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हाई बीपी को कंट्रोल करना है, तो ट्राय करें ये 3 सुपर इफेक्टिव आयुर्वेदिक हर्ब्‍स

उच्च रक्तचाप, या हाई ब्लड प्रेशर कुछ आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों का उपयोग करके नियंत्रण में लाया जा सकता है।
भोजन तैयार करने के लिए धनिया का प्रयोग व्यंजनों की गुणवत्ता बढ़ा सकता है। चित्र:शटरस्टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Updated: 2 Mar 2022, 17:06 pm IST
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उच्च रक्तचाप या हाइपरटेंशन पिछले कुछ वर्षों में एक महामारी बन गया है। जिन लोगों का रक्तचाप 140/90 से ऊपर होता है, उन को उच्च रक्तचाप से पीड़ित माना जाता है। यह किसी भी अन्य जीवन शैली की बीमारी की तरह है, लेकिन यह बेहद खतरनाक हो सकता है। क्योंकि शरीर के अन्य अंग इसकी वजह से प्रभावित होते हैं। उच्च रक्तचाप हृदय रोग, स्ट्रोक और किडनी फेलियर को ट्रिगर कर सकता है।

भयानक बात यह है कि उच्च बीपी में वास्तव में कोई लक्षण नहीं होते हैं, यही वजह है कि यह लंबे समय तक पता नहीं चलता है, या जब तक कि चीजें हाथ से नहीं निकल जाती हैं। हालांकि, अच्छी बात यह है कि इसे सख्त डाइट का पालन करके और नियमित रूप से व्यायाम करके नियंत्रित किया जा सकता है।

आपके रक्तचाप को कम करने का एक और तरीका है, और वह है आयुर्वेद की शक्ति के माध्यम से।

कुछ चमत्कार जड़ी बूटियां हैं जो वास्तव में प्रभावी साबित होती हैं और आपके उच्च बीपी से प्रभावी तरीके से निपटने में आपकी मदद करती हैं।

यहां 3 जड़ी बूटियां हैं जो उच्च रक्तचाप के प्रबंधन में मददगार साबित हो सकती हैं:

1. तुलसी

तुलसी का स्वाद किसे नहीं पसन्द होगा,खासकर चाय में। लेकिन यह जड़ीबूटी तब भी मददगार होती है जब रक्तचाप को कम करने की बात आती है। तुलसी एक प्राकृतिक कैल्शियम अवरोधक के रूप में कार्य करती है। इसमें एक प्लांट बेस्ड एंटीऑक्सिडेंट होता है, जो रक्तचाप को कम करने में मदद करता है। यह अनिवार्य रूप से यह करता है कि ये हृदय में कैल्शियम की गति को रोकता है जिससे रक्त वाहिकाओं को आराम मिलता है।

रक्तचाप को कैसे कम करती है तुलसी। चित्र- शटरस्टॉक।

तुलसी लोगों में रक्तचाप को कैसे कम करती है, इसकी जांच के लिए और अधिक शोध किया जा रहा है।

2. अजमोद

यह जड़ी बूटी अमेरिकी, यूरोपीय और मध्य पूर्वी व्यंजनों में लोकप्रिय है। और भोजन में स्वाद जोड़ने के अलावा, इसमें अन्य यौगिक भी शामिल हैं, जैसे कि विटामिन सी और डीएट्री कैरोटीनॉयड जो रक्तचाप को कम करने में मदद कर सकते हैं।

‘कैरोटेनॉइड्स: कार्डियोवस्कुलर हेल्थ के संभावित सहयोगी’ शीर्षक से प्रकाशित एक अध्ययन में खुलासा किया गया है कि कैरोटीनॉयड एंटीऑक्सिडेंट रक्तचाप और एलडीएल (खराब) कोलेस्ट्रॉल को कम करते हैं, जो हृदय रोग के पीछे एक बड़ा कारण है।

इसके अलावा, कुछ पशु अध्ययन भी हैं जिनमें पाया गया है कि अजमोद सिस्टोलिक और डायस्टोलिक दोनों रक्तचाप को कम करने में मदद करता है। अजमोद, कैल्शियम चैनल अवरोधक की तरह भी काम करता है और रक्त वाहिकाओं को शिथिल और पतला करने से बचाता है।

3. लहसुन

यह औषधि सभी रसोई घरों में आसानी से मिल जाती है, और रक्तचाप को कम करने में भी मदद साबित होती है। लहसुन में सल्फर कंपाउंड होते हैं, जैसे कि एलिसिन, जो रक्त के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करते है और रक्त वाहिकाओं को आराम देते है। इन प्रक्रियाओं के कारण, लहसुन रक्तचाप को कम करता है।

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लहसुन ब्लड प्रेशर नियंत्रण के लिए बहुत असरदार है। चित्र: शटरस्‍टॉक

हाई बीपी पर 12 अध्ययनों की समीक्षा में पाया गया कि लहसुन के सेवन से सिस्टोलिक और डायस्टोलिक रक्तचाप को क्रमशः 8.3 मिमी और 5.5 मिमी की औसत से कम करने में मदद मिलती है। सबसे अच्छी बात यह है कि इसका प्रभाव रक्तचाप की दवाओं के समान है।
एक और 24-सप्ताह का अध्ययन था जो 30 लोगों के बीच आयोजित किया गया था। इसमें पाया गया कि 600 से 1,500 मिलीग्राम लहसुन का अर्क रक्तचाप को कम करने के लिए उतना ही प्रभावी था जितना कि एटेनोलोल।

महिलाओं, अगली बार जब आप खरीदारी करने जाते हैं, तो इन जड़ी बूटियों को जरूर लेकर आइये और स्वाभाविक रूप से अपना रक्तचाप कम कीजिए।

टीम हेल्‍थ शॉट्स

ये हेल्‍थ शॉट्स के विविध लेखकों का समूह हैं, जो आपकी सेहत, सौंदर्य और तंदुरुस्ती के लिए हर बार कुछ खास लेकर आते हैं। ...और पढ़ें

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