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यूटीआई और ब्लैडर इन्फेक्शन का कारण बन सकती हैं ये 7 पीरियड हाइजीन मिस्टेक्स

पीरियड हाइजीन के नाम पर कई ऐसी गलतियां कर देते हैं, जो इंटिमेट एरिया को नकारात्मक रूप से प्रभावित करते हुए आपके लिए परेशानियां खड़ी कर सकती हैं।
योनि स्वास्थ्य पर पड़ता है असर. चित्र : एडॉबीस्टॉक
अंजलि कुमारी Published: 29 Aug 2023, 21:00 pm IST
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पीरियड्स के दौरान हम सभी को इंटिमेट हाइजीन पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता होती है। वहीं इस दौरान वेजाइनल इन्फेक्शन का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में हम सभी पीरियड हाइजीन के नाम पर कई ऐसी गलतियां कर देते हैं, जो इंटिमेट एरिया को नकारात्मक रूप से प्रभावित करते हुए आपके लिए परेशानियां खड़ी कर सकती हैं। गलत हाइजीन प्रोडक्ट के इस्तेमाल से लेकर पीरियड्स में इस्तेमाल होने वाले पैड, टैम्पोन आदि भी संक्रमण का कारण बन सकते हैं। ऐसे में आपको विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता होती है।

हेल्थ शॉट्स ने इस विषय पर एशियन हॉस्पिटल फरीदाबाद की ऑब्सटेट्रिक्स और गायनेकोलॉजी डिपार्मेंट की सीनियर कंसलटेंट डॉ. अमृता राजदान से बात की। सेक्टर ने पीरियड्स में दोहराई जाने वाले हाइजीन मिस्टेक्स से जुडी कुछ जरूयरी बातें बताई हैं। तो चलिए जानते हैं, एक स्वस्थ और सुरक्षित पीरियड्स (UTI causes) के लिए हमे किन बातों पर ध्यान देने की आवश्यकता है।

पीरियड्स के दौरान इन गलतियों को दोहराने से बचें

1. लंबे समय तक एक ही टैम्पोन और पैड का इस्तेमाल

पीरियड्स के दौरान की जाने वाली हाइजीन की गलतियों में से सबसे आम गलती एक ही पैड या टैम्पोन को लंबे समय तक इस्तेमाल करना है। एक ही पैड या टैम्पोन को बहुत लंबे समय तक पहने रहने से बैक्टीरिया का विकास हो सकता है, जिससे यूटीआई और बैक्टीरियल वेजिनोसिस (बीवी) जैसे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। इससे बचने के लिए, दिन के दौरान लगभग हर 4 से 6 घंटे में (फ्लो सामान्य रहने पर भी) और रात में बिस्तर पर जाने से पहले भी पैड या टैम्पोन बदलना महत्वपूर्ण है।

लम्बे समय तक न करें एक ही पैड का इस्तेमाल। चित्र : एडॉबीस्टॉक

2. बॉडी को हाइड्रेटेड न रखना

पीरियड्स के दौरान संक्रमण से बचाव के लिए पर्याप्त मात्रा में पानी पीकर खुदको हाइड्रेटेड रखना आवश्यक है। हाइड्रेटेड रहने से योनि क्षेत्र में नेचुरल ल्युब्रिकेंट बनी रहती है और योनि में ड्राइनेस की संभावना कम हो जाती है। वहीं पानी पीने से आप अधिक फ्रीक्वेंटली यूरिन पास करती हैं, जिससे की ब्लैडर में मौजूद बैक्टीरिया बाहर निकल आते हैं और संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। प्रतिदिन कम से कम 8 गिलास पानी पीने का लक्ष्य रखें, या यदि आप शारीरिक गतिविधियां करती हैं तो अधिक पानी पियें।

3. पीरियड सेक्स के दौरान कंडोम स्किप करना

आमतौर पर महिलाएं पीरियड्स के दौरान प्रेग्नेंट न होने का सोचकर बिना कंडोम के सेक्स करती हैं। आपकी यह भूल आपको और आपके पार्टनर दोनों को यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई) का शिकार बना सकता है। इसके अलावा पेल्विक सूजन का खतरा बढ़ जाता है, क्योंकि गर्भाशय ग्रीवा थोड़ी फैली हुई होती है।

4. सेंटेड टैम्पोन और सैनिटरी पैड का इस्तेमाल

कई महिलाओं में पीरियड्स के दौरान बॉडी और ब्लड से अधिक गंध आता है, जिसे अवॉयड करने के लिए वे सेंटेड टैम्पोन और पैड का इस्तेमाल करती हैं। सुगंधित टैम्पोन और सैनिटरी उत्पादों का उपयोग करने से आपकी त्वचा में जलन और खुजली हो सकता है। वहीं इनकी वजह से कई बार संक्रमण भी हो सकता है।

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5. मेंस्ट्रुअल कप को अच्छी तरह से साफ न करना

मेंस्ट्रुअल कप को आप बार बार इस्तेमाल कर सकती हैं, ऐसे में इसकी साफ़ सफाई का ध्यान रखना बेहद महत्वपूर्ण है अन्यथा यह आपके लिए बड़ी परेशानियां खड़ी कर सकती हैं। हर बार पीरियड्स खत्म होने के बाद इसे अगले पीरियड्स के लिए पूरी तरह क्लीन करके रखना चाहिए। कप को पानी के बर्तन में 3 मिनट तक उबालने से स्टरलाइज़ेशन आसानी से हो जाता है। इसे स्टोर करने के लिए एक सूती बैग का उपयोग करें जिससे हवा पास हो पाए। इसे एयरटाइट कंटेनर में स्टोर करने से बचें।

कप को पानी के बर्तन में 3 मिनट तक उबालने से स्टरलाइज़ेशन आसानी से हो जाता है। चित्र : एडॉबीस्टॉक

6. वेजाइना को बार-बार पानी से धोना

बहुत सी महिलाएं पीरियड्स के दौरान अपनी योनि को बार बार पानी से साफ़ करती हैं, यह आपके पीएच संतुलन को बिगाड़ सकता है। असंतुलित पीएच यीस्ट इंफेक्शन और बैक्टीरियल वेजिनोसिस के खतरे को बढ़ावा देते हैं। पीरियड्स के दौरान दिन में 2 बार योनि को अच्छी तरह साफ़ करें, परन्तु इसके लिए साबुन और अन्य हाइजीन प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने से बचें। वेजाइना के आसपास के हिस्से और कमर के हिस्से पर माइल्ड साबुन अप्लाई कर सकती हैं।

7. पर्सनल हाइजीन को अवॉयड करना

मासिक धर्म के दौरान व्यक्तिगत स्वच्छता पर अतिरिक्त ध्यान देना जरूरी है। इस दौरान पैड लगाने से पहले और इसके बाद हैंड वॉश को अवॉयड करना, नियमित रूप से स्नान करने से बचना, पसीने से तर या टाइट-फिटिंग अंडरवियर पहनना और अंतरंग क्षेत्रों को पर्याप्त रूप से न धोना बैक्टीरिया के पनपने के लिए वातावरण बना सकता है। असुविधाओं से बचने के लिए रोजाना स्नान करें, साफ और सांस लेने योग्य अंडरवियर पहनें वहीं योनि क्षेत्र को सौम्य, बिना सुगंध वाले उत्पादों से साफ करें।

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अंजलि कुमारी

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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