बाज़ार से मसाले क्यों खरीदने जब आप इन्हें घर पर तैयार कर सकती हैं, यहां हैं 6 पारंपरिक मसालों की रेसिपी
खाने के स्वाद को बढ़ाने के लिए अक्सर मसालों का प्रयोग किया जाता है। इससे खाने का चटपटापन और ज़ायका बरकरार रहता है। अगर आप भी खाने में नेचुरल स्पाइस को एड करना चाहती हैं, तो मम्मी की रसोई में मौजूद कुछ खड़े मसाले इसमें आपकी मदद कर सकते हैं। जानें इन्हें तैयार करने की रेसिपी।
खाने में चटपटापन बढ़ाने और फ्रूट व सलाइ को स्पाइसी बनाने के लिए चाट मसाले का इस्तेमाल किया जाता है। खासतौर से गर्मियों में छाछ और रायते में प्रयोग किए जाने वाले चाट मसाल को तैयार करने के लिए खड़े मसालों का प्रयोग किया जाता है। इसके लिए मोटी इलायची, जीरा, काली मिर्च, तेज पत्ता, सौंफ, काला नमक, हींग और अदरक के पाउडर का प्रयोग किया जाता है। इन मसालों को भूनकर पीस लें और फिर ठंडा होने के बाद एयरटाइट जार में स्टोर कर लें।
व्यंजनों में स्वाद का तड़का लगाने के लिए गरतम मसाले का प्रमुखता से प्रयोग किया जाता है। इसे बनाने के लिए खड़े मसालों का प्रचुर मात्रा में प्रयोग किया जाता है। पहले जमाने में लोग इसे हाथों से पीसकर तैयार करते थे, जिसमें दरदरापन महसूस होता है। इन दिनों पाउडर फॉर्म में कमलने वाले रगम मसाले को तैयार करने के लिए तेज पत्ता, जावि़त्री, लौंग, मोटी इलायची, चक्र फूल, धनिया, दालचीनी, जीरा, काली मिर्च और सौंफ का इस्तेमाल किया जाता है। इन्हें कुछ दिन तक धूप में रखें और फिर हल्का सा भूनकर पीस लें। उसके बाद कांच की बॉटल में भरकर रख दें।
जीरा, लौंग, काली मिर्च, धनिया, मोटी इलायची, दालचीनी, जावित्री, सौंफ और काली जीरी को एक बर्तने में डालकर धीमी आंच पर पकने दें। कुछ देर पकने के बाद भुने मसालों में 8 से 10 सूखी लाल मिर्च डालें। सुनहरा होने के बाद इसे ब्लैंण्डर में डालकर ब्लैंड करें और उसमें आमचूर, कसूरी मेथी और हल्दी मिलाकर दोबारा से ब्लैंण्ड करें। इसके बाद तैयार पाउडर को सफेद चने बनाने के लिए प्रयोग करें। इससे न केवल चने का स्वाद बढ़ जाता है बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है।
पनीर को शाही अंदाज़ में पकाने से लेकर परोसने तक मसाले का रोल बेहद अहम होता है। पनीर के मसाले को घर तैयार करने के लिए मम्मी की रसोई में मौजूद मसाले बेहद कारगर है। इसे बनाने के लिए लौंग, काली मिर्च, जीरा, मोटी इलायची, साबुत लाल मिर्च, धनिया, जायफल और छोटी इलायची को रोस्ट कर लें। फिर उसे ब्लैण्डर में डालें और साथ में टोमेटा पाउडर, आमचूर, कसूरी मेथी और सौंठ को डालकर ब्लैंड कर दें। इससे तैयार मसाले को आवश्यकतानुसार सब्जी में एड करके पकाएं।
इसे बनाने के लिए चना दाल, उड़द दाल, तुअर दाल और सूखी लाल मिर्च को लेकर कुछ देर धीमी आंच पर भून लें। इसके बाद धनिया, मेथी दाना, जीरा, काली मिर्च और करी पत्ता को भी डालकर कुछ देर तक रोस्ट करें। हल्का सुनहरा होने पर इसे ब्लैंण्डर में डालकर पीस लें और फिर उसमें भुनी हुई हींग और हल्दी पाउडर मिलाकर दोबारा से ब्लैण्ड करें। अब सांबर बनाने के लिए इस मसाले का प्रयोग करें।
चाय में खुशबू और स्वाद को एड करने के लिए मसाला बेहद फायदेमंद है। इसे बनाने के सौंफ, दालचीनी, मोटी इलायची, छोटी इलायची, लौंग और सौंठ ले और उन्हें 2 से 3 दिन तक तेज़ धूप में 2 से 3 दिन तक सूखने दें। अब इन्हें ब्लैण्ड कर लें और बारीक पाउडर तैयार कर लें। चाय के पानी को उबालने के बाद इस मसाले को आवश्यकानुसार एड करके पानी को कुछ देर उबलने दें और उसके बाद बाकी इंग्रीडिएंटस को शामिल करें। इससे चाय स्वास्थ्य को संतुलित बनाए रखने में मदद करती है।