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मन और शरीर दोनों को थका देता है उल्टी आना, यहां हैं वे उपाय जो इससे आपको राहत दे सकते हैं

उल्टी आना एक अच्छा अनुभव नहीं होता है। यह पेट में मौजूद हानिकारक पदार्थ को जबरदस्ती मुंह से निकालता है। पर क्या आप इससे राहत पा सकती हैं?
एक्सरसाइज के दौरान शरीर में इलेक्ट्रोलाइट संतुलन बनाए रखना और उसे हाइड्रेटेड रखना महत्वपूर्ण है। चित्र- अडोबी स्टॉक
अदिति तिवारी Published: 19 Nov 2021, 13:00 pm IST
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उल्टी किसी भी वजह से आ सकती है। अपच से लेकर किसी अन्य रोग का संकेत सहित, उल्टी आने के कई कारण हैं। लेकिन यह हमेशा एक असहज अनुभव देता है। साथ ही यह आपकी ऊर्जा को भी कम कर देता है। उल्टी एक स्थिति नहीं है, बल्कि अन्य स्थितियों का एक लक्षण है। इनमें से कुछ स्थितियां गंभीर हैं। जबकि अधिकांश चिंता का कारण नहीं हैं।

उल्टी एक बार की घटना हो सकती है, खासकर जब यह कुछ खाने या पीने के कारण होती है। जो पेट में ठीक से नहीं बैठती। हालांकि, बार-बार उल्टी होना किसी आपात या गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है। बहुत लोगों को केवल सफर करते वक्त उल्टी आती हैं और वे अक्सर दवाओं की सहायता लेते हैं। क्या आपको पता है, कि कुछ आसान घरेलू उपचार आपको इस असहज अनुभव से राहत दे सकते हैं।

जानिए वयस्कों को उल्टी आने के कारण 

वयस्कों में उल्टी के सबसे आम कारणों में शामिल हैं:

  • फूड ऐलर्जी या फूड पॉइजनिंग 
  • बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण, जैसे वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस (gastroenteritis) 
  • मोशन सिकनेस
  • कीमोथेरपी
  • माइग्रेन सिरदर्द
  • दवाएं, जैसे एंटीबायोटिक्स, मॉर्फिन, या एनेस्थीसिया
  • अत्यधिक शराब का सेवन
  • पेट में जलन या एसिड रिफ्लक्स 
  • इरिटेबल बावल सिंड्रोम (IBS)

जबकि शिशुओं को इन कारणों से उल्टी आती है 

  • वायरल गैस्ट्रोएंटेराइटिस (gastroenteritis)
  • अगर बोतल की निप्पल में छेद बहुत बड़ा है, तो बच्चे दूध को बहुत जल्दी निगल लेते हैं। इससे उल्टी हो सकती है। 
  • फूड पॉइजनिंग 
  • लैक्टोज इंटोंलरेंस  
  • यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (यूटीआई), कान में संक्रमण, निमोनिया, या मेनिनजाइटिस सहित अन्य प्रकार के संक्रमण। 
  • गलती से कोई विषाक्त पदार्थ या जहर खा लेना। 
  • पाइलोरिक स्टेनोसिस (pyloric stenosis): जन्म के समय मौजूद एक स्थिति जिसमें पेट से आंत्र तक का मार्ग संकुचित हो जाता है। इसलिए भोजन आसानी से नहीं जा सकता है और उल्टी हो सकती है। 
उल्टी से निजात दिलाती है नीम। चित्र- शटरस्टॉक।

यहां कुछ उपाय दिए गए हैं, जो आपको उल्टी आने की समस्या से राहत दे सकते हैं 

पहले जान लेते हैं वयस्कों के लिए उपाय 

1. नीम का उपयोग करें

अपने एंटीसेप्टिक और एंटीबैक्टिरीयल गुणों के कारण नीम संक्रमण को दूर करने में कारगर है। इस उपाय के लिए आप नीम के कोमल पत्ते लेकर पीस लें। इसे एक गिलास पानी में डालें। थोड़ा-थोड़ा करके थोड़ी-थोड़ी देर बाद पीने से हर एक प्रकार की उल्टी बंद हो जाती है।

