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फ़ूड एडिटिव्स होते हैं पाचन में गड़बड़ी और हॉर्मोनल असंतुलन के लिए जिम्मेदार, यहां हैं इनसे बचने के उपाय

फ़ूड को आकर्षक और स्वाद बढ़ाने के लिए फ़ूड एडिटिव का इस्तेमाल किया जाता है। ये हमारे स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह भी हैं। यहां हैं 5 टिप्स जो फ़ूड एडिटिव के प्रयोग को अवॉयड करने में मदद कर सकते हैं।
फ़ूड एडिटिव स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकते हैं। चित्र : अडोबी स्टॉक
स्मिता सिंह Updated: 29 Oct 2023, 20:36 pm IST
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फ़ूड एडिटिव और प्रीजर्वेटिव का इस्तेमाल आमतौर पर फ़ूड प्रोडक्ट में किया जाता है। इन दिनों खाद्य पदार्थों में इनका उपयोग इतना अधिक बढ़ गया है कि ये हमारे आहार का अभिन्न अंग बन गए हैं। यदि हम फ़ूड एडिटिव की बात करें, तो ये सिंपल शुगर, सौल्ट और एसिड से लेकर मानव निर्मित केमिकल तक हो सकते हैं। इनका उपयोग भोजन में उसके स्वाद, बनावट और रंग को संरक्षित करने के साथ-साथ उसकी शेल्फ लाइफ को बढ़ाने के लिए भी किया जाता है। इन्हें एवोइड कर अपना और अपने परिवार का स्वास्थ्य सुरक्षित (How to avoid food additives) किया जा सकता है।

क्यों किया जाता है इस्तेमाल (why food additives are used)

फ़ूड एंड नुट्रीशनल एनालिसिस जर्नल में प्रकाशित शोध के अनुसार, फ़ूड एडिटिव खाद्य पदार्थ को आकर्षक बनाने और जल्दी खराब होने से बचाने के लिए डिज़ाइन किया जाता है। फ़ूड एडिटिव स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव (food additives affect health) भी डाल सकते हैं। यदि ध्यान दें तो पायेंगे कि कुछ फ़ूड एडिटिव पॉइजनस भी हो सकते हैं।इससे गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं (Food Additive can cause chronic health disease) भी हो सकती हैं।

क्या हैं फ़ूड एडिटिव (Food Additives)

फ़ूड एंड नुट्रीशनल एनालिसिस जर्नल के अनुसार, फ़ूड एडिटिव केमिकल एजेंट होते हैं, जिन्हें खाद्य पदार्थों को आकर्षक बनाने और उनका शेल्फ जीवन बढ़ाने के लिए जोड़ा जाता है। भोजन के स्वाद, बनावट या रंग को बढ़ाने के लिए एडिटिव्स का उपयोग किया जाता है।

ये हो सकती हैं स्वास्थ्य समस्याएं (Food Additives can cause chronic health disease)

एडिटिव्स के कारण सबसे अधिक एलर्जी और फ़ूड इनटोलीरेंस की संभावना बढ़ जाती है। कुछ एडिटिव्स, जैसे मोनोसोडियम ग्लूटामेट और सल्फाइट्स, एलर्जी को ट्रिगर कर सकते हैं। अस्थमा से पीड़ित लोगों और एलर्जी से प्रभावित लोगों में स्वास्थ्य जोखिम बढ़ जाते हैं। कुछ एडिटिव्स गैस और सूजन जैसी पाचन संबंधी गड़बड़ी का कारण भी बन सकते हैं। सोडियम नाइट्रेट और सोडियम नाइट्राइट जैसे एडिटिव्स कैंसर और अन्य बीमारियों के खतरे को भी बढ़ा सकते हैं।

यहां हैं इसके जोखिम को कम करने के उपाय (Tips to avoid food additives)

नुट्रीशन जर्नल के अनुसार, एडिटिव्स के जोखिम को कम करने का सबसे अच्छा तरीका प्राकृतिक खाद्य पदार्थ खाने की कोशिश करना है। ताजे फल, सब्जियां, ड्राई फ्रूट्स, सीड्स और साबुत अनाज सभी प्राकृतिक रूप से फाइबर और पोषण से भरपूर होते हैं।

1 इंग्रीडिएंट लेबल पढ़ें (Read Ingredients labels)

सामान लेने से पहले उत्पादों की तुलना करें। कई प्रोडक्ट कम फ़ूड एडिटिव्स की मदद से बने होते हैं ।
मसालों में सिलिकॉन डाइऑक्साइड या डेयरी उत्पादों में पॉलीसोर्बेट 80 जैसे एडिटिव्स के अज्ञात स्रोतों की पहचान करें।

डेयरी उत्पादों में पॉलीसोर्बेट 80 जैसे एडिटिव्स के अज्ञात स्रोतों की पहचान करें। चित्र : अडोबी स्टॉक

2 प्रोसेस्ड फ़ूड का सेवन कम करें (Avoid Processed food)

कम प्रोसेस्ड फल, सब्जियां, साबुत अनाज, बीन्स, ड्राई फ्रूट्स, सीड्स और एनिमल प्रोडक्ट का चुनाव (How to avoid food additives) करें। भोजन तैयार करते समय फ़ूड एडिटिव्स की मात्रा काउंट करें

3 होम मेड फ़ूड का करें इस्तेमाल (Eat Homemade food)

ताजे फल और सब्जियां लेकर होम मेड बनाने का प्रयास करें। कैन और प्रोसेस्ड फ़ूड में एडिटिव्स की संभावना सबसे अधिक होती है

4 खाद्य पदार्थों को स्वैप करें (Swap Food Items)

जिन फ़ूड में फ़ूड एडिटिव होने की संभावना हो सकती है, उनके स्थान पर दूसरे खाद्य पदार्थों का चुनाव करें। माइक्रोवेव पॉपकॉर्न के स्थान पर एयर-पॉप्ड पॉपकॉर्न खाने की कोशिश करें। मार्जरीन की जगह बटर चुनें। पैनकेक सिरप के स्थान पर मेपल सिरप या शहद का प्रयोग (How to avoid food additives) करें। मैरिनेड और सॉस की बजाय ताजे हर्ब और स्पाइस को शामिल करें। स्वाद वाले विकल्पों के स्थान पर सादे चिप्स और क्रैकर चुनें। ताजा और सादा दही लें

पैनकेक सिरप के स्थान पर मेपल सिरप या शहद का प्रयोग करें। चित्र : शटरस्टॉक

5 किचन में क्रिएटिविटी दिखाएं (show Creativity in kitchen)

खुद की सलाद ड्रेसिंग, डिप्स और सीज़निंग बनाएं। ताजे खट्टे फलों या हर्ब का उपयोग करें।
कुकीज़ को सजाने के लिए प्राकृतिक सामग्रियों का उपयोग (How to avoid food additives) करें। रेड आइसिंग के लिए बीट रूट जूस या पाउडर और ग्रीन आइसिंग के लिए व्हीटग्रास जूस का उपयोग करें।

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स्मिता सिंह

स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है। ...और पढ़ें

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