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वेट लॉस डाइट पर हैं, तो आपके लिए हेल्दी विकल्प हो सकती है उड़द दाल की खिचड़ी, जानिए इसके फायदे

खिचड़ी का सेवन समग्र सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। तो चलिए जानते हैं आयुर्वेद में क्या हैं इसके फायदे।
मोनो डाइट में शामिल करें ये रेसिपी। चित्र : शटरस्टॉक
अंजलि कुमारी Published: 21 Jan 2023, 17:00 pm IST
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खिचड़ी भारत में लोकप्रिय व्यंजन के रूप में जाना जाता है। यह लगभग सभी भारतीय घरों में बनता है। खास मौकों से लेकर बीमारी से जल्दी ठीक होने तक, खिडची एक ऐसा व्यंजन है, जिसे हर उम्र के लोग पसंद करते हैं। कई मंदिरों में भी इसे “प्रसाद” के रूप में परोसा जाता है। पोषक तत्वों से भरपूर खिचड़ी पाचन से जुड़ी सभी समस्याएं जैसे अपच, डायरिया, कब्ज, आदि में काफी कारगर होता है।

आयुर्वेद में भी इसका एक विशेष संदर्भ है। आहार कल्पना (Ayurveda dietics) में खिचड़ी का वर्णन विस्तार से किया गया है। आयुर्वेद के अनुसार आहार कल्पना शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होने के साथ ही ही मानसिक स्वास्थ्य को भी बनाए रखती है। वहीं यह भोजन की गुणवत्ता को भी बढ़ा देती है।

यहां जाने खिचड़ी किस तरह फायदेमंद है

सेंट्रल आयुर्वेद रिसर्च इंस्टीट्यूट गुवाहाटी की रिसर्च ऑफिसर डॉ ज्यूति रानी दास ने खिचड़ी के कई स्वास्थ्य लाभ बताए हैं। उनके अनुसार खिचड़ी का सेवन समग्र सेहत के लिए काफी फायदेमंद होता है। तो चलिए जानते हैं आयुर्वेद में क्या हैं इसके फायदे।

बल्य – यह एनर्जी और इम्यूनिटी को बूस्ट करता है।

बुद्धि वर्धक – यह याददाश्त बढ़ाने में मदद करता है।

मलावर्धक – यह मल की मात्रा को बढ़ाता है जिसकी वजह से कब्ज जैसी समस्या नहीं होती।

मूत्रवर्द्धक – यह यूरिन उत्पादन को बढ़ाता है।

शुक्राला – यह सेमिनल की गुणवत्ता और मात्रा को बढ़ावा देता है।

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एनर्जी बूस्ट करती है खिचड़ी। चित्र शटरस्टॉक।

इन लोगों को खास कर अपनी डाइट में शमिल करनी चाहिए खिचड़ी

खिचड़ी बहुत पौष्टिक होती है, यह आहार संबंधी सभी जरूरतों को पूरा करती है। इसलिए बढ़ते बच्चों को इसका सेवन करने की सलाह दी जाती है। वहीं अंडर वेट और ओवर वेट व्यक्ति के लिए खिचड़ी का सेवन काफी फायदेमंद होता है। साथ ही जिन लोगों को ब्लोटिंग, अपच, गैस, एसिडिटी, आदि से पीड़ित हैं, तो खिचड़ी का सेवन इन सभी समस्यायों में कारगर हो सकता है। खिचड़ी के साथ नींबू का रस और छाछ ले सकती है।

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इसे बनाने के लिए आपको चाहिए

चावल – 1/2 कप
मूंग दाल – 1/2 कप
गाजर – 1/4 कप
मटर – 1/4 कप
गोभी – 1/4 कप
टमाटर – 1/4 कप
धनिया की पत्तियां
घी – 6 चम्मच
जीरा – 1 चम्मच
सरसो – 1 चम्मच
हरी मिर्च (बारीक कटी हुई) – 2
अदरक (कसा हुआ) – 1 चम्मच
लहसुन की 8 से 10 कलियां (बारीक कटी हुई)
हल्दी – ¼ चम्मच
काली मिर्च पाउडर – ½ चम्मच
धनिया पाउडर – ½ चम्मच
गरम मसाला – ½ चम्मच
नमक (स्वादानुसार)

मूंग दाल खिचड़ी वेट लॉस के लिए फायदेमंद है। चित्र:शटरस्टॉक

इस तरह तैयार करें

चावल और मूंग दाल को पानी मे भिगो कर 20 मिनट के लिए रख दें।

अब दाल और चावल को प्रेशर कुकर में डालें। फिर इसमें दाल चावल की मात्रा से 3 गुणा ज्यादा पानी डालें। साथ ही इसमें स्वादानुसार नमक डालें।

फिर प्रेशर कुकर को बंद करके 5 से 6 सिटी लगने तक इन्तेजार करें। फिर गैस को बंद कर दें।

अब दूसरी ओर गाजर, गोभी और टमाटर को छोटे टुकड़ों में काट लें।

गैस को मध्यम आंच पर चढ़ाएं और इसमें घी डालें। घी गर्म हो जाने पर इसमें हरी मिर्च, जीरा और सरसों डालें।

जब यह लाल हो जाये तो इसमे कस किया हुआ अदरक और कटी हुई लहसुन डालें। और इन्हें 30 सेकंड तक भूने।

फिर इसमे कटी हुई गाजर, गोभी, मटर और टमाटर डालें।

फिर इसमे हल्दी, काली मिर्च पाउडर, धनिया पाउडर और गरम मसाला डालें। इन्हें एक साथ 4 से 5 मिनट तक अच्छी तरह भुने।

उसके बाद तैयार की गई खिचड़ी में इन्हें डाल कर मिला लें।

आपकी मिश्रण बनकर तैयार है। इसे धनिया की पत्तियों से गार्निश करें और गर्मा गर्म सर्व करें।

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अंजलि कुमारी

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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