वेट लॉस से लेकर ओरल हाइजीन तक, 4 अच्छे कारण, जो खीरे को बनाते हैं हर मौसम में फायदेमंद
हेल्दी फूड हो या हेल्दी स्किन, खीरे के बिना दोनों ही अधूरे हैं। जिस प्रकार हर फेस पैक में खीरे के स्लाइस की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार से खाने का जायका बढ़ाने में खीरे से बना सलाद भी अहम भूमिका निभाता है। गर्मियों के मौसम का हाइड्रेटिंग सुपरफूड, असल में हर मौसम में लाभदायक है। वैज्ञानिक मानते हैं कि खीरे के अर्क में कुछ ऐसे खास यौगिक मौजूद होते हैं, जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी के जोखिम को भी कम कर सकते हैं। तो आइए जानते हैं खीरे के स्वास्थ्य लाभ (Cucumber benefits)।
सामान्य तौर पर तो खीरा बीज के साथ ही खाया जाता है। हालांकि, इसके बीजों को अलग करके भी इसका सेवन विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के उपचार के रूप में कर सकते हैं। यह किस प्रकार के स्वास्थ्य लाभ दे सकता है, यह हम नीचे विस्तार से बता रहे हैं।
1. कम करता है कैंसर का जोखिम
खीरे के बीज में मौजूद फ्लेवोनॉयड्स (Flavonoid ) एंटीट्यूमर (Antitumor) के रूप में कार्य कर सकते हैं। वहीं, खीरे के बीज में एंटी-कैंसर प्रभाव होते हैं, जिस कारण से खीरे के बीज का सेवन कैंसर की रोकथाम में सहायता कर सकता है।
NCBI (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) पर प्रकाशित एक मेडिकल शोध में यह बताया गया है कि खीरे के अर्क और बीज में एंटी कैंसर गुणों वाला कुकर बिटासिन (Cucurbitacins) नामक केमिकल होता है, जो कैंसर कोशिकाओं को बढ़ने से रोक सकता है। इस आधार पर खीरे के बीज का सेवन कैंसर से बचाव के लिए उपयोगी हो सकता है। खीरे के बीज कैंसर से बचाव में सहायक हो सकता है, लेकिन यह इसका इलाज नहीं है। यदि कोई कैंसर से पीड़ित है तो घरेलू उपचार पर निर्भर नहीं रहना चाहिए, बल्कि डॉक्टरी इलाज को ही पहली प्राथमिकता देनी चाहिए।
2. वजन घटाए
खीरे के बीज वजन घटाने के घरेलू उपाय से जुड़े हुए हैं। चूहों पर किए गए एक शोध के मुताबिक, खीरे के बीज के अर्क में हाइड्रो अल्कोहोलिक और ब्यूटेनॉलिक कंपाउड शामिल होते हैं, जो रक्त में शुगर का स्तर कम करने के साथ वजन को संतुलित बनाए रखने में फायदेमंद हो सकते है। यही कारण है कि मोटापा कम करने में खीरे के बीज का सेवन फायदेमंद हो सकता है।
3. दांतों के लिए फायदेमंद
दांतों के लिए भी खीरे का प्रयोग करना बेहद लाभकारी माना जाता है। इसके लिए खीरे का जूस पीना और खीरा खाना दोनों ही फायदेमंद हो सकते हैं। इस बात की पुष्टि दो अलग-अलग शोध से होती है। पहले शोध के मुताबिक, खीरे में मौजूद मिनरल्स और विटामिन दांतों में कैविटी के जोखिम को कम करने के साथ दांतों और मसूड़ों को स्वस्थ रखने में सहायता कर सकते हैं।
वहीं, खीरे से जुड़े अन्य रिसर्च में जिक्र मिलता है कि खीरे का जूस दांतों और मसूड़ों से जुड़ी परेशानियों व पायरिया (Pyorrhea) के उपचार के लिए उपयोग किया जा सकता है। साथ ही, खीरे में मौजूद डायटरी फाइबर दांतों और मसूड़ों की मसाज करने में सहायता कर सकता है। इस प्रकार खीरे के बीज को दातों के लिए फायदेमंद माना जा सकता है।
4. पाचन को मजबूत करता है
खीरे के बीज के लाभ में पाचन प्रक्रिया में सुधार भी शामिल है। एक शोध पेपर में जिक्र मिलता है कि खीरे के बीज का सेवन अल्सर, गैस और एसिडिटी जैसी कई पाचन संबंधी परेशानी से राहत दिलाने में मददगार हो सकता है। वहीं, यह अपच की समस्या से राहत दिलाने में भी सहायक सिद्ध हो सकता है। इस आधार पर खीरे के बीज को पाचन को मजबूत बनाने के लिए प्रभावी माना जा सकता है।
यह भी याद रखें
- आमतौर पर खीरे के बीज का प्रयोग कई स्वास्थ्य परेशानियों के लिए किया जा सकता है। लेकिन, अगर इसका सेवन ज्यादा मात्रा में किया जाए, तो खीरे के बीज के कई नुकसान भी हो सकते हैं।
- कुछ मामलों में खीरे का सेवन करना ओरल एलर्जी सिंड्रोम (Oral Allergy Syndrome) की वजह बन सकती है। ऐसे में खीरा या खीरे के बीज खाने से नुकसान हो सकते हैं।
- खीरे के बीज में हाइपोग्लाइसेमिक (Hypoglycemic) प्रभाव यानी रक्त में शुगर की मात्रा घटाने वाला प्रभाव होता है। ऐसे में यदि किसी को लो ब्लड शुगर की परेशानी है, तो उन्हें खीरे के बीज के नुकसान हो सकता है।
- 5000 मिलीग्राम से अधिक खीरे का सेवन करना कुछ हद तक विषाक्तता की वजह बन सकती है। जिस कारण से ज्यादा मात्रा में खीरा या खीरे के बीज का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
- खीरे के बीज मूत्रवर्धक (Diuretic) प्रभाव वाला होता है। ज्यादा मात्रा में इसका सेवन डिहाइड्रेशन की वजह बन सकती है।