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अनसेफ सेक्स और गंदे टॉयलेट बढ़ा सकते हैं ब्लैडर इन्फेक्शन का जोखिम, जानें क्या है इससे बचाव का तरीका

ब्लैडर स्वास्थ्य के प्रति बरती गई लापरवाही इन बैक्टीरिया को आक्रामक कर देती है, जिसकी वजह से ब्लैडर संक्रमण हो सकता है। आज हम बात करेंगे ऐसीही कुछ गलतियों के बारे में जो ब्लैडर इन्फेक्शन के खतरे को बढ़ा देती हैं।
ब्लैडर इंफेक्शन भी हो सकता है इसके लिए जिम्मेदार। चित्र : शटरस्टॉक।
अंजलि कुमारी Published: 14 Feb 2024, 21:00 pm IST
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ब्लैडर इन्फेक्शन एक बेहद कॉमन प्रॉब्लम है, जो कभी न कभी सभी को अपना शिकार बनाता है। पर कुछ लोगों को ये अधिक फ्रिक्वेंटली परेशान करता है और वे इस पर ध्यान नहीं देते। वहीं ब्लैडर इन्फेक्शन को ट्रीट करने पर समय रहते ध्यान न देने के कारण यह आपकी किडनी तक फैल सकता है और परेशानी काफी ज्यादा बढ़ सकती है। ब्लैडर यूरिन होल्ड करता है और इसमें सबसे ज्यादा बैक्टीरिया होते हैं। ऐसे में ब्लैडर स्वास्थ्य के प्रति बरती गई लापरवाही इन बैक्टीरिया को आक्रामक कर देती है, जिसकी वजह से ब्लैडर संक्रमण हो सकता है। आज हम बात करेंगे ऐसीही कुछ गलतियों के बारे में जो ब्लैडर इन्फेक्शन के खतरे को बढ़ा देती हैं।

हेल्थशॉट्स ने ब्लैडर इन्फेक्शन के कॉमन कारणों के बारे में भोपाल मेडिकल कॉलेज के गाइनेकोलॉजिस्ट, डॉक्टर केके त्रिपाठी से बात की। उन्होंने ब्लैडर इन्फेक्शन (Bladder health) हैं के कारण पर बात करते हुए, इसकी सेहत को बनाए रखने के कुछ प्रभावी उपाय सुझाए हैं। तो चलिए जानते हैं इस बारे में अधिक विस्तार से।

ये आदतें बन सकती हैं ब्लैडर इन्फेक्शन का कारण (Causes bladder infection)

1. अनसेफ सेक्सुअल एक्टिविटी

अनप्रोटेक्टेड सेक्स और फ्रीक्वेंट अनसेफ पेनिट्रेशन से ब्लैडर इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। वहीं सेक्स टॉय का अधिक इस्तेमाल या ल्यूब्रिकेंट के इस्तेमाल से इन्फेक्शन हो सकता है। ये सभी चीजें pH को प्रभावित करती है और बैक्टिरियल संतुलन बिगड़ जाता है, जिसकी वजह से परेशानी का सामना करना पड़ता है। बैक्टीरिया वेजाइना से यूरेथ्रा तक ट्रांसफर हो जाता है, जिसकी वजह से ब्लैडर संक्रमित हो सकता है।

जिसकी वजह से ब्लैडर संक्रमित हो सकता है। चित्र : एडॉबीस्टॉक

2. गलत टॉयलेट हेबिट्स

बाथरूम का गलत इस्तेमाल और टॉयलेट क्लीनिंग पर ध्यान न देने से आपको ब्लैडर इन्फेक्शन हो सकता है। बाथरूम सीट एनस और वेजाइना के काफी नजदीक होता है, ऐसे में सीट पर मौजूद हानिकारक बैक्टीरिया आपके जेनाइटल के माध्यम से यूरेथ्रा और ब्लैडर तक ट्रांसफर हो सकते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। खाकर पब्लिक टॉयलेट से इन्फेक्शन ट्रांसफर होने का खतरा बहुत बढ़ जाता है।

3. लंबे समय तक यूरिन रोकना

लंबे समय तक यूरिन होल्ड करने की आदत आपको ब्लैडर संक्रमण का शिकार बना सकती है। यूरिन को ब्लैडर में रोके रहने से बैक्टिरियल ग्रोथ बढ़ जाता है, जिसकी वजह से इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। वहीं बार बार यूरिन होल्ड करने की आदत आपको अधिक फ्रीक्वेंसी इसका शिकार बना सकती है।

