छाछ में मिलाइए कड़ी पत्ता और बदहजमी की कर दीजिए छुट्टी,जानिए कैसे बनता है ये सुपर हेल्दी कॉम्बो
कड़ी पत्ता और दही से तैयार किया गया छाछ संपूर्ण शरीर को पोषण देता है। कड़ी पत्ता और छाछ कई गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याओं के इलाज में फायदेमंद साबित होती है। ये दोनों गुण न केवल पाचन में सहायता करते हैं, बल्कि कब्ज, उलटी और पाइल्स से भी राहत दिलाते हैं। यदि इन दोनों से तैयार ड्रिंक लिया जाये, तो यह वजन घटाने में मदद करता है। यह मधुमेह और हृदय रोगियों के लिए भी फायदेमंद है। विशेषज्ञ से जानते हैं यह पूरे शरीर को किस तरह फायदा (curry leaves and buttermilk drink) पहुंचाता है।
ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद (Curry Leaves for blood sugar)
कड़ी पत्ता में खास तरह की गंध और तीखा स्वाद मौजूद होता है। इसमें विटामिन ए, विटामिन बी, विटामिन सी, विटामिन बी 2, कैल्शियम और आयरन भरपूर मौजूद होते हैं। भोजन में कड़ी पत्ते को शामिल करने से न सिर्फ ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है, बल्कि कोलेस्ट्रॉल लेवल भी कंट्रोल होता है। यह मॉर्निंग सिकनेस दूर करने में भी मदद मिलती है।
छाछ के फायदे (Buttermilk Benefits)
100 मिलीलीटर छाछ में लगभग 40 कैलोरी ऊर्जा मिलती है। मक्खन हटाने के कारण इसमें दूध की तुलना में कम वसा और कम कैलोरी होती है। यह प्रोटीन और कैल्शियम का अच्छा स्रोत है। ये इसे पोषण का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बनाता है। इसमें सोडियम, पोटैशियम, विटामिन और फॉस्फोरस भी मौजूद होते हैं।
कब करें सेवन ( curry leaves and buttermilk drink)
शरीर को स्वस्थ रखने के लिए इसे सुबह खाली पेट लिया जा सकता है। ध्यान रहे की जाड़े के दिनों में ताज़े छाछ का प्रयोग करना चाहिए। फ्रिज में रखे या ठंडे छाछ पीने से गला ख़राब हो सकता है। यदि आपको छाछ से एलर्जी है, तो सिर्फ कच्चे और मुलायम कड़ी पत्ते को खाली पेट भी खाया जा सकता है। कड़ी पत्ता बोवेल मूवमेंट में मदद करता है।
यह डायजेस्टिव एंजाइमों को उत्तेजित करता है। यदि इस पेय का नियमित रूप से सेवन किया जाता है, तो यह इम्यूनिटी बूस्ट होता है। यह कई तरह के संक्रमणों से भी बचाव कर सकता है।
खाली पेट कड़ी पत्ता (Empty stomach curry leaves)
कड़ी पत्ते में कई औषधीय गुण होते हैं। करी पत्ता पाचन में सुधार करता है। इसलिए इसे खाली पेट खाया जा सकता है। यह पेट फूलने से राहत देता है। यह ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसके कारण शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल को बढ़ाने में मदद मिलती है।
किस तरह लिया जाये (Empty stomach buttermilk)
छाछ का सेवन दिन में किसी भी समय किया जा सकता है।चाहे रात में या भोजन से पहले। यदि कोई पेट से संबंधित समस्याओं से पीड़ित है, तो खाली पेट छाछ पीना अच्छा है। इससे गट माइक्रोब कुशलतापूर्वक कार्य करते हैं। छाछ को फ्रिज में 3-4 दिन तक स्टोर करके रखा जा सकता है। जाड़े के दिनों में इस्तेमाल करने से 2 घंटे पहले फ्रिज से निकाल कर रख लें।
कैसे तैयार करें पाचन में मदद करने वाला पेय (how to make curry leaves and buttermilk drink)
मक्खन निकाले जा चुके एक कटोरी दही लें। इसमें 10-12 करी पत्ते एड करें। इसे मिक्सी में पीस लें। इस मिश्रण में आधा टी स्पून कुटा हुआ भुना जीरा, एक चौथाई टी स्पून काली मिर्च पाउडर मिला लें। आपको यदि पाइल्स नहीं है, तो अदरक पाउडर भी मिक्स कर सकती हैं। यदि आपके पास ताज़ा करी पत्ता उपलब्ध नहीं है, तो सूखे करी पत्तों को पीसकर छाछ में मिला सकती हैं। इसे तैयार करने में 10 मिनट समय लगता है।
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