लॉग इन

एम्स ने जारी किए ओमीक्रोन वेरिएंट के 5 लक्षण, हल्के में लेना पड़ सकता है भारी

ओमिक्रोन वेरिएंट को 'माइल्ड' समझना आपकी बहुत बड़ी भूल हो सकती है। इसलिए एम्स द्वारा बताए गए इन 5 लक्षणों पर ध्यान दें।
ओमीक्रोन के ऐसे 5 लक्षण साझा किए हैं जो काफी खतरनाक है। चित्र ; शटरस्टॉक
ऐप खोलें

देश में कोरोना वायरस संक्रमण (Covid-19 ) की तीसरी लहर (Third Wave) नजदीक आ गई है। तेजी से बढ़ रहे संक्रमण के मामले लोगों में दहशत बना रहे हैं, क्योंकि तीसरी लहर में सबसे ज्यादा ओमीक्रोन वेरिएंट (Omicron variant ) के मामले दर्ज किए जा रहे हैं। यह नया वेरिएंट काफी तेजी से म्यूटेट होने वाला है, जिसके चलते यह चिंता का नया विषय है। अभी तक गंभीर लक्षण संक्रमित मरीजों में इस वेरिएंट के देखने को नहीं मिल रहे थे हालांकि अब कुछ ऐसे लक्षण ( New symptoms of Omicron ) दर्ज किए जा रहे हैं जिसके बारे में जानकारी हासिल करना बहुत जरूरी है।

हाल ही में यूएस सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन एनालिसिस के अनुसार नए वेरिएंट ओमीक्रोन के कुछ लक्षण सामने आए थे। जिसमें सामान्य कोल्ड वाले लक्षण जैसे नाक बहना, कफ, खांसी थकान जैसे लक्षण शामिल थे। वही अब अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS) ने ओमीक्रोन के ऐसे 5 लक्षण (5 symptoms of Omicron ) साझा किए हैं जो काफी खतरनाक है। एम्स के अनुसार यह लक्षण बाकी वेरिएंट के लक्षणों से काफी अलग है।

जानिए क्या है एम्स द्वारा बताए गए यह पांच गंभीर लक्षण ? 

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान दिल्ली ने अपने ऑफिशियल ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए जानकारी साझा की और बताया कि नए वेरिएंट ओमिक्रोन में पांच गंभीर लक्षण है जिसमें : 

ओमीक्रोन में देखने मिल रहें है 5 नए लक्षण। चित्र : शटरस्टॉक
  1. ऑक्सीजन लेवल में भारी गिरावट
  2. सीने में भारी दर्द या रात को सोते में बहुत पसीना
  3. मेंटल कन्फ्यूजन की स्थिति होना
  4. सांस लेने में परेशानियों का सामना करना 
  5. यह समस्याएं तीन-चार दिन से ज्यादा होना कोरोना वायरस के लक्षण है।

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार हेल्थ एक्सपर्ट्स का सुझाव है की अगर आपको अपनी त्वचा के रंग में कोई बदलाव देखने को मिल रहा हो या अपने होठ या नकून नीले पड़ते दिख रहें हो तो यह ओमिक्रोन वेरिएंट से संक्रमित होने के बड़े संकेत हो सकते है। कुछ लोगों को कोरोना वायरस संक्रमण के लक्षण और टेस्टिंग को लेकर असमंजस की स्थिति में है ऐसे में यह जानना बहुत जरूरी है कि आपको कब जांच करवानी चाहिए।

आखिर कब करवानी चाहिए कोरोना वायरस की जांच ?

अगर सैंपल देने में डर लगता है तो आप सेल्‍फ कलैक्टिड सैंपल भी दे सकती हैं। चित्र: शटरस्‍टॉक

एम्स के अनुसार यदि आप खुद में कोई लक्षण महसूस करते हैं जैसे तेज बुखार, कफ, गले में खराश, बदन दर्द, सांस लेने में कठिनाई, अपना स्वाद और महक खो देना, या नए बताए गए पांच लक्षण आपको खुद में लगते हैं तो फौरन आरटी पीसीआर टेस्ट कराने की सलाह दी जाती है। यदि आप किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आए हैं जो कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रहा है और आप में कोई भी लक्षण नहीं है तो आप खुद को होम आइसोलेट कर सकते हैं आपको कोई टेस्ट कराने की आवश्यकता नहीं है। आपका होम आइसोलेशन 7 दिन तक होना चाहिए और उसके बाद एक फाइनल कोरोना टेस्ट करवाना चाहिए।

AIIMS से जानिए क्या करना चाहिए और क्या नहीं ? 

आपको क्या करने की जरूरत ? (Do’s )

  1. यदि आप संक्रमित हैं तो घर पर रहे
  2. कुछ भी छूने के बाद हाथों को और कुछ सामान को सनराइज करें
  3. घर के अन्य सदस्यों को मास्क पहनने की सलाह दें
  4.  अपने घर की खिड़कियों को वेंटिलेशन के लिए खोलें
  5.  हर 6 घंटे में अपने बॉडी टेंपरेचर को ले
  6. हर 6 घंटे में अपने ऑक्सीजन लेवल को चेक करें
  7. अगर आपका ऑक्सीजन लेवल 93 से कम है तो आपको डॉक्टर के पास जाने की जरूरत है।
एसिम्टोमैटिक मरीजों को है 7 दिन होम आइसोलेट होने की सलाह। चित्र ; शटरस्टॉक

आपको क्या नही करना है ( don’ts )

  1. बिना किसी सलाह के रेमडिसिवर घर पर लेने का प्रयास ना करें।
  2. बिल्कुल भी ना करें बुडेसोनाइड नेबुलाइजर का इस्तेमाल
  3. बिना किसी डॉक्टर की सलाह के घर पर ऑक्सीजन सिलेंडर का उपयोग ना करें
  4. किसी भी सीटी स्कैन बिना डॉक्टर की सलाह के ना करवाएं।
  5. कोरोना की दवाइयों के कारण शुगर और बीपी की दवाइयां छोड़ने से बचें।

यह भी पढ़े : आ गई है कोरोना की एंटीवायरल ड्रग “Molnupiravir”, जानिए इसके बारे में सब कुछ

अक्षांश कुलश्रेष्ठ

सेहत, तंदुरुस्ती और सौंदर्य के लिए कुछ नई जानकारियों की खोज में ...और पढ़ें

अगला लेख