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क्या सावन के महीने में नहीं पीनी चाहिए शराब? एक्सपर्ट और शोध दोनों से जानते हैं सेहत पर अल्कोहल के दुष्प्रभाव

शराब का सेवन हमारे स्वास्थ के लिए खराब है ये हम ,भी जानते है। एक नई स्टडी भी सामने आई है जिसमें शराब के सेवन को कई समस्याओं का कारण बताया गया है ।
जानिए शराब का सेवन आपके दिमाग को किस तरह प्रभावित करता है। चित्र : शटरकॉक।
संध्या सिंह Published: 15 Jul 2023, 12:30 pm IST
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श्रावण के समय में कई लोगो शराब का सेवन बंद कर देते है। लेकिन शराब का सेवन केवल सावन या किसी धार्मिक समय पर ही बंद नही करना चाहिए, बल्कि हमेशा ही शराब के सेवन से दूर रहना चाहिए। शराब न केवल परिवारों में संबंधों को खराब करती है, बल्कि आपकी सेहत को भी पूरी तरह से खराब कर देती है। हाल ही में एक स्टडी सामने आई है जिसमें बताया गया है कि शराब का सेवन आपके मस्तिष्क विकार के साथ-साथ आपकी उम्र को भी तेजी से बढ़ाता है। जिससे आप समय से पहले बूढ़े हो सकते हैं।

शराब के बारे में क्या कहते हैं एक्सपर्ट

शराब के स्वास्थ्य जोखिमों के बारे में जानने के लिए हेल्थ शॉट्स ने डॉ. वैद्य सनातन मिश्रा से बात की। डॉ वैद्य एक बीएएमएस आयुष डॉक्टर है, जिनका प्रयागराज में आरोग्यवर्धक औषधालय नाम से क्लीनिक है। वे बताते हैं कि शराब का सेवन किसी भी मौसम में नहीं करना चाहिए। यह लिवर, हार्ट और ब्रेन तीनाें के लिए खतरनाक होती है। खासतौर से जब बरसात के मौसम में इसका सेवन किया जाता है, तो यह कमजोर इम्युनिटी को और भी कमजोर कर देती है।

सावन में शराब का सेवन आपको पूरी तरह से बिमार कर सकता है। चित्र : शटरस्टॉक

क्याें सावन में नहीं पीनी चाहिए शराब

श्रावण का महीना बारिश का महीना है और इस दौरान लोग खानपान और जीवनशैली में कई तरह के बदलाव करते हैं। इस मौसम में पहले की तुलना में सूरज की रोशनी यानी विटामिन डी कम मिलता है। ग्लोबल वार्मिंग के बाद से इसमें थोड़ा सा बदलाव आया है। मगर यह सच है कि बारिश का मौसम पाचन तंत्र के लिए जटिल होता है।

शरीर में विटामिन डी की कमी, नमी युक्त मौसम, बैक्टीरिया का जोखिम आदि वे कारण हैं जो आपकी इम्युनिटी को कमजोर कर देते हैं। उस पर जब आप शराब जैसे डिहाइड्रेट करने वाली चीजों का सेवन करते हैं, तो यह आपकी सेहत के लिए और भी जोखिम भरा हो जाता है।

मानव शरीर हवा, सूरज की रोशनी, मिट्टी और पानी जैसे विभिन्न प्राकृतिक तत्वों से बना है। इसलिए इस कारण शरीर में पाचन प्रक्रिया और काम काज थोड़ा प्रभावित हो जाता है। इसलिए श्रावण में मांस, शराब जैसी चीजों का सेवन नही किया जाता है और सात्विक भोजन किया जाता है।

क्या कहती है शराब के सेवन के बारे में रिसर्च

वाशिंगटन के बेलेव्यू में रिसर्च सोसाइटी ऑन अल्कोहल (आरएसए) ने ये रिसर्च की है जिसमें बताया गया है की शराब लत यानी अल्कोहल यूज डिसऑर्डर एक न्यूरोसाइकिएट्रिक डिसऑर्डर (neuropsychiatric disorder) है। ये डिसऑर्डर ब्रेन से संबंधित है, जो कि हमारे मस्तिष्क को नुकसान पहुंचाता है।

ब्रेन से संबंधित ये डिसऑर्डर परिवार, काम और व्यक्तिगत कल्याण को गंभीर नुकसान पहुंचाता है।

आपके ब्रेन को नुकसान पहुंचाती है ड्रिंकिंग। चित्र : शटर स्टॉक

मेमोरी लॉस का कारण बनती है शराब

शोध में संज्ञानात्मक नुकसान के बारे में बताया गया जो ज्यादा शराब पीने के कारण हो सकता है। यह काम करने के लिए योजना बनाने की क्षमता को कम करता है, किसी चीज को याद रखना या दूरदर्शिता को कम कर सकता है। कमजोर एपिसोडिक मेमोरी नई घटनाओं को याद रखने और स्मरण करने की क्षमता को सीमित कर देती है।

मस्तिष्क की कार्यप्रणाली और संबंधित कमियों को यह क्षति तीन प्रमुख न्यूरोसर्किटरीज़ पर अल्कोहल के प्रभाव के कारण होती है। वे फ्रंटोसेरेबेलर नेटवर्क, फ्रंटोलिम्बिक नेटवर्क और फ्रंटोस्ट्रिएटल नेटवर्क हैं।

फायदेमंद हो सकता है शराब में कटौती या उसे पूरी तरह छोड़ देना

भले ही शराब पीना जीवन में बाद में शुरू किया गया हो, लेकिन अधिक उम्र में शराब पीने वाले लोग क्षेत्रीय मस्तिष्क के नुकसान को महसूस कर सकते हैं। किसी भी उम्र के शराब पीने वाले, जो शराब पीना कम कर देते हैं या बंद कर देते हैं, उन्हें शराब पीने के प्रतिकूल शारीरिक और कार्यात्मक प्रभाव कम देखने को मिल सकते हैं।

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कई अध्ययनों से पता चलता है कि शराब पीने में कमी के साथ कॉर्टिकल ग्रे मैटर की मात्रा में कुछ सुधार हो सकता है।

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संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

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