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प्रोटीन पाउडर वजन बढ़ाता है या घटाता है? एक फिटनेस विशेषज्ञ से जानते हैं इस सवाल का जवाब

अक्सर हम मान लेते हैं कि प्रोटीन पाउडर लेने से वजन बढ़ सकता है। विशेषज्ञ बताती हैं कि यह एक मिथ है। यदि सही तरीके से इसका सेवन किया जाये, तो यह वेट लॉस में मदद कर सकता है।
बेहतर सेहत चाहती हों, तो प्रोटीन पाउडर सभी कार्य अच्छी तरह कर सकती हैं। चित्र : अडोबी स्टॉक
Shikha Dwivedi Updated: 5 Jan 2024, 12:31 pm IST
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सेहत को बरकरार रखना सबसे जरूरी है। सेहतमंद रहने में आपके वजन की अहम भूमिका होती है। अगर आप ओवरवेट हैं तो आप बहुत सारी बीमारियों के जोखिम हैं। इसी तरह अगर आप में पोषण की कमी है, तो भी आपको स्वस्थ नहीं कहा जा सकता। जब भी आप वेट लॉस करने या वेट गेन करने की कोशिश करती हैं, तो फिटनेस विशेषज्ञ आपको प्रोटीन इनटेक बढ़ाने की सलाह देते हैं। इसके लिए ज्यादातर लोग प्रोटीन पाउडर पर भरोसा करते हैं। महिलाओं में यह एक कॉमन मिथ है कि प्रोटीन पाउडर वजन (protein powder and weight loss) बढ़ा देते हैं। क्या वाकई ऐसा है? चलिए एक फिटनेस और आहार विशेषज्ञ से जानते हैं इस सवाल का जवाब।

मांसपेशियों में कसावट (Protein powder for muscles health) 

अध्ययन बताते हैं कि प्रोटीन पाउडर को सही तरीके से इस्तेमाल करने पर यह तंदुरुस्ती के सफर में एक अच्छा साथी बन सकता है। चाहे आप वजन कम करना चाहती हों, मांसपेशियों में कसावट लाना चाहती हों या कुल मिलाकर बेहतर सेहत चाहती हों, तो प्रोटीन पाउडर सभी कार्य अच्छी तरह कर सकती हैं। यहां जानना यह है कि क्या प्रोटीन पाउडर का सेवन वजन भी बढ़ा सकता है?

प्लांट बेस्ड प्रोटीन पाउडर हैं ज्यादा बेहतर (What is plant based protein powder)

ओजि़वा में न्यूट्रीशनिस्ट और एमएससी क्लिनिकल न्यूट्रीशन एण्ड डायटेटिक्स शिखा द्विवेदी बताती हैं, ‘प्लांट बेस्ड फ़ूड से तैयार होता है प्रोटीन पाउडर। यह शरीर के लिये जरूरी प्रोटीन पाने में मदद करता है। अगर आप सही तरीके से इसका इस्तेामाल करती हैं और सुनिश्चित करती हैं कि वह न्यूट्रीशन प्लान के अनुसार हो, तो सचमुच यह शरीर में बड़ा बदलाव लाने में आपकी मदद कर सकता है।’

रोजाना प्रोटीन सेवन

इन्हें अक्सर जैविक सामग्रियों से बनाया जाता है, जैसे कि पी प्रोटीन आइसोलेट, ब्राउन राइस प्रोटीन और क्विनोआ। रोजाना प्रोटीन सेवन बढ़ाने के लिये यह बेहद जरूरी है। यह अच्छी तरह से संतुलित एक फार्मूलेशन है, जिसमें प्रीमियम क्वाटलिटी की सामग्रियां मौजूद हैं।

क्या प्रोटीन पाउडर से फैट बढ़ता है (Protein powder and fat gain)

अब बड़ा सवाल यह है कि क्या प्रोटीन पाउडर से फैट बढ़ता है? इसका जवाब है ‘नहीं’। ज्याादातर प्रोटीन सप्लीमेंट्स कैलोरीज काउंट के साथ उपलब्ध होते हैं। उनमें काफी कम फैट होता है। वे प्रोटीन से भरपूर होते हैं। अगर आप उनका सोच-समझकर इस्तेमाल कर रही हैं, तो वे शरीर को एक्स्ट्रा फैट नहीं देंगे।

इनमें से कई प्रोटीन पाउडर प्रामाणिक रूप से शुद्ध और क्लिनिकली प्रमाणित होते हैं।इनमें जरूरी मल्टी विटामिन्स , मिनरल्स और आयुर्वेदिक हर्बल अर्क होते हैं। यह वजन पर काबू रखने, मेटाबोलिज़्म बढ़ाने, ज्यादा ऊर्जा और संतुलित मांसपेशियों के लिये मददगार होते हैं।

किस प्लांट बेस्ड प्रोटीन सप्लीमेंट का करें चुनाव (Plant based protein powder)