4. ब्लैडर इन्फेक्शन को अनट्रीटेड छोड़ना

ब्लैडर इन्फेक्शन होने पर इसे पूरी तरह से ठीक न होने देना या इसे अनट्रीटेड छोड़ देना और दोबारा से सामान्य गतिविधियों को दोहराने से ब्लड इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। या दोबारा से आपको परेशान कर सकता है और धीरे-धीरे स्थिति बत्तर होती जाती है।

सेहत को बनाए रखने के कुछ प्रभावी उपाय सुझाए हैं। चित्र : एडॉबीस्टॉक

5. लाइफस्टाइल डिसऑर्डर

लाइफस्टाइल संबंधी समस्याएं जैसे की ओबेसिटी, डायबिटीज, आदि से ब्लैडर इन्फेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। वजन बढ़ने से जेनाइटल में अधिक पसीना आता है और पसीना न सूखने की वजह से बैक्टीरियल ग्रोथ भी बढ़ जाता है। ऐसे में यह आपकी वेजाइना को संक्रमित कर सकती है। वेजाइनल बैक्टीरिया ब्लैडर में ट्रांसफर हो ब्लैडर संक्रमण का कारण बन सकते हैं। डायबिटीज की स्थिति में बॉडी में बैक्टीरियल ग्रोथ बढ़ जाता है और आप आसानी से संक्रमित हो सकती हैं।

जानें कैसे करना है ब्लैडर इन्फेक्शन का खतरा

1. हर्बल टी

हर्बल टी में कई खास प्रॉपर्टीज पाई जाती है, जैसे कि एंटी इन्फ्लेमेटरी, एंटी बैक्टिरियल और एंटीफंगल, जो इसे ब्लैडर इन्फेक्शन को ट्रीट करने के लिए बेहद खास बनाती हैं। हर्बल टी तैयार करने के लिए लेमन रिंड और दालचीनी को एक कप पानी में अच्छी तरह उबाल लें, फिर इसे छानकर पीएं। नींबू में मौजूद एंटी बैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी इंफेक्शन के खतरे को कम कर देती है। साथ ही साथ दालचीनी सूजन को कम कर जलन से राहत प्रदान करेगी।

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2. पर्याप्त पानी पाएं

पानी को समग्र शरीर के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। पर्याप्त मात्रा में पानी पीने से शरीर में मौजूद टॉक्सिंस डाइल्यूट हो जाती है और यूरिन के माध्यम से बाहर निकल आती हैं। वहीं इससे ब्लैडर में भी बैक्टिरियल ग्रोथ सीमित रहता है। ब्लैडर इंफेक्शन की स्थिति में पानी पीने से ब्लैडर में मौजूद बैक्टीरिया फ्लश हो जाते हैं, जिससे इस पर नियंत्रण पाना आसान हो जाता है और स्थिति गंभीर नहीं होती। यदि आप पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पीती हैं, तो बैक्टीरिया लंबे समय तक ब्लैडर में बने रहते हैं, जिससे कि स्थिति अधिक गंभीर होती जाती है।

3. प्रोटीन को अवॉइड करें

एक्सपर्ट के अनुसार ब्लैडर इंफेक्शन की स्थिति में 2 से 3 दिनों के लिए प्रोटीन से परहेज करना चाहिए। इसकी जगह पर्याप्त मात्रा में फल और सब्जियों का सेवन करें, इन्हें बनाने में साधारण और कम मसलों का प्रयोग करें, या फिर आप इन्हे कच्चा या बॉयल करके खा सकती हैं। ऐसा करने से पाचन क्रिया पर किस तरह का भार नहीं पड़ता और आपके शरीर को इंफेक्शन से लड़ने के लिए अधिक ऊर्जा मिलती है, साथ ही यह बॉडी टॉक्सिन्स को भी रिमूव करता है।

बार बार पेशाब लगना और यूरिन इन्फेक्शन हो सकता है. चित्र : शटरस्‍टॉक

4. इलाज से बेहतर है बचाव

ब्लैडर संक्रमण के उपचार से बेहतर है की आप इसके कारणों को समझें और उन्हें न दोहराते हुए बचाव पर ध्यान दें। यदि आपको इसके कारणों का पता होता है, तो आप ऐसी गलती नहीं करती और आपमें संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। ऊपर बताए गए सभी कारणों को दोहराने से बचें और ब्लैडर संक्रमण से खुदको बचाएं।

5. क्रैनबेरी जूस

क्रैनबेरी जूस ब्लैडर इन्फेक्शन का एक नेचुरल ट्रीटमेंट साबित हो सकती है। इसमें मौजूद पोषक तत्व और इसकी प्रॉपर्टीज ब्लैडर संक्रमण का कारण बनाने वाले बैक्टीरिया के ग्रोथ को सीमित कर देती हैं जिससे की आपको इस स्थिति से राहत मिल सकती है।

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अंजलि कुमारी

इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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