच है कि ऐसी चोटें आपके व्यस्त समय में बाधा बन सकती हैं और आपके रुटीन को डिस्टर्ब कर सकती हैं। इसलिए आपको उन घरेलू उपायाें के बारे में पता होना चाहिए, जाे छोटी-मोटी चोटों पर उपचार (Wound home remedies) के लिए इस्तेमाल किए जाते रहे हैं।

बचपन में जब हमें चोट लगा करती थी, तो दादी, नानी या हमारी मम्मी कई तरह के उपक्रम किया करती थीं। जैसे चोट लगने पर पानी से धोना, फूंक मारना, डिटॉल से साफ करना और भी बहुत कुछ। इन छोटी चोटों के लिए डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं होती है। इनका उपचार घर पर भी बहुत आराम से किया जा सकता है।

नारियल का तेल मुलायम होता है और इसमे स्किन को सॉफ्ट करने वाले गुण होते हैं। चित्र- अडोबी स्टॉक

चोट लगने पर हम उसे घर पर ही कैसे ठीक कर सकते है इसके बारे में फोर्टिस अस्पताल, वाशी में जॉइंट रिप्लेसमेंट सर्जन के डॉयरेक्टर डॉ. प्रमोद भोर ने कुछ घरेलू नुस्खे बताए।

यहां हैं मामूली चोटों के वे उपचार, जिन पर मां, दादी और नानी को भी भरोसा है (Wound home remedies)

1 गिरने या छिलने पर लगाएं हल्दी

हल्दी अपने उपचार गुणों के लिए पूरी दुनिया में जानी जाती है। इसके एंटीबायोटिक, सूजन-रोधी और एंटीसेप्टिक गुण हैं। इसके जीवाणुरोधी गुण हानिकारक बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकते है और घाव भरने में मदद करते है। हल्दी एक प्राकृतिक एंटीसेप्टिक के रूप में काम करती है। कटे और घावों पर हल्दी लगाने से बैक्टीरिया कम होते है और उपचार में तेजी लाई जा सकती है।

2 घाव को कर सकते हैं शहद से साफ

शहद को वैसे तो हम सभी खाने के रूप में इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इसके कई और लाभ भी है। कई लोग इसे स्किन केयर रूटीन में शामिल करते हैं। इसके कई गुणों के कारण इसका इस्तेमाल चोटों को ठीक करने के लिए भी किया जाता है।

इसमें प्राकृतिक हाइड्रोजन पेरोक्साइड होता है, जो बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकता है। चोटों पर लगाने से शहद हाइड्रोजन पेरोक्साइड छोड़ता है, जो घाव को साफ और बैक्टीरिया को कम करने में मदद करता है।

शहद को सबसे पहले रूई पर लगाएं, इसके बाद रूई को अपनी चोट वाली त्वचा पर लगाएं। यह सीधे त्वचा पर लगाने पर शहद की गंदगी को कम करने में मदद करता है।

3 एलोवेरा जेल है घाव का ठंडक भरा उपचार

एलोवेरा में जीवाणुरोधी, रोगाणुरोधी, सूजन-रोधी और एंटीऑक्सीडेंट गुणों पाए जाते है। इसके सूदिंग गुण स्किन से जलन को खत्म करने का काम करते है। इ्ससे स्किन को एक ठंडक मिलती है।

खुली चोट पर कुछ दिनों तक एलोवेरा जेल लगाने से घाव पूरी तरह ठीक हो जाता है। एलोवेरा जेल में फाइटोकेमिकल्स भी होते हैं जो चोटी के दर्द को कम करने और स्किन से सूजन को दूर करने में मदद करता है। चोट को ठीक करने के लिए उस पर एलोवेरा जेल लगाएं और सूखने के बाद धो दें।

जानिए घाव भरने के 4 आसान तरीके. चित्र : शटरस्टॉक

4 जलने या छिलने पर नारियल का तेल

नारियल का तेल बालों के उपचार के साथ साथ आपकी चोट का उपचार भी कर सकता है। नारियल का तेल मुलायम होता है और इसमे स्किन को सॉफ्ट करने वाले गुण होते हैं। ये किसी भी चोट से जलन को मिटाने में मदद कर सकता है। नारियल का तेल रोगाणुरोधी, सूजन-रोधी और मॉइस्चराइजिंग गुण होते है।

इसकी लॉरिक एसिड सामग्री बैक्टीरिया को कम करने में मदद करती है। नारियल का तेल घाव को नम रखता है, ऊतक की मरम्मत में मदद करता है।

ये भी पढ़े- पेट में सूजन और दर्द हो सकता है किडनी की बीमारी का लक्षण, जानिए ऐसी स्थिति में आपको क्या करना है

लेखक के बारे में
संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं।

अगला लेख