कुल मिलाकर आहार और आप जीवन कैसे जीती हैं, इसके बड़े मायने होते हैं। प्रोटीन सप्लीमेंट का भी महत्व होता है। इससे वजन और फैट को कम करने में सचमुच मदद मिलती है। यदि संतुलित मात्रा में इसका सेवन किया जाए, तो पूरे शरीर को फायदा मिल सकता है। सबसे जरूरी यह ध्यान रखना है कि सही प्लांट बेस्ड प्रोटीन का चुनाव किया जाए।

 अच्छी मात्रा में फाइबर (Fiber in protein powder) 

प्लांट बेस्ड प्रोटीन स्रोत महिलाओं के लिए बेहतर हैं। इन स्रोतों में दलहन, जैसे कि मसूर, मोटे चने और बीन्स के सप्लीमेंट शामिल हैं। इनमें प्रोटीन और फाइबर अच्छी मात्रा में होती है। इसके अलावा, क्विनोआ एक वर्सेटाइल अनाज है, जो प्लांट बेस्ड प्रोटीन का एक अन्य बेहतरीन स्रोत है। बादाम, चिया और अलसी के बीज जैसे नट्स और सीड्स भी प्रोटीन और सेहतमंद फैट्स देते हैं। यह विकल्प न केवल संपूर्ण स्वास्थ्य में सहयोग देते हैं, बल्कि महिलाओं की तंदुरुस्ती के लिये जरूरी प्रोटीन देने में भी मददगार हैं।

प्रोटीन पाउडर में प्रोटीन और फाइबर अच्छी मात्रा में होती है।चित्र : अडोबी स्टॉक

फिजिकल एक्टिविटी भी है जरूरी (Physical activity) 

याद रखें कि आप प्रोटीन पाउडर का सेवन इस आधार पर कर सकती हैं कि आपके शरीर को वास्तव में क्या चाहिये। अगर आप गतिशील नहीं रहती हैं और ठीक से नहीं खाती हैं, तो सिर्फ सप्लीमेंट्स लेने से वजन कम नहीं होगा। यह एक टीम एफर्ट है, जिसमें नियमित शारीरिक गतिविधि एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।

शारीरिक गतिविधि की भूमिका 

रोजाना कम से कम 30 मिनट शारीरिक गतिविधि करने से वजन पर काबू रखने (protein powder and weight loss) के अलावा शरीर की तंदुरुस्ती को भी फायदा मिलता है। भारत में तंदुरुस्ती के लिये विभिन्न विकल्प हैं। योग जैसे पारंपरिक अभ्या्सों से लेकर लोकल खेलों और डांस तक। स्ट्रेस फ्री और हैपी करने वाली गतिविधि चुनने से व्या‍याम का एक स्थायी रुटिन बनाना आसान हो जाता है।

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वर्कआउट के बाद लें प्रोटीन (Protein powder after workout)

प्लांट-बेस्ड मिल्क प्रोटीन पाउडर लेने का समय और तरीका महत्वपूर्ण है। वर्कआउट के बाद इन विकल्पों जैसे कि आमंड मिल्क, कोकोनट मिल्क आदि कम फैट वाले मिल्क या पानी के साथ इसे लेने से अतिरिक्त वजन हटाने में मदद मिल सकती है। अगर आप उसे फुल-फैट मिल्क के साथ ले रही हैं या सक्रिय नहीं हैं, तो एक्स्ट्रा कैलोरीज मांसपेशियों की भरपाई में मदद करने की बजाए फैट में बदल सकती हैं।

प्रोटीन के सेवन की सही मात्रा (Protein powder portion) 

अलग-अलग लोगों के लिये प्रोटीन का सेवन अलग-अलग होगा। कुछ कारकों के चलते यह महिलाओं में भी अलग होगा। प्रोटीन के सेवन की सही मात्रा तय करने में ऊंचाई, वजन, उम्र, संपूर्ण तंदुरुस्ती और सक्रियता का स्तर देखा जाता है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महिलाओं को रोजाना शरीर के वजन के अनुसार प्रति किलोग्राम पर कम से कम 0.8 ग्राम प्रोटीन लेना चाहिये

प्रोटीन के सेवन की सही मात्रा तय करने में ऊंचाई, वजन, उम्र, संपूर्ण तंदुरुस्ती और सक्रियता का स्तर देखा जाता है। चित्र : अडोबी स्टॉक

डेली इनटेक

सुस्त जीवनशैली वाली एक औसत महिला के लिये रिकमेंडेड डेली इनटेक (आरडीआई) रोजाना 46 ग्राम होता है। यह विभिन्न महिलाओं की आवश्यकता को देखते हुए अलग भी हो सकता है। गर्भवती या स्तनपान करा रही महिलाओं और एथलीट्स को अन्य की तुलना में ज्यादा प्रोटीन की जरूरत (protein powder and weight loss) हो सकती है। इसलिये प्रोटीन की तय जरूरतों के लिए प्रोटीन की सही खुराक जानना जरूरी है। इसके लिये मेडिकल पेशेवर से परामर्श करना चाहिये।

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Shikha Dwivedi

Msc Clinical Nutrition and Dietetics, OZiva ...और पढ़ें

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