वेट लॉस के लिए लो कार्ब डाइट लेना चाहती हैं, तो जानिए आपको क्या खाना है और क्या नहीं
सिडेंटरी लाइफस्टाइल, बिजी शेड्यूल और आसानी से उपलब्ध अनहेल्दी और प्रोसेस्ड-पैकेज्ड फ़ूड मोटापे की वजह बनते हैं। इसे कम करने के लिए सबसे पहले व्यायाम की सलाह दी जाती है। पर वजन कम करने में हेल्दी डाइट के महत्व को नजरंदाज नहीं किया जा सकता। विशेषज्ञ बताते हैं कि कई अलग-अलग प्रकार के आहार यदि सही तरीके से लिए जाएं, तो वजन घटाने में मदद मिल सकती है। लो कार्ब वाला आहार वजन कम करने में मदद करता है। यह मधुमेह जैसी अन्य स्वास्थ्य समस्याओं से निपटने में भी मदद करता हैं। जानते हैं लो कार्ब वाला आहार कैसे वजन घटाने में मदद (low carb diet for weight loss) करता है।
क्या है लो कार्ब वाला आहार (what is low carb diet)
लो कार्ब को ही रेस्ट्रिक्टेड कार्ब डाइट कहा जाता है। पारंपरिक वेस्टर्न फ़ूड की तुलना में लो कार्ब डाइट में कार्बोहाइड्रेट कम और प्रोटीन अधिक होता है। जब आप लो कार्ब आहार का पालन करती हैं, तो कार्बोहाइड्रेट की कमी के कारण शरीर ऊर्जा प्राप्त करने के लिए संग्रहीत वसा का उपयोग करता है।
इसके कारण अधिक फैट बर्न होता है। वजन घटाने के लिए लो कैलोरी जरूरी है। जब आप इसका पालन करती हैं, तो आप कम कैलोरी भी लेती हैं। इसलिए अक्सर वजन घटाने के लिए इस डाइट को लिया जाता है ।
क्यों वेट लॉस में फायदेमंद है (how does low carb diet work)
हाई कार्ब वाले खाद्य पदार्थों जैसे मिठाई, चिप्स, ब्रेड, केक, प्रोसेस्ड फ़ूड हैं। वजन घटाने के लिए इन फूड्स पर प्रतिबंध लगा दिया जाता है। इसके साथ कैलोरी की कमी वाला आहार लेना शुरू कर दिया जाता है। लो कार्ब आहार लेने वाले लोगों का वजन 2 सप्ताह के अंत तक कम होना शुरू हो जाता है।
कम कार्ब वाला आहार मिठाई, पास्ता और ब्रेड जैसे हाई कार्ब वाले खाद्य पदार्थों के सेवन को प्रतिबंधित करता है। इसके अलावा यह हाई कार्ब वाले फलों-सब्जियों को भी प्रतिबंधित करता है।
कुल कार्बोहाइड्रेट की खपत (total carbohydrate)
कम कार्ब आहार लेने पर कुल कार्बोहाइड्रेट की खपत प्रतिदिन 50 से 150 ग्राम तक सीमित हो जाती है। कार्बोहाइड्रेट का प्रत्येक ग्राम चार कैलोरी प्रदान करता है। 200 से 500 कैलोरी का डेली कार्बोहाइड्रेट सेवन जरूरी है। बाक़ी बची दैनिक कैलोरी प्रोटीन और वसा स्रोतों से प्राप्त होती है।
यह आहार प्रोटीन, वसा और पोषक तत्वों से भरपूर है। यह अनाज और आलू में पाए जाने वाले कार्बोहाइड्रेट से बचने की भी मांग करता है। विशेष रूप से कम वसा वाले डेयरी खाद्य पदार्थों को लो कार्ब आहार में शामिल नहीं किया जा सकता है।
ये खाद्य पदार्थ लो कार्ब डाइट में लिए जा सकते हैं (low carb diet food)
- नॉन-वेज: अंडा, लीन चिकन, टूना फिश, सार्डिन, सैल्मन, हेरिंग।
- सब्जियां: पालक, ब्रोकोली, फूलगोभी, पत्तागोभी, ब्रसेल्स स्प्राउट्स, केल, तोरी, ककड़ी, सलाद, गाजर ।
- फल: सेब, संतरा, तरबूज, स्टार फ्रूट, नींबू, ग्रीन एपल, पीयर, ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी।
- ड्राई फ्रूट्स और सीड्स: बादाम, अखरोट, सूरजमुखी के बीज
- फैट और तेल: नारियल तेल, मक्खन, ऑलिव आयल, फिश आयल
इन खाद्य पदार्थों को नहीं लें (Avoid these food)
- शुगर: कोल्ड ड्रिंक, फ्रूट जूस, कैंडी, आइसक्रीम, एडेड शुगर
- प्रोसेस्ड ग्रेन: गेहूं, चावल, बारली, राई, ब्रेड, ग्रेन और पास्ता।
- ट्रांस फैट: हाइड्रोजनीकृत या आंशिक रूप से हाइड्रोजनीकृत ऑयल
- डेयरी प्रोडक्ट: दूध, दही, पनीर
- अत्यधिक प्रोसेस्ड फ़ूड
- स्टार्चयुक्त सब्जी: चुकंदर, मक्का, सफेद आलू, हरी मटर
- अनाज और बीन्स, जिनमें कार्बोहाइड्रेट होते हैं।
लंबे समय तक न लें लो कार्ब डाइट (low carb diet side effects)
वेट लॉस के लिए लो कार्ब डाइट प्रभावी है, लेकिन इसका लंबे समय तक पालन नहीं करना चाहिए। कीटो आहार लो कार्ब आहार का एक उदाहरण है। कम कार्बोहाइड्रेट वाले आहार का पालन करने से हमारे शरीर में कीटोन्स बढ़ता है। यह ऊर्जा स्रोत के रूप में उपयोग करने के लिए वसा को तोड़ता है। इसलिए इससे वजन काफी कम हो जाता है।
लंबे समय तक इसका पालन करना (low carb diet for weight loss) शरीर के लिए खतरनाक हो सकता है। यह विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं जैसे क्रैम्प, हड्डियों का क्षरण (किटोसिस का साइड इफेक्ट), थकान, माहवारी में गड़बड़ी, कब्ज, एंग्जायटी आदि को जन्म देता है।
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