लॉग इन

दिन ढलने के साथ पैर भी सूजने लगते हैं, तो ये 7 घरेलू उपाय देंगे आपको राहत 

सिर्फ प्रेगनेंसी ही नहीं, बल्कि लंबे समय तक पैर लटकाकर बैठने से भी आपके पैरों में सूजन आ सकती है। इसलिए इनका ख्याल रखना जरूरी है। 
जानते हैं सूजन की समस्या को दूर करने का ये घरेलू उपाय। चित्र: शटरस्टॉक
स्मिता सिंह Updated: 20 May 2022, 09:56 am IST
ऐप खोलें

अक्सर हम ऑफिस में पैर लटकाकर बैठते हैं, तो पैर में सूजन आ जाती है। कई बार ज्यादा पैदल चलने या पहाड़ पर चढ़ाई करने पर भी सूजन की समस्या हो जाती है। इसके कई कारण हो सकते हैं। पर अमूमन ये दिन भर की थकान के बाद ज्यादा देखने को मिलता है। अगर आपको भी यह समस्या परेशान करती है, तो हम आपके लिए ले आए हैं ऐसे घरेलू उपाय (home remedies for swelling), जो आपको इस समस्या से निजात दिला सकते हैं। 

क्यों होती है पैरों में सूजन 

भोजन में पोषक तत्वों की कमी, ओबेसिटी या प्रेगनेंसी भी इसका कारण हो सकता है। शरीर में अत्यधिक पानी जमा होने के कारण भी ऐसा हो सकता है। कभी-कभी हार्ट, लिवर या किडनी में समस्या होने पर पैरों में सूजन आ जाती है। यदि इस तरह की किसी गंभीर समस्या होने के संकेत मिल रहे हों, तो तुरंत डॉक्टर से मिलें। 

सामान्य वजहों से होने वाली सूजन की समस्या के निदान के लिए हमने बात की नेचरक्योर विशेषज्ञ आयुष अग्निहोत्री से। उन्होंने 7 उपयोगी टिप्स बताए, जिन्हें आजमाकर आप अपने पैरों की सूजन को कम कर सकती हैं।

यहां हैं वे 7 उपाय जो आपके पैरों की सूजन कम कर सकते हैं 

1 फिटकरी और सेंधा नमक का प्रयोग

यूं तो फिटकरी या पोटाश एलम दातों, स्किन की साफ-सफाई में कारगर है। लेकिन यदि सेंधा नमक के साथ मिलकर इसका प्रयोग किया जाए, तो यह पैरों के सूजन में भी राहत दिलाता है। गर्म पानी में 1 टीस्पून सेंधा नमक और 1 टीस्पून फिटकरी पाउडर डाल दें। इस मिक्सचर वाले पानी में अपने पैरों को डालकर सिंकाई करें। फिटकरी में मौजूद पोटैशियम सल्फेट और सेंधा नमक में मौजूद मैग्नीशियम और सल्फेट सूजन को कम कर सकते हैं।

2 एसेंशियल ऑयल की कुछ बूंदें

डॉ. अग्नहोत्री के अनुसार, एक टब में 3 लीटर गर्म पानी डाल लें। उसमें यूकेलिप्टस ऑयल, पिपरमिंट ऑयल और लेमन ऑयल की 5-5-5 बूंदें मिक्स कर लें। इस पानी में 20 मिनट तक पैरों को डुबाेए रखें। इन सभी ऑयल में एंटीइन्फ्लेमेट्री गुण होते हैं। 2-3 दिन तक इसका प्रयोग करने पर सूजन में राहत मिलेगी। 

तेल से मसाज करने पर पैरों की सूजन में राहत मिलती है। चित्र : शटरस्टॉक

3 कारगर हो सकता है एपल साइडर विनेगर

एक बकेट में वन फोर्थ गर्म पानी डाल दें। उसमें सेब के सिरके (Apple Cider Vinegar) की कुछ बूंदें डाल दें। इस पानी में डुबोकर एक ताैलिए को अच्छी तरह भिगो लें। फिर तौलिए से पानी निचोड़कर उससे अपने पैरों की सिंकाई करें। सेब के सिरके में एंटीमाइक्रोबियल गुण होता है, जो सूजन को कम करता है। रोज कुछ दिनों तक ऐसा करते रहने पर सूजन से राहत मिल सकती है।

4 हल्दी और नारियल तेल का मिश्रण

2 टीस्पून हल्दी पाउडर में 1 टीस्पून नारियल तेल मिलाकर उसका पेस्ट तैयार कर लें। इसे पैरों पर लगाएं। जब यह सूख जाए, तो गुनगुने पानी से धो लें। हल्दी और नारियल तेल में सूजन को रोकने का खास गुण मौजूद होता है।

5 आइस पैक की खूबी

बर्फ के टुकड़ों या आइस पैक को एक तौलिए में लपेटकर सूजन वाले स्थान पर रखें। 10-15 मिनट तक आइस पैक से दिन में 2-3 बार सिंकाई करें। 2-3 दिन में राहत मिलेगी। आइस ब्लड सर्कुलेशन को सही करता है।

6 गुणकारी है धनिया

3 टेबलस्पून धनिये के बीज को पीसकर पेस्ट बना लें। सूजन वाली जगह पर इस पेस्ट को लगाएं। जब सूख जाए, तो गुनगुने पानी से धो लें। 3-4 दिनों में राहत मिल जाएगी। धनिया में एंटीमाइक्रोबियल और एंटी इन्फ्लामेट्री दोनों गुण मौजूद होते हैं।

धनिया के बीज का पेस्ट पैरों के सूजन को कम करने में कारगर है। चित्र : शटरस्टॉक

7 सरसों तेल की मसाज

रोज नहाने के बाद सरसों के तेल से पंजों की मसाज करें। इससे सूजन में राहत मिलेगी। ओमेगा 3 फैटी एसिड वाले सरसों तेल में एंटी माइक्रोबियल और एंटी इन्फ्लामेट्री दोनों गुण मौजूद होते हैं।

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें

सावधानी भी जरूरी

जब पैरों में सूजन हो, तो कोशिश करें कि पैर लटकाकर न बैठना पड़े। यदि बैठना ही पड़े, तो हर एक घंटे पर 5 मिनट के लिए इधर-उधर चल लें। पैरों के नीचे सपोर्ट टेबल रखें।

जब पैरों में सूजन हो, तो चीनी और नमक का सेवन कम से कम करें। ऑयली फूड, प्रिजरवेटिव्स मिक्सड फूड, जंक फूड का सेवन न करें। डाइट में स्प्राउट्स, फाइबर वाले फूड, मौसमी फल, सलाद आदि की मात्रा बढ़ा दें।  

यहां पढ़ें :-पारा अभी और चढ़ेगा, यहां जानिए कैसे रखना है अपना और अपने अपनों का ख्याल

 

स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

अगला लेख