2. धनिया का सेवन है फायदेमंद 

अगर आपको उल्टी की परेशानी से राहत पानी है, तो धनिया का सेवन है रामबाण उपाय। इसके लिए आप हरी धनिया का रस निकालें। इसमें थोड़ा-सा सेंधा नमक और एक नींबू डालकर तुरंत पियें। इसे पीने से उल्टी में तुरंत लाभ होता है। 

इसके अलावा आप आधा चम्मच धनिया पाउडर और आधा चम्मच सौंफ पाउडर को एक गिलास पानी में डालें। इसमें थोड़ी-सी चीनी या मिश्री घोल कर पीने से उल्टी आनी बंद हो जाती है।

3. एप्पल साइडर विनेगर हो सकता है असरदार 

एप्पल साइडर विनेगर आपके पेट को डिसइंफेक्ट करने और उल्टी को रोकने में मदद करता है। पेट को शांत करने के साथ यह पूरे शरीर को डिटॉक्सिफाई करता है। इसके लिए आप 1 चम्मच शहद और 1 चम्मच एप्पल साइडर विनेगर को एक गिलार पानी में मिलाएं और पी लें। इसका सेवन आप ठीक होने तक करते रहें। 

कभी-कभी उल्टी के कारण मुंह की बदबू की वजह से भी आपका जी मचलाने लगता है। ऐसे में आपका माउथ फ्रेशनर बन सकता है एप्पल साइडर विनेगर। 1 चम्मच विनेगर को 1 कप पानी में मिलाएं और कुल्ला करें। यह आपको अच्छा महसूस करने में मदद करेगा।  

शिशुओं को दिलाएं उल्टी से राहत

1. अपने बच्चों को अपच और उल्टी से बचाने के लिए दूध पिलाने के तुरंत बाद पेट या बाजू के बल लेटा दें और पीठ को थपकाते रहें। 

2. सुनिश्चित करें कि आपका बच्चा अतिरिक्त तरल पदार्थों का सेवन करता है, जैसे पानी, चीनी का पानी या जिलेटिन। यदि आपका शिशु अभी भी स्तनपान कर रहा है, तो बार-बार स्तनपान कराना जारी रखें।

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3. अपने शिशु को समय से पहले अनाज या सॉलिड फूड न दें। 

4. यदि आपका शिशु अधिक समय तक कुछ भी खाने या पीने से इंकार करता है, तो डॉक्टर से मिलें।

सेब का सिरका उल्टी रोकने में मददगार है। चित्र: शटरस्‍टॉक

यकीनन उल्टी आना मन और तन दोनों के लिए मुश्किल भरी स्थिति होती है। हमें इसके संकेत आने से पहले ही मिलने लगते हैं। इसलिए यहां वे उपाय दिए गए हैं, जिन्हें अपनाकर आप इसे आने से रोक सकती हैं।

इन उपाय की मदद से आप उल्टी आने को ही रोक सकती हैं 

जब आपको मितली आने लगती है, तो आप कुछ कदम उठाकर उल्टी को रोक सकते हैं। ये टिप्स उल्टी शुरू होने से पहले रोकने में मदद कर सकते हैं। 

  • गहरी सांसें लें।
  • अदरक की चाय पिएं या ताजा अदरक खाएं।
  • बर्फ के टुकड़े चूसे। 
  • यदि आप अपच या एसिड रिफ्लक्स से ग्रस्त हैं, तो तैलीय या मसालेदार भोजन से बचें।
  • अपने सिर और पीठ को ऊपर की ओर करके बैठें या लेटें।

कब है डॉक्टर के पास जाने की जरूरत 

वयस्कों और शिशुओं को डॉक्टर को दिखाना चाहिए यदि वे:

  • एक दिन से अधिक समय से बार-बार उल्टी कर रहे हैं। 
  • किसी तरल पदार्थ को पचाने में भी असक्षम हैं। 
  • हरे रंग की उल्टी या उल्टी में खून आ रहा है। 
  • गंभीर डिहाइड्रेशन के संकेत जैसे थकान, अत्यधिक प्यास, धंसी हुई आंखें, तेज़ हृदय गति और कम या कोई मूत्र नहीं का अनुभव कर रहें हैं। 
  • शिशुओं में, गंभीर डिहाइड्रेशन के लक्षणों में बिना आंसू के रोना भी शामिल है। 
  • उल्टी शुरू होने के बाद से अधिक वजन का कम होना। 
  • एक महीने से अधिक समय से उल्टी होना। 

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अदिति तिवारी

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