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इन 5 कारणों से हर समय ठंडा रहता है कुछ लोगों का शरीर, एक्सपर्ट से जानिए ये नॉर्मल है या नहीं

आपके ठंडे शरीर के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं ये 5 लक्षण, इन्हे कभी न करें नजरंदाज
नीमिया की स्थिति में बॉडी का ठंडा पड़ना और ठंड लगना दो सामान्य स्थितियां हैं। चित्र: शटरस्टॉक
अंजलि कुमारी Published: 20 Feb 2024, 19:17 pm IST
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हममें से कई लोग ऐसे होंगे जिनका शरीर हमेशा ठंडा रहता है। ऐसे कई हेल्थ कंडीशन हैं जिसकी वजह से शरीर ठंडा पड़ जाता है। इसे कभी भी नजरंदाज नहीं करना चाहिए क्युकी ये कई गंभीर स्वास्थ्य स्थितियों का संकेत हो सकते हैं। तो क्या आपके साथ भी ऐसा होता है? यदि हां! तो आपको इसपर ध्यान देने की जरूरत है। आइए जानते हैं, कुछ ऐसी ही स्वास्थ्य स्थितियों के बारे में जिनकी वजह से शरीर ठंडा पड़ जाता है।

शरीर के हमेशा ठंडा रहने के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं ये 5 कारण

1. हो सकता है एनीमिया

एनीमिया तब होता है जब आपका सिस्टम आपके पूरे शरीर में ऑक्सीजन ले जाने के लिए पर्याप्त रेड ब्लड सेल्स नहीं बना पाता है। बॉडी में खून की कमी हो जाने से कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। एनीमिया की स्थिति में बॉडी का ठंडा पड़ना और ठंड लगना दो सामान्य स्थितियां हैं। वहीं इस स्थिति में थकान, त्वचा का पीला पड़ना, अनियमित हार्टबीट आदि जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं।

बॉडी में खून की कमी हो जाने से कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

2. हाइपोथायरायडिज्म का संकेत है

थायरॉयड गले में एक तितली के आकार का ग्लैंड है। यह आपके मेटाबॉलिज्म को रेगुलेट करने में मदद करता है। वहीं ये एक प्रकार की रासायनिक प्रतिक्रिया है, जो शरीर को बनाए रखती हैं। यदि यह ग्लैंड पर्याप्त थायराइड हार्मोन नहीं बनाती है, या आपका शरीर उस हार्मोन को प्रभावी ढंग से संसाधित नहीं कर सकता है, तो आप हाइपोथायराइड हो सकते हैं।

इस स्थिति में अधिक ठंड लगता है, वहीं बॉडी भी ठंडी पड़ जाती है। हाइपोथायरायडिज्म के अन्य लक्षणों की बात करे तो हेयर फॉल, ड्राई स्किन, थकान, अनियमित या हैवी पीरियड्स, कब्ज़ और वजन बढ़ने जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।

3. हो सकता है डायबिटीज

डायबिटीज के परिणामस्वरूप होने वाली किडनी डैमेज को डायबीटिक नेफ्रोपैथी के रूप में जाना जाता है। डायबीटिक नेफ्रोपैथी में बॉडी का ठंडा पड़ना और ठंड महसूस होते रहना दो बेहद कॉमन स्थितियां हैं। इसके अलावा इस स्थिति में जी मचलना, उल्टी आना, खुजली, भूख में कमी, सांस लेने में कठिनाई, भ्रम, चेहरे, पैरों या हाथों में सूजन आने जैसे लक्षण देखने को मिल सकते हैं।

4. एनोरेक्सिया का संकेत

यह एक प्रकार का ईटिंग डिसऑर्डर है। वजन बढ़ने की अत्यधिक चिंता के कारण एनोरेक्सिया से पीड़ित लोग खतरनाक रूप से पतले हो जाते हैं। ऐसे में ठंड महसूस होना और बॉडी का ठंडा पड़ना एनोरेक्सिया के कॉमन लक्षणों में से एक है। इस स्थिति में आप अपनी ऊंचाई के लिए सामान्य शारीरिक वजन से 15% या अधिक कम हो सकती है। इसके अलावा 3 से 4 महीनों तक पीरियड्स मिस हो सकता है।

ठंड महसूस होना और बॉडी का ठंडा पड़ना एनोरेक्सिया के कॉमन लक्षणों में से एक है। चित्र-शटरस्टॉक।

5. ब्लड वेसल्स संबंधी समस्या

यदि आपके हाथ, पैर और तलवे ठंडे रहते हैं, या आपको इन जगहों पर ठंडा लगते रहता है, तो ये ब्लड वेसल्स डिसऑर्डर का संकेत हो सकता है। इस स्थिति में आपके हाथ एवं पैरों में ब्लड वेसल्स संकुचित हो जाते हैं, जिससे की इन अंगों तक पर्याप्त मात्रा में ब्लड नहीं पहुंच पाता। ब्लड वेसल्स डिसऑर्डर की स्थिति में ब्लड क्लाॅट हो सकते हैं, इसके अलावा ब्लड वेसल्स संकुचित हो जाते हैं, वहीं उंगलियों तक जाने वाली आर्टरीज नैरो हो जाती है।

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अंजलि कुमारी

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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