फ्राइड राइस और बिरयानी से भी बेहतर हैं अपने देसी मटर पुलाव, जानिए इसका कारण
बिरयानी (Biryani) और फ्राइड राइस (Fried Rice) के इस ट्रेंड में हम पुलाव के टेस्ट को भूलते जा रहे हैं। पर क्या आपको यह मालूम है, कि बिरयानी और फ्राइड राइस की तुलना में पुलाव आपकी सेहत के लिए अधिक फायदेमंद हो सकते हैं। बिरयानी और पुलाव दोनों बेहद स्वादिष्ट होते हैं, दोनों का अपना व्यक्तिगत स्वाद है। परंतु सेहत की बात करें, तो बिरयानी से कहीं अधिक फ़ायदेमंद पुलाव होते हैं। तो चलिए आज हेल्थ शॉट्स के साथ जानते हैं, बिरयानी और पुलाव में क्या अंतर है (biryani or pulao which is more healthy), साथ ही इनमें से कौन अधिक फायदेमंद हो सकते हैं (benefits of pulao)।
जानें पुलाव और बिरयानी के बिच का अंतर (Difference between Pulao and Biryani)
ओरिजन: माना जाता है कि पुलाव की उत्पत्ति पर्शिया में हुई थी, जबकि बिरयानी की उत्पत्ति भारत में हुई थी।
चावल : पुलाव को हम सभी अपने घर में मौजूद किसी भी तरह के चावल से बना सकते हैं। जबकि बिरयानी के लिए लोग यह मानते हैं कि इसे सिर्फ बासमती चावल से ही बनाया जाता है।
पकाने की विधि: पुलाव को शोरबा में चावल उबालकर पकाया जाता है। बिरयानी को पके हुए चावल को मांस, सब्जियां और सॉस के साथ परत करके पकाया जाता है।
मसाले: पुलाव को आमतौर पर बिरयानी की तुलना में कम मसालों के साथ बनाया जाता है। बिरयानी जीरा, हल्दी और गरम मसाला सहित अन्य मसालों के जटिल मिश्रण के लिए जानी जाती है।
मीट: आमतौर पर पुलाव में मीट का प्रयोग नहीं किया जाता, परंतु कुछ लोग इसमें चिकन का प्रयोग कर लेते हैं। जबकि बिरयानी विभिन्न प्रकार के मांस जैसे चिकन, लांब, रेड मीट और सी फ़ूड के साथ बनाई जा सकती है।
सब्जियां: पुलाव अक्सर मटर और गाजर या हल्के सब्जियों के साथ बनाया जाता है, जबकि बिरयानी टमाटर, शिमला मिर्च, प्याज सहित विभिन्न सब्जियों के साथ बनाई जा सकती है।
ग्रेवी: पुलाव को सूखा परोसा जाता है, जबकि बिरयानी गाढ़ी चटनी या सालन के साथ सर्व की जाती है।
सर्विंग: पुलाव आमतौर पर एक साइड डिश के रूप में परोसा जाता है, जबकि बिरयानी अक्सर मेन कोर्स के रूप में सर्व की जाती है।
गार्निशिंग: पुलाव को अक्सर नट्स, किशमिश या तले हुए प्याज से गार्निश किया जाता है, जबकि बिरयानी को ताजा जड़ी-बूटी, जैसे कि सीताफल या पुदीना से गार्निश किया जाता है।
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कस्टमाइज़ करेंपापुलैरिटी: पुलाव कई देशों में लोकप्रिय है, लेकिन बिरयानी भारत, पाकिस्तान और बांग्लादेश में विशेष रूप से लोकप्रिय है।
पुलाव चावल और न्यूनतम मसालों से बना एक सरल, हल्का व्यंजन है। वहीं, बिरयानी विभिन्न प्रकार के मीट, सब्जियों और जड़ी-बूटियों से बनी एक अधिक जटिल और स्वादिष्ट व्यंजन है। दोनों चीजें स्वादिष्ट हैं और कई अलग-अलग तरीकों से इनका आनंद लिया जा सकता है।
जानें आखिर किस तरह बिरयानी से बेहतर हैं पुलाव (biryani or pulao which is more healthy)
1. ये हल्का और सादा भोजन है
यदि हम किसी भी चीज की गुणवत्ता को एक-एक कर प्राप्त करते हैं, तो वह हमारी सेहत के लिए अधिक फायदेमंद होते हैं। बिरयानी में विभिन्न प्रकार के मसलों का इस्तेमाल किया जाता है, साथ ही साथ इसमें मीट और सब्जियों को भी एक साथ ऐड किया जाता है। यह कांबिनेशन एक हैवी डिश तैयार करती है, जिसे पचाने में पाचन क्रिया को अधिक भार और समय लगता है। वहीं इनमें मौजूद पोषक तत्वों की गुणवत्ता भी पूर्ण रूप से शरीर को प्राप्त नहीं हो पाती।
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दूसरी ओर यदि पुलाव की बात करें, तो यह एक सादा और संपन्न भोजन है। पुलाव में केवल एक से दो मसाले का प्रयोग किया जाता है। साथ ही साथ इसमें सब्जियों की मात्रा भी बेहद कम होती है, और इसे पकाने का तरीका बिरयानी पकाने के तरीके से अधिक हेल्दी होता है। इस हल्के भोजन से पाचन संबंधी समस्याएं परेशान नहीं करती और यह आसानी से शरीर में अवशोषित हो पाते हैं।
2. सब्जियों की गुणवत्ता
बिरयानी में मसालेदार और फ्राइड सब्जियों का इस्तेमाल किया जाता है, बल्कि पुलाव बनाने में सब्जियों को स्टीम करके पकाया जाता है। यदि फ्राइड और स्टीमिंग मेथड की बात करें, तो स्टीमिंग अधिक सुरक्षित तरीका है। इससे सब्जियों में उनकी गुणवत्ता बरकरार रहती है, और उनमें मौजूद पोषक तत्व आसानी से शरीर में अवशोषित हो पाते हैं।
3. बिरयानी की तुलना में पुलाव को पकाना है अधिक आसान
बिरयानी को पकाने के लिए तमाम प्रकार के मसलों के साथ ही लंबे प्रिपरेशन की आवश्यकता होती है। साथ ही इन्हें बनाने में अधिक समय लगता है, और पुलाव को आप बेहद कम समय, सामग्री और मेहनत के तैयार कर सकती हैं। यदि आपको भूख लगी है, या आपके पास अधिक समय नहीं है, तो आप झटपट पुलाव तैयार कर सकती हैं। परंतु बिरयानी बनाने में एक लंबा समय लगता है, इसलिए पुलाव एक हेल्दी विकल्प होने के साथ-साथ एक आसान विकल्प भी है।
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