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आपके जीवन को जोखिम में डाल सकता है हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया, जानिए इस बारे में सब कुछ

कभी-कभी हमारी छोटी लापरवाही भी हमारे जीवन के लिए बड़ा संकट पैदा कर सकती है। अस्वस्थ खानपान ऐसी ही एक लापरवाही है। जो भारतीयों का कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ा रही है।
आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के 5 तरीके। चित्र:शटरस्टॉक
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बदलता खान पान और जीवनशैली में हो रहे बदलाव भारत में हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया ( hypercholesterolemia )  के मरीजों की संख्या बढ़ा रहे  हैं। बढ़ता कोलेस्ट्रॉल ( high cholesterol )  चिंताजनक स्थिति को उत्पन्न कर सकता है। अगर इसका समय से इलाज न किया गया तो यह हार्ट अटैक( Heart Attack )  का कारण भी बन सकता है। ऐसे में यह जरूरी है कि लोगों को हाई कोलेस्ट्रॉल की अधिक से अधिक जानकारी दी जाए। ताकि वे अपनी सेहत का बेहतर ध्यान रख सके।

क्या है हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया ? ( What is Hypercholesterolemia ) 

हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया एक ऐसी अवस्था है जब हमारे खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा काफी ज्यादा बढ़ जाती है। कोलस्ट्रोल हमारे खून में मौजूद ऐसा सब्सटेंस होता है, जिसका काम हमारे हेल्दी सेल्स का निर्माण करना होता है।

हालांकि जब खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा काफी ज्यादा हो जाती है, तो उसे हाई कोलेस्ट्रॉल के नाम से जाना जाता है। इसके अलावा खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा कम होने पर उसे लो केलोस्ट्रोल कहा जाता है। हालांकि उचित मात्रा में खून में कोलेस्ट्रॉल होना जरूरी है।

ज्यादा कोलेस्ट्रॉल का स्तर हार्ट अटैक का कारण बन सकता है। चित्र: शटरस्टॉक

शरीर में क्या होती है कोलेस्ट्रॉल की भूमिका ( Role of cholesterol ) 

मानव शरीर में होने वाली अलग-अलग क्रियाओं के लिए उचित मात्रा में कोलेस्ट्रॉल होना बहुत आवश्यक होता है। कोलेस्ट्रॉल विटामिन ए, डी, ई और के को शरीर में अवशोषित करने में मदद करता है।

हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षण  ( symptoms of high cholesterol ) 

हाई कोलेस्ट्रॉल जैसी बीमारी को नजरअंदाज करना किसी भी व्यक्ति के लिए जानलेवा हो सकता है। अगर इसका इलाज गंभीरता से न कराया गया, तो हमारे शरीर पर इसके कई असर पड़ सकते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि आप समय रहते हाई कोलेस्ट्रॉल के लक्षणों को पहचान लें। इनमें सांल फूलना, सिर दर्द, मोटापा, सीने में दर्द, बेचैनी  आदि शमिल हैं।

आखिर क्यों बढ़ जाता है कोलेस्ट्रॉल ? ( Why does cholesterol increase ) 

  • इसके लिए अस्वस्थ आहार 
  • ज्यादा चिंता करना
  • शराब का सेवन करना
  • जेनेटिक कारण जिम्मेदार हैं
ज्यादा स्ट्रेस हो सकता है हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया का कारण। चित्र:शटरस्टॉक

यहां हैं कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के आयुर्वेदिक उपाय

परहेज और आपके डॉक्टर द्वारा लिखी गई दवाइयों के साथ-साथ आप कुछ आयुर्वेदिक उपाय भी अपना सकते हैं। ताकि कोलेस्ट्रॉल के बढ़ते स्तर को कंट्रोल किया जा सके।

1. धनिया के बीज का पानी (  Coriander Seed Water ) 

धनिया के बीज से तैयार किया गया पानी आपको अपने खून में कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को बैलेंस बनाए रखने में मदद कर सकता है। इसलिए रोजाना खाने से पहले या खाने के बाद एक कप पानी में दो चम्मच धनिये का बीज डालकर उबालें और पियें।

2. लाल प्याज़  ( red onion ) 

ब्लड में हाई केलोस्ट्रोल के लेवल को बैलेंस बनाए रखने में लाल प्याज काफी ज्यादा फायदेमंद है। अगर आप एक चम्मच लाल प्याज के रस में एक चम्मच ऑर्गेनिक शहद मिलाकर 1 महीने तक लगातार खाते हैं, तो यह आपके कोलेस्ट्रॉल लेवल को नियंत्रण में ला सकता है। 

अखरोट की मदद से हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया को नियंत्रित करें।
चित्र: शटरस्टॉक

3. अखरोट ( Walnut ) 

अखरोट के कई फायदे होते हैं, हड्डियों को मजबूत बनाने के साथ-साथ यह आपके कोलेस्ट्रॉल पर नियंत्रण बनाने में भी सहायता कर सकता है। अखरोट खाने से ब्लड वेसल्स में जमा कोलेस्ट्रॉल धीरे-धीरे पिघलने लगता है, जिससे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बैलेंस होने लगती है।

4. लहसुन  ( Garlic ) 

आयुर्वेद के अनुसार बढ़ते कोलेस्ट्रॉल को कम करने के लिए लहसुन काफी फायदेमंद है। लहसुन में पाए जाने वाले तत्व एलडीएल ( LDL ) यानी खराब कोलेस्ट्रॉल को कम करने में आपकी मदद करते हैं। रोज़ाना लहसुन की 2 कलियां खाने से शरीर में मौजूद खराब कोलेस्ट्रॉल का लेवल 9 से 15 फीसदी तक घटाया जा सकता है।

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अक्षांश कुलश्रेष्ठ

सेहत, तंदुरुस्ती और सौंदर्य के लिए कुछ नई जानकारियों की खोज में ...और पढ़ें

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