ऐसे सुपर इफेक्टिव उपाय जो आपको दिलाएंगे वाइटहेड्स से छुटकारा, जानिए क्या कहते हैं एक्सपर्ट?
अचानक से उभर आने वाले एक्ने का क्या है इलाज?
वाइटहेड्स अक्सर ही निकल आते हैं। आम तौर पर हम नही जानते कि क्या किया जाए। इनको नोच कर निकालने के अलावा शायद ही हमारे पास कोई इलाज होगा। एक्सपर्ट्स कहते है- इनसे डील करने का सबसे पहला तरीका है कि इनके विभिन्न प्रकारों के बारे में जानना।
यह जानने के बाद उससे निपटना भी आसान हो जाएगा, जैसे- व्हाइटहेड्स, ब्लैकहेड्स, pustules, papules, cysts या nodules सभी पिंपल्स के प्रकार हैं।
व्हाइटहेड्स का पता लगाना है मुश्किल
हमारे चेहरे पर जहां यह सबसे अधिक होते हैं, वह है:- टी जोन, गाल और माथा। क्या आप जानतें हैं कि लगभग 85% लोगों में वाइटहेड्स होते हैं। पर उन्हें इसका पता भी नहीं होता। आम तौर पर बनने वाले पिम्पल्स से वाइटहेड्स बिलकुल अलग होते हैं। चेहरे पर बनने की इनकी प्रक्रिया भी अलग होती है।
पहचान कैसे हो ?
अगर आप यह जानना चाहती हैं कि ये क्याल होते हैं, तो अपने होठों को अंदर की तरफ मोड़कर गालों को नीचे ओर थोड़ा खींचे। बस यहीं जो सफ़ेद हिस्सा जो आपको नज़र आ रहा है। वही वाइट हेड्स हैं।
वाइटहेड्स होतें क्यों हैं ?
सीबम, त्वचा कोशिकाओं और बालों के रोम में एक प्लग बनता है, जिनके कारण वाइटहेड्स का निर्माण होता है। हमारे चेहरे छाती और पीठ पर पिलोसेबासौस यूनिट्स (PSUs) होती है। इनमें प्राकृतिक तेल का निर्माण होता है। यह हमारी त्वचा के भीतर फॉलिकल नामक हॉर्मोन के द्वारा हमारे रोमछिद्रो को बड़ा करके छोटे वाइट बम्प्स का निर्माण करती हैं। जो वाइटहेड्स बन जाते हैं और कभी-कभी मुंहासे कहलाते हैं।
यदि वाइटहेड्स का समय पर इलाज न करवाया जाए, तो इनमें इन्फेक्शन होने की सम्भावना हो जाती है। कभी-कभी तो यह उभर कर काफी बड़े हो जाते हैं और निशान भी छोड़ जाते हैं।
वाइट हेड्स होने के आम कारण इस प्रकार हैं।
- प्यूबर्टी, गर्भावस्था और मासिक धर्म के कारण शरीर में हार्मोनल परिवर्तन
- गलत सौंदर्य प्रसाधनों का उपयोग
- त्वचा के भीतर अवांछित तेल का बनना
- पसीना
- चिकना और शकर युक्त आहार
- गर्भनिरोधक गोलियाँ
- नमी और प्रदूषण
- तेल वाले बालों का होना
- सूरज का ओवर एक्सपोजर
कभी कभी सभ कुछ ठीक होने पर भी वाइट हेड्स होते हैं। इन्हें कभी भी नोचना नही चाहिए। ऐसा करना आपको अधिक विकट परिस्थिति में डाल देगा। ज़रा ध्यान दीजिए ! स्काार्फ, हेलमेट, बैग, चश्में आदि कभी-कभी वाइट हेड्स के रगड़ने का कारण बन जाते हैं।
यह रातों रात निकल तो आते हैं पर रातों रात इनका इलाज संभव नहीं। लगातार सावधानी से भी यदि इनका इलाज करवाया जाए तो भी यह 6-7 हफ़्तों में ही ठीक होतें हैं।
अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें
कस्टमाइज़ करेंपर आपकी रसोई में ही कुछ ऐसी चीजें हैं, जिनसे इनसे निपटा जा सकता है।
जैसे :-
एक चम्मच बेकिंग सोडा को 16 चम्मच पानी में मिलकर हफ्ते भर चेहरे पर लगाइये। यह आपके बंद हुए रोमछिद्रो को नरम कर देगा। ध्यान रहे इसका अधिक प्रयोग आपकी त्वचा को सूखा बना देगा।
भाप के द्वारा भी आपके रोमछिद्र खुल सकते हैं। यह आपको अच्छे परिणाम भी दे सकता है। आप इसे अपनी अप्पर बॉडी पर और टी-जोन पर कर सकते हैं।
एप्पल साइडर विनेगर कई रूप से आपके काम आ सकता है। इसके दो चम्मच 16 चम्मच पानी में मिलकर हर उस संक्रमित जगह पर लगाइये। ये एंटीबैक्टीरियल का काम करता है।
नींबू का रस आपके चेहरे से एक्स्ट्रा आयल सोख लेता है। आपकी समस्या का ये काफी अच्छा समाधान बन सकता है। इसे अपने चेहरे पर 20 मिनट के लिए लगाइये और धोने के बाद कोई मॉइस्चराइजर लगा लीजिए ।
एलोवेरा जेल में नींबू का रास मिलाकर कर आप हलके हाथों से अपने चेहरे पर मसाज कर सकती हैं। इसे पूरी रात के लिए भी छोड़ा जा सकता है। यह आपके वाइट हेड्स बनने में कमी लाएगा और त्वचा में अतिरिक्त अवांछित तेल को भी बनने नहीं देगा।
एक चम्मच जोजोबा ऑयल में कुछ बूंदे टी ट्री आयल की मिलाकर हलके हाथों से मसाज कर इसे रात भर के लिए छोर दीजिए। यह भी आपके वाइट हेड्स बनने में कमी लाएगा और त्वचा में अतिरिक्त अवांछित तेल को भी बनने नहीं देगा।
आलू का जूस निकाल कर उसे कॉटन के सहारे अपने चेहरे पर लगाइये फिर देखिये कमाल। 10 मिनट तक लगा रहने के बाद नार्मल पानी से धो दीजिए।
ग्रीन टी बैग को इस्तेमाल के बाद फेकने के बजाये चेहरे पर लगाना एक अच्छा विकल्प हो सकता है। यह आपके पोर्स को खोलेगा और वाइट हेड्स से बचाएगा।
अंडे के सफ़ेद हिस्से को अपने चेहरे पर 20 तक लगाना है। जब यह सूख जाए तो इसे धो दीजिए। यह आपके आंखो के पास वाले एरिया को भी टाइट कर देगा।
वाइट हेड्स ऐसी चीज़ है जिसे कोई भी नही पसंद करता। चेहरे पर होने के कारण इसे छुपाना और भी अधिक मुश्किल हो जाता है। लेकिन आप इसे थोड़ी सी केयर के साथ इन्हेंछ ठीक कर सकती हैं।