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क्या गले की खराश और कफ में आराम दिला सकती है नमक वाली चाय? आइए पता करते हैं

ठंडे पहाड़ी इलाकों में अकसर लोग मीठी की बजाए नमकीन चाय पीना पसंद करते हैं। वे इसे ठंड में होने वाले संक्रमण से बचाव का जरिया मानते हैं। तो क्या यह वाकई सच है?
सुबह खाली पेट चाय पीने से आपको पेट में जलन पैदा हो सकती है। चित्र : शटरस्टॉक
अक्षांश कुलश्रेष्ठ Published: 26 Dec 2021, 18:00 pm IST
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चाय कई लोगों की जिंदगी होती है। सुबह एक कप चाय न मिले तो दिन की शुरुआत अधूरी लगने लगती है। भारत में लोग अलग-अलग प्रकार से चाय बनाते हैं। कोई दूध की चाय बनाता है, तो कोई बिना दूध की, किसी को चाय में अदरक पसंद है तो किसी को चाय में तुलसी। हालांकि चाय और तुलसी अपने औषधीय गुण के कारण काफी चर्चित हैं। आपने इस बात पर भी गौर किया होगा कि कई लोग चाय में नमक डालकर पीते हैं। हो सकता है कि आपके घर में ही ऐसा होता हो या आप ही चाय में नमक डालकर पीती हों। तो आइए जानते हैं कि यह आदत हेल्दी है या अनहेल्दी!  

कश्मीरी करते हैं नमकीन चाय का सेवन 

ज्यादातर नमक की चाय कश्मीर में पी जाती है, जिसे नून चाय के नाम से जाना जाता है। कश्मीरी भाषा में नून का अर्थ नमक होता है। यह चाय गुलाबी रंग की होती है।

नमकीन होती है कश्मीरी चाय। चित्र : शटरस्टॉक

यह बात सभी जानते हैं कि कश्मीर एक ठंडा इलाका है। यहां के लोग कश्मीर की चाय यानी नून चाय पीना पसंद करते हैं। यह ठंड के मौसम में शरीर को अंदर गर्म रखने का काम करती है। कश्मीरी चाय में सोडियम बायकार्बोनेट कंटेंट बहुत ज्यादा होता है, जो डाइजेस्टिव समस्याओं से छुटकारा दिलाता है। 

क्या है चाय में नमक डालने का लॉजिक 

कश्मीर में ठंड के मौसम में ज्यादातर लोग नमकीन चाय यानी चाय में नमक डालकर पीते हैं। वे मानते हैं कि जुकाम और कफ ढीला करने में नमकीन चाय बेहद काम आती है। लेकिन क्या कभी आपने इसकी वास्तविकता जांचने परखने की कोशिश की है?

क्या सच में चाय मे नमक डालकर पीने से अनेक फायदे मिलते हैं? या फिर इसके नुकसान है? दरअसल इस सवाल का जवाब ढूंढना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि आयुर्वेद के अनुसार दूध में नमक डालने से यह जहर का काम करता है। और ज्यादातर भारतीय घरों में दूध वाली चाय ही बनाई जाती है। तो क्या चाय में नमक डालने से वह हमें नुकसान पहुंचा सकती है? चलिए इन सवालों के जवाब ढूंढने की कोशिश करते हैं।

क्यों दूध में नहीं मिलाना चाहिए नमक? 

आयुर्वेद के अनुसार दूध में नमक मिलाने से दूध शरीर के लिए जहर में बदल सकता है। योग गुरु बाबा रामदेव द्वारा पोस्ट की गई एक वीडियो के अनुसार दूध के साथ नमक का सेवन कई प्रकार के चर्म रोग पैदा कर सकता है। जिसमें एग्जिमा, सफेद दाग आदि शामिल हैं। 

हालांकि यह जरूरी नहीं है कि दूध से बनी हर चीज में नमक नुकसान करें। दही में नमक डालकर खाने से और दही का नमकीन रायता पीने से पेट का स्वास्थ्य ठीक रहता है। 

नमक वाली चाय के फायदे या नुकसान ? 

चाय में नमक अगर बनने के बाद ऊपर से मिलाया जाए, तो यह गले की खराश, कफ, सिर दर्द, खांसी जैसी सर्दियों में होने वाली समस्याओं से आराम दिला सकता है। क्योंकि चाय खौल जाने के बाद दूध पक जाता है। लेकिन इसका सेवन सिर्फ सर्दियों में ही करना चाहिए और संतुलित मात्रा में। 

गले की खराश ठीक कर सकती है नमक वाली चाय चित्र: शटरस्टॉक

निष्कर्ष 

नमकीन चाय शरीर में फायदा भी पहुंचाती है और नुकसान भी। किसी भी चीज का ज्यादा सेवन शरीर को हानि पहुंचा सकता है। ऐसे में नमकीन चाय का भी जरूरत से ज्यादा सेवन नहीं करना चाहिए। यदि आपको खांसी, जुखाम, बुखार या कोई अन्य संक्रमण के कारण बीमारी है तो फौरन अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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