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PDA: केवल शरीरिक ही नहीं भावनात्मक भी हो सकता है पब्लिक डिस्पले आफ अफेक्शन, जाने यह कितना उचित है

प्रेम दर्शाना कोई गलत बात नहीं है। परंतु हर जगह प्रेम दर्शाने का अलग अलग तरीका होता है। तो आइये जाने असल में क्या है पब्लिक डिस्पले आफ अफेक्शन का मतलब।
कुछ वक्त खुली हवा और समुद्र की लहरों के बीच बिताने से आपका तन और मन शांत होने लगता है। चित्र: शटरस्टॉक
अंजलि कुमारी Updated: 23 Oct 2023, 09:06 am IST
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चल रहे वैलेंटाइन के इस हफ्ते में प्रेमी जोड़ें अधिक रोमांटिक होते हैं, वहीं पब्लिक प्लेस में भी अपने पार्टनर के प्रति इंटिमेसी व्यक्त करने से नहीं चूकते। बात केवल वैलेंटाइन के हफ्ते की नहीं है, अक्सर पब्लिक प्लेस पर प्रेमी जोड़े एक दूसरे को चूमते, गले लगाते और हाथों में हाथ डालकर चलते हुए नजर आते हैं। हालांकि, आसपास के लोगों को यह कई तरह से प्रभावित कर सकता है। क्योंकि पब्लिक प्लेस पर बच्चे, फैमिली, बुजुर्ग सभी मौजूद होते हैं। जाहिर सी बात है प्रेम दर्शाना कोई गलत बात नहीं है। परंतु हर जगह प्रेम दर्शाने का अलग अलग तरीका होता है।

कई देशों में पब्लिक डिस्पले आफ अफेक्शन को लीगल माना जाता है। परंतु बात यदि भारत की करें तो पब्लिक डिसप्ले ऑफ अफेक्शन (Public Displays of Affection) तब तक दंडनीय नहीं है। जब तक कि यह अश्लीलता में न बदल जाए और दूसरों की भावनाओं को किसी प्रकार से ठेस न पहुंचे। इसकी सीमा रेखा अपने आसपास के माहौल को देखते हुए आपको खुद तय करनी होगी। आइए जानते हैं, पब्लिक डिस्पले आफ अफेक्शन किस हद तक सही है और इसकी अधिकता क्या है।

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पहले जानें पब्लिक डिस्पले आफ अफेक्शन क्या है

जब कोई प्रेमी जोड़ा पब्लिक प्लेस में अपने इंटिमेसी को दर्शाता है तो उसे पीडीए यानी कि पब्लिक डिस्पले आफ अफेक्शन (Public Displays of Affection) कहते हैं। उदाहरण के तौर पर पब्लिक प्लेस में अपने पार्टनर को गले लगाना, चूमना, हाथों में हांथ डालकर चलना, इत्यादि जैसे अफेक्शन जताने के अन्य तरीकें पीडीए के अंतर्गत आते हैं। पब्लिक प्लेस पर अपने पार्टनर के प्रति स्नेह जाहिर करने के और भी तरीके हैं, जिसे शरीरिक गतिविधियों से परे भावनात्मक स्नेह कह सकते हैं। पब्लिक प्लेस में कई प्रकार के व्यक्ति मौजूद होते हैं, जिनमे बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं। ऐसे में कई बार लोग इस तरह की प्रतिक्रिया को देखकर अनकंफर्टेबल हो जाते हैं।

आइये जाने असल में क्या है पब्लिक डिस्पले आफ अफेक्शन का मतलब। चित्र: शटरस्टॉक।

जानिए कैसे पब्लिक डिस्पले ऑफ अफेक्शन अश्लीलता से भिन्न है

स्नेह जताने पर किसी प्रकार की रोक नहीं है। आप पूरी तरह से आजाद हैं परंतु अफेक्शन यानी कि स्नेह को केवल शारीरिक रूप से नहीं दर्शाया जाता। पब्लिक डिस्पले ऑफ अफेक्शन का मतलब है, पब्लिक प्लेस पर अपने पार्टनर के प्रति स्नेह जाहिर करना। यदि आप चाहे तो ऐसी जगह पर फिजिकल अफेक्शन से परे विभिन्न प्रकार की अन्य गतिविधियों को दर्शाते हुए भावनात्मक रूप से स्नेह जाहिर कर सकती हैं।

वहीं जब पब्लिक प्लेस पर स्नेह जताने का तरीका जिस्मानी हो जाता है, जैसे कि एक दूसरे को लंबे समय तक चूमते रहना, अमान्य रूप से इधर उधर टच करना, लंबे समय तक एक दूसरे को बाहों में लिए रहना, वहीं कई लोग अश्लीलता कि हद पार करते हुए सभी सीमाएं भूल जाते हैं जिसकी वजह से आस-पास मौजूद लोग असहज हो जाते हैं। यही यह गतिविधियां आसपास मौजूद लोगों के स्वेच्छा के बगैर की जाए, तो इसके अनुरूप आपके ऊपर कानूनी कार्रवाई और फाइन चार्ज किया जा सकता है।

एनआइटीसी ने भी जारी की एडवाइजरी

नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी कालीकट, केरल ने छात्र एवं छात्राओं के लिए वैलेंटाइन डे को लेकर कैंपस के अंदर सार्वजनिक रूप से प्यार का प्रदर्शन करने पर रोक लगाने की एडवाइजरी जारी की है। सभी छात्र एवं छात्राओं को ईमेल के जरिए इस बात की सूचना दी गई है। वहीं इसे चेतावनी के रूप में प्रस्तुत करते हुए स्टूडेंट्स से इसका उल्लंघन न करने की गुजारिश की गई है।

एनआइटीसी ने भी जारी की एडवाइजरी। चित्र-शटरस्टॉक

एडवाइजरी में कहा गया कि एकेडमिक क्षेत्र के अंदर आने वाले किसी भी स्थान पर पीडीए यानी कि पब्लिक डिस्पले ऑफ अफेक्शन और अन्य किसी प्रकार के शारीरिक गतिविधियों में शामिल होने से आसपास के दूसरे लोग असहज हो सकते हैं। साथ ही साथ यह शैक्षिक वातावरण के लिए भी उचित नहीं है। इसलिए इन गतिविधियों में शामिल होने से बचें।

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अंजलि कुमारी

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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