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पारिजात या चमेली अपनी खुशबू से कहीं ज्यादा देती है! इन लाभों पर ध्यान दें

हरसिंगार या पारिजात एक अद्भुत फूल है। इसकी खुशबू मदहोश कर देने वाली होती है। पर क्या आप जानती हैं कि ये आपके स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है।
सोरायसिस से छुटकारा दिलाता है जैस्मीन। चित्र:शटरस्टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Updated: 29 Oct 2023, 19:20 pm IST
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पारिजात या हरसिंगार की स्मृति हमारे दिमाग में ताज़गी भर देती है। विशेष रूप से 2018 में शुजीत सरकार की फिल्म अक्टूबर की रिलीज के बाद इसकी पहचान करना आसान हो गया है। नारंगी बिंदु के साथ सुगंधित सफेद फूल जो शरद ऋतु में प्रचुर मात्रा में होते हैं, जीवन की अल्पकालिक प्रकृति को भी दर्शाते हैं। इस पेड़ का उल्लेख  भारतीय पौराणिक कथाओं में भी है। अपने नाम हरसिंगार के अनुरूप यह जहां होता है, वहां सौंदर्य बिखरा देता है। 

पर सुगंध अलावा, क्या इस फूल का कोई और लाभ भी है? यह फूल इतना फायदेमंद क्यों है, और इसके विभिन्न फायदों को जानने के लिए हमने प्रमुख आयुर्वेद विशेषज्ञ डॉ. नितिका कोहली से संपर्क किया।

पारिजात क्यों खास है?

वे बताती हैं, “पारिजात या हरसिंगार हमेशा से सबसे अलग फूलों का पौधा रहा है। रात में खिलने की इसकी प्रकृति हमेशा एक दिलचस्प तथ्य रहा है। मलेरिया बुखार को ठीक करने से लेकर गठिया के दर्द से लोगों को राहत दिलाने तक इस खूबसूरत फूल के कई औषधीय लाभ हैं।

जोड़ों में दर्द को ठीक कर सकता हैं पारिजात। चित्र : शटरस्टॉक

इस पौधे की पत्तियां व्यक्ति को कई तरह से लाभ पहुंचा सकती हैं। मैं इन पत्तियों के उपयोग की अत्यधिक अनुशंसा करती हूं क्योंकि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-बैक्टीरियल और एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं।” 

बायोमेडिकल एंड फार्माकोलॉजी जर्नल में पारिजात की एक ‘साहित्यिक समीक्षा’ के अनुसार, इसकी  पत्ती, जड़, फूल और बीज आमतौर पर विभिन्न रोग स्थितियों के लिए रस, पाउडर, काढ़े जैसे विभिन्न रूपों में उपयोग किए जाते हैं।

पारिजात के कुछ प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं

1. गठिया में मदद करता है

अमूमन उम्र के साथ कई लोगों को गठिया की शिकायत बढ़ जाती है। इसके अलावा यह युवा लोगों में उनकी गतिहीन जीवन शैली और अस्वास्थ्यकर खाने की आदतों के कारण भी दिखाई दे सकता है। जबकि हरसिंगार गठिया से जुड़े जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद करता है। 

2. बुखार को नियंत्रित करता है 

ऐसा कहा जाता है कि पारिजात बुखार को कम करने में मदद कर सकता है। आयुर्वेद के अनुसार, शरीर में गंदगी या टॉक्सिक पदार्थों के जमा होने से बुखार और संक्रमण हो सकता है। यह पूरे शरीर की गंदगी को कम करने में मदद करता है, जिससे इस समस्या से निपटने में मदद मिलती है।

3. अपच से राहत

आयुर्वेद के अनुसार पित्त दोष के असंतुलन के कारण अपच होती है। यह फिर से शरीर में टॉक्सिन के संचय को कम करता है, और अपच से राहत देता है।

इसका उपयोग किन विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है?

कोहली का कहना है कि इसका इस्तेमाल कई तरह के बुखार, गठिया दर्द और खांसी के इलाज के लिए किया जा सकता है। विभिन्न परेशानियों के इलाज के लिए पूरे पौधे का उपयोग विभिन्न तरीकों से किया जा सकता है।

अपने सुगंध के लिए भी प्रख्यात है पारिजात। चित्र : शटरस्टॉक

1. पारिजात फूल

ये खूबसूरत छोटे सुगंधित फूल उन लोगों के लिए वरदान हैं, जिन्हें गैस्ट्रिक और सांस की समस्या है।

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2. पारिजात के पत्ते 

इनका उपयोग विभिन्न प्रकार के बुखार, खांसी और कीड़ों की जांच के इलाज के लिए किया जा सकता है। इन पत्तों का रस आपके शरीर के लिए टॉनिक का काम करता है। पारिजात के 10 पत्तों को उबालकर और काढ़ा के रूप में इसे मौखिक रूप से लिया जा सकता है।

3. पारिजात की टहनी 

इस औषधीय पौधे के स्टेम  को चूर्ण में बदला जा सकता है और इसे एक गिलास पानी के साथ लेना चाहिए। यह जोड़ों के दर्द को कम करता है और मलेरिया के इलाज में भी कारगर है।

तो लेडीज, पारिजात के साथ कई स्वास्थ्य समस्याओं को दूर भगाएं!

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टीम हेल्‍थ शॉट्स

ये हेल्‍थ शॉट्स के विविध लेखकों का समूह हैं, जो आपकी सेहत, सौंदर्य और तंदुरुस्ती के लिए हर बार कुछ खास लेकर आते हैं। ...और पढ़ें

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