अलसी के बीज को Flax seeds भी कहा जाता है। इसे कई लोग पेट की चर्बी को कम करने के लिए भी खाते है। वजन कम करने के लिए अलसी के सेवन किया जाता है। अलसी के बीज से आप स्मूदी, लड्डू और भी बहुत चीजें बना सकते है। आज हम आपके अलसी के बीज की चटनी बनाना बताने जा रहें है।
डॉ. राजेश्वरी पांडा मेडिकवर अस्पताल, नवी मुंबई में पोषण और आहार विज्ञान विभाग की एचओडी है। वो बताती है कि साबुत अलसी के बीज को पीसने की सलाह देते हैं क्योंकि अलसी को पीसकर पचाना आसान होता है। साबुत अलसी आपकी आंत से बिना पचे निकल सकती है, जिसका मतलब है कि आपको सभी लाभ नहीं मिलेंगे।
अलसी के बीज में फाइबर और ओमेगा -3 फैटी एसिड के साथ-साथ लिग्नांस नामक फाइटोकेमिकल्स भी होते हैं। एक चम्मच पिसी हुई अलसी में 2 ग्राम पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड , 2 ग्राम फाइबर और 37 कैलोरी होती है।
अ्लसी पाचन में सुधार करने, कब्ज को कम करने, कोलेस्ट्रॉल को कम करने और हृदय रोग को कम करने में मदद करता है।
अलसी के बीज कई तरीकों से हृदय स्वास्थ्य की रक्षा कर सकते हैं। अलसी के बीज रक्तचाप को कम करते हैं, लंबे समय तक इसका सेवन आपको लाभ पहुंचा सकता है। एक अध्ययन में पाया गया कि हाई कोलेस्ट्रॉल वाले 50 वयस्कों में से, जिन्होंने तीन महीने तक रोजाना लगभग तीन बड़े चम्मच भुने हुए अलसी पाउडर का सेवन किया, उनमें कुल कोलेस्ट्रॉल और एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) के स्तर में महत्वपूर्ण कमी देखी गई। उनमें एचडीएल (अच्छा कोलेस्ट्रॉल) के स्तर में भी वृद्धि देखी।
चार बड़े चम्मच अलसी के बीज दिन भर के फाइबर का 27% प्रदान करते हैं। जो पाचन स्वास्थ्य के लिए एक प्रमुख पोषक तत्व है। फाइबर आपको तेजी से पेट भरा हुआ महसूस कराता है, वजन नियंत्रित करने में मदद, कब्ज की रोकथाम करता है। अलसी के बीजों में घुलनशील और अघुलनशील दोनों तरह के फाइबर होते हैं, जिनमें से दोनों अलग-अलग तरीकों से मल त्याग में सुधार करता है।
उच्च ब्लड शुगर (ग्लूकोज) टाइप 2 डाटबिटीज जैसी बीमारी का संकेत हो सकता है। अधिक वजन होने से आपके हाई ब्लड शुगर का खतरा बढ़ सकता है, लेकिन अलसी के बीज इसे रोकने में मदद कर सकता है।
अलसी के बीज में लिगनेन फास्टिंग ग्लूकोज, लिपिड प्रोफाइल और इंसुलिन संवेदनशीलता को प्रभावित किए बिना टाइप 2 डाटबिटीज के रोगियों में ग्लाइसेमिक को कंट्रोल करता है।
अलसी के बीज त्वचा के लिए बहुत अच्छा है। आप इसे त्वचा पर लगा और खा दोनो सकते है। अलसी में ओमेगा 3 प्रचुर मात्रा में होता है, जिसमें सूजन-रोधी गुण होते हैं और यह त्वचा कोशिकाओं को मजबूत करने और आपकी त्वचा में नमी बनाए रखने में मदद करता है। अलसी में मौजूद ओमेगा 3 फैटी एसिड त्वचा को टोन और कसने में भी मदद कर सकता है।
इमली 2 डलियां
अलसी के बीज 200 ग्राम
लाल मिर्च 8
आलिव ऑयल 3 चम्मच
जीरा 3 चम्मच
नमक आवश्यकतानुसार
आवश्यकतानुसार पानी
धनिया पत्ती
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कस्टमाइज़ करेंस्टेप 1
अलसी की चटनी को बनाने के लिए एक नॉन-स्टिक पैन लें और उसमें एक चम्मच तेल डालें और अलसी के बीजों को सुनहरा भूरा होने तक या 2-3 मिनट तक भून लें। एक बार जब वे भुन जाएं, तो गैस बंद कर दें और अलसी के बीज को एक तरफ रख दें।
स्टेप 2
अब एक चम्मच तेल और डालकर जीरा भून लें और इमली को भी इसी तरह मध्यम आंच पर अलग से भून लें। जब ये भुन जाएं तो आंच बंद कर दें। एक बाउल में अलसी के बीज, इमली और जीरा डालकर मिला लें और फिर उसे ग्राइंडर में डालकर बारीक पाउडर बनने तक पीस लें।
स्टेप 3
लास्ट में पाउडर में एक बड़ा चम्मच पानी डालें और नमक और मिर्च डालें। इस मिश्रण को ग्राइंडर में डालें और इसे तब तक मिक्स होने दें जब तक इसकी कंसिस्टेंसी चटनी जितनी गाढ़ी न हो जाए। तैयार होने पर तेल और धनिये की पत्तियों से सजाकर परोसें।
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