पीरियड्स वाले सिरदर्द से भी राहत दिलाता है कुट्टू का आटा, रुजुता दिवेकर बता रहीं हैं ऐसे ही 3 सुपरफूड्स
भारत में फेस्टिव सीजन की शुरुआत हो गई है और देश में सभी लोग नवरात्रि का त्योहार बड़ी ही धूमधाम और सांस्कृतिक तरीके से मना रहें हैं। नवरात्रि में सभी लोग मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करते हैं और साथ ही उनके प्रति अपनी आस्था दिखाने के लिए व्रत-उपवास भी करते है। स्वास्थ्य की दृष्टि से भी व्रत-उपवास करना एक बेहद महत्वपूर्ण और सेहतमंद प्रक्रिया है। शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को अच्छा बनाएं रखने के लिए ‘फास्टिंग’ बहुत जरूरी है।
वहीं, घर और बाहर दोनों जगह की जिम्मेदारियां निभाने में एक्सपर्ट महिलाओं के लिए यह फेस्टिव सीजन बहुत चुनौतीपूर्ण होता है। ऐसे समय में नवरात्रि की ‘फास्टिंग’ के बाद लगातार पड़ने वाले त्योहारों के लिए मानसिक और शारीरिक ताकत की आवश्यकता होती है। वहीं, अगर आप भी एक महिला है और इस पूरे फेस्टिव सीजन स्वस्थ रहना चाहती हैं, तो इसकी शुरुआत आपको नवरात्रि से ही करनी होगी।
नवरात्रि में ‘फास्टिंग’ के दौरान आप ऐसी चीज़ों का सेवन करें, जो आपके स्वास्थ्य को कई गुना तक बेहतरीन बना दें और साथ ही आपको मानसिक और शारीरिक रूप से भी फिट कर दे।
नवरात्रि में सेहतमंद आहार लेना है जरूरी
नवरात्रि से शुरू हुए फेस्टिव सीजन के पीरियड में विभिन्न व्रत और उपासना की जाती है इसलिए नवरात्रि में स्वस्थ आहार खाने से आपके शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
साथ ही सही प्रकार का आहार आपकी शारीरिक प्रक्रियाएं ठीक करने में काम आता है और आप में उत्साह, ऊर्जा, और सामर्थ्य बढ़ाने में मदद करता है । वहीं, नवरात्रि में हेल्दी रहने के लिए न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर ने कुछ फूड आइटम्स बताएं है, जो महिलाओं के स्वास्थ्य को बूस्ट करने में मदद करते हैं।
शारदीय नवरात्रि के दौरान इन 3 सुपरफूड्स को डाइट में शामिल करना है महिलाओं के लिए फायदेमंद
1 सिंघाड़ा
न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर बतातीं है कि नवरात्रि में महिलाओं के लिए सिंघाड़ा बहुत फायदेमंद होता है। सिंघाड़े में विटामिन, मिनरल्स, पोटैशियम, और कैल्शियम जैसे महत्वपूर्ण पोषण तत्व हैं, जो स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। सिंघाड़े के सेवन से कोलेस्ट्रॉल और ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में मदद मिलती है, वहीं सिंघाड़ा डायबिटीज़ के प्रबंधन में भी काम आता है।
–स्किन के लिए फायदेमंद: सिंघाड़े या उससे बनी चीज़ों को खाने से स्किन ग्लोइंग होती है और इससे खुजली, दाद, जैसी समस्याओं से राहत मिलती है।
-वजन नियंत्रित रहता है :अक्सर व्रत में लोग कई ऐसी चीज़ों का अत्यधिक सेवन करते हैं, जो उनके सेहत और खासकर उनके वजन को नकारात्मक रूप से काफी प्रभावित करता है। इसीलिए व्रत में सिंघाड़े या उससे बनी चीज़ खाने से वजन भी नियंत्रित रहता है। सिंघाड़े में कम कैलोरी और अधिक फाइबर होता है, जिससे वजन नियंत्रण में मदद मिलती है।
-प्रेगनेंट महिलाओं के लिए भी फायदेमंद : सिंघाड़े का सेवन गर्भावस्था के दौरान भी बहुत फायदेमंद होता है, क्योंकि सिंघाड़े में मौजूद फॉलिक एसिड, आयरन अहित अन्य पोषक तत्व मां और शिशु क स्वस्थ रखते हैं।
कैसे प्रयोग कर सकतीं हैं सिंघाड़ा ?
