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लगातार थकान के लिए जिम्मेदार हो सकते हैं ये 5 कारण, अपनी स्थिति चेक कीजिए

Published on:5 October 2023, 17:06pm IST

पूरे दिन काम करते रहने के कारण वाली होने वाली थकावट से तो अधिकतर लोग पीड़ित हैं , लेकिन समय या उचित आराम के बाद वो थकावट खत्म हो जाती है। लेकिन अगर दैनिक तौर पर आपको थकावट की समस्या रहती है, तो यह किन्हीं बीमारियों के संकेत भी हो सकतें हैं।

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कंधे से कंधा मिलाकर चलने की ललक और घर व बाहर की जिम्मेदारियों ने आज की नारी को हर क्षेत्र में सफल बना दिया है। प्रोफेशनल लाइफ में तमाम चुनौतियों से लोहा लेकर वॉरियर बनने से लेकर पर्सनल लाइफ में सभी की केयर करने तक, महिलाओं ने हमेशा ही पहला स्थान प्राप्त किया है। लेकिन जीवन में कभी न थकने वाली महिलाएं अक्सर किन्हीं बीमारियों के कारण पूरे दिन थकी-थकी हुई लगती है। जिसके कारण उनके स्वास्थ्य से लेकर जीवनशैली प्रभावित होती है, जिससे स्ट्रेस की स्थिति भी पैदा होती है। जिसके कारण कई और बीमारियां भी बढ़ सकतीं हैं। चित्र: अडोबीस्टॉक

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हालांकि कभी-कभी अत्यधिक थकान और अधिक काम का बोझ महसूस करना एक आम बात है लेकिन अगर आप नियमित रूप से थकावट से पीड़ित हैं, तो आपको इसके कारण का पता लगाने की आवश्यकता है। कई बार थकान खराब जीवनशैली की आदत के कारण भी होती है, लेकिन यह अनदेखी चिकित्सीय स्थिति का संकेत भी दे सकती है। अगर आप को भी लगातार थका हुआ महसूस होता है, तो ये कुछ बीमारियों के संकेत भी हो सकते हैं। चित्र: अडोबीस्टॉक

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नींद की कमी: कम नींद लेने से महिलाओं को थकान हो सकती है क्योंकि नींद शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होती है। नींद की कमी या अच्छी नींद के बिना, शारीरिक और मानसिक प्रतिरक्षा कमजोर होती है, जिससे थकान और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। अमेरिकन सोसाइटी ऑफ केमिकल के जर्नल में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक, नींद की कमी के कारण व्यक्ति किसी भी काम में ध्यान केंद्रित नहीं कर पाता और साथ ही कम नींद के कारण मानसिक थकान भी होती है, जो दिनचर्या को प्रभावित कर सकती है। चित्र: अडोबीस्टॉक

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थायरॉइड: हर वक़्त लगने वाली थकान थायरॉइड की तरफ भी संकेत करतीं हैं। मैक्स हॉस्पिटल देहरादून में कंसल्टेंट एनक्रोलॉजिस्ट डॉ. श्रेया शर्मा बतातीं हैं कि थायरॉइड के मूल लक्षणों में थकावट होना भीं एक लक्षण हैं। अगर आपको हर वक़्त थकावट लगती रहती हैं तो आपको थायरॉइड का चेकअप कराना चाहिए। डॉ. श्रेया के थायरॉइड ग्रंथि के द्वारा प्रदर्शित होने वाले और शारीरिक स्वास्थ्य के नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले हार्मोन थायरॉक्सीन (T4) और त्रियोथायरॉनाइन (T3) का स्तर थायरॉइड ग्रंथि द्वारा नियंत्रित किया जाता है। थायरॉइड ग्रंथि के सामान्य कार्यों के अविचलन के कारण, थायरॉइड रोग से ग्रस्त व्यक्तियों में थकावट की समस्या हो सकती है। चित्र: अडोबीस्टॉक

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हेल्दी डाइट न लेना: अक्सर महिलाएं अपने कामों के कारण अपनी डाइट का ख्याल नहीं रखती, जिससे उनका स्वास्थ्य प्रभावित होता है। वहीं, जब आप सही तरीके से आहार नहीं लेती, तो आपके शरीर को उसके आवश्यक पोषण और ऊर्जा की कमी हो सकती है, जिससे थकावट का अहसास होता है। साथ ही जब आपका आहार कैलोरी की दृष्टि से पूरी नहीं होता है, तो आपका शरीर उर्जा की कमी के कारण थकान का अहसास करता है।

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डायबिटीज: डायबिटीज भी थकान का एक कारण हो सकती है। दरअसल, डायबिटीज में ब्लड में शुगर का स्तर बढ़ जाता है, जिससे शरीर की सेल्स को शुगर का उपयोग करने के लिए अधिक प्रयास करना पड़ता है। यह अत्यधिक थकान का कारण बन सकता है। इसके साथ ही डायबिटीज के प्रबल लक्षणों में से एक बीमारी के प्रकट होने के बाद रात के समय में बार-बार नींद टूट सकती है, जिससे थकान महसूस होती है। अमेरिकन डायबिटीज़ एसोसिएशन के अनुसार, डायबिटीज़ वाले लगभग 61 प्रतिशत लोग थकान को डायबिटीज के लक्षणों में शामिल करते है। वहीं, इस शोध के मुताबिक डायबिटीज़ में थकान एक आम लक्षण है। चित्र: अडोबीस्टॉक

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स्लीप एपनिया: दिन भर थकान रहने के कारणों में स्लीप एपनिया भी शामिल है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हार्ट, लंग एन्ड ब्लड इंस्टीट्यूट के अनुसार स्लीप एपनिया के कारण नींद के बीच में होने वाली रुकावट आपकी नींद को बाधित कर सकती है और नींद की गुणवत्ता को प्रभावित करती है। इसके कारण नींद के दौरान बार-बार जागने के कारण अधिक थकान महसूस कराता है। स्लीप एपनिया के दौरान होने वाले समस्या के कारण, आपका शरीर अपने ऑक्सीजन स्तर को सामान्य से कम कर देता है। इससे आपकी रात की नींद के दौरान दखल पड़ती है और आपको थकान का अहसास होता है। चित्र: अडोबीस्टॉक

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