व्रत में सिंघाड़े का प्रयोग करने के लिए आप इसे ऐसे भी खा सकती हैं या इससे सिंघाड़े की रोटी, सिंघाड़े की कड़ी, सब्जी या सिंघाड़े के पकौड़े बना कर भी खा सकतीं हैं।
2 कुट्टू का आटा
नवरात्रि के व्रत में कुट्टू के आटे का बहुत उपयोग किया जाता है। कुट्टू का आटा गेहूं और अन्य चीज़ो के आटे के मुकाबले एक पौष्टिक आटा होता है, जो कुट्टू के पौधों के बीजों से बनाया जाता है। कुट्टू का आटा ग्लूटेन फ्री होता है, इसलिए यह स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद भी होता है।
वहीं, न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर के अनुसार, इसे ‘मोरल बूस्टिंग फूड’ भी कहा जाता है और इससे ब्रेन हेल्थ भी अच्छी रहती है। साथ ही महिलाओं के लिए कुट्टू का आटा बेहद फायदेमंद होता है।
-पीरियड्स में देता है राहत : सेलेब्रिटी न्यूट्रीशनिस्ट रुजुता दिवेकर के अनुसार जिन महिलाओं और लड़कियों को पीरियड के पहले दर्द या सिरदर्द जैसी समस्या होती है, उनके लिए ‘कुट्टू’ का आटा बहुत उपयोगी है और उन्हें न सिर्फ नवरात्रि में बल्कि आम दिनों में भी इसका सेवन करना चाहिए।
-कोलेस्ट्रॉल की स्थिति को संतुलित करता है कुट्टू: कुट्टू का आटा पौष्टिक तत्वों से लबरेज़ होता है और इसमें विटामिन बी6, फाइबर सहित कई पोषक तत्व होते हैं, जो कोलेस्ट्रॉल की स्थित को कंट्रोल करते है।
कैसे कर सकतीं हैं कुट्टू का आटा ?
कुट्टू के आटे से कई तरह की चीज़े बनती है। इसे आप कुट्टू की पूड़ी, कुट्टू की खीर, कुट्टू का चीला, कुट्टू का फलाहारी डोसा जैसी पौष्टिक और सस्वादिष्ट चीज़े बना कर खा सकतीं हैं।
3 फलियां या दालें
न्यूट्रिशनिस्ट रुजिता दिवेकर के अनुसार यदि आप नवरात्रि में फलियां या दालें खाती हैं तो यह आपको स्वस्थ रखने में बहुत मदद करेगी। फलियों या दालों में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन, मिनरल्स, और अन्य महत्वपूर्ण पोषण होते है , जो समग्र शारीरिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
-ब्लोटिंग से राहत दिलाता है: साथ ही फलियों और दालों में फाइबर और प्रोटीन और फाइबर होता है जो पाचन संबंधी समस्याओं और ब्लोटिंग से राहत दिलाने में कारगर होता है। वहीं, फलियां और दालें आमतौर पर अल्फा-लिनोलेनिक एसिड (ALA) युक्त होती हैं, जो हृदय स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
कैसे प्रयोग कर सकतीं हैं फलियां या दालें ?
यदि आप व्रत रख रहीं हैं, तो इसका सेवन न करें क्योंकि दालों को अनाज के रूप में जाना जाता है और व्रत में अनाज खाने में मनाही होती है। वहीं, फलियों और दालों को खाने के लिए आप इससे बनने वाले तमाम व्यंजनों को बना कर खा सकतीं हैं।
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