नाश्ते के लिए बेहतरीन विकल्प है ‘म्यूसली’, इस एक मिनट की स्लाइड में जानिए इसके स्वास्थ्य लाभ
यदि आप भी काम की जल्दबाज़ी में नाश्ता स्किप करने को एक अच्छी आदत मानते हैं, तो यह आपकी सबसे बड़ी भूल हो सकती है। सुबह-सुबह नाश्ता करना आपके पूरे दिन में समग्र स्वास्थ्य लाभ के लिए जरूरी है। इन्हीं ब्रेकफास्ट ऑप्शंस में ‘म्यूसली’ भी एक पौष्टिक विकल्प है।
शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखने के लिए स्वस्थ आहार का सेवन करना बहुत जरूरी है। पूरे दिन में सुबह की मील यानी ब्रेकफास्ट व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य के विकास के लिए बहुत आवश्यक है। ब्रेकफास्ट में हमें हमेशा पौष्टिक चीज़ों का सेवन करना चाहिए क्योंकि ब्रेकफास्ट ही ऐसी मील है, जिसके कारण हम पूरे दिन स्वस्थ और एनर्जेटिक महसूस कर सकते हैं। हेल्दी और टेस्टी ब्रेकफास्ट के लिए कई तरह के ऑप्शन आजकल हमारे पास मौजूद होते हैं, उन्हीं में से एक म्यूजली भी हैं। चित्र- अडॉबीस्टॉक
म्यूसली एक पौष्टिक नाश्ता होता है जो रोल्ड ओट्स, अनाज, मेवे, बीज, ड्राई फ्रूट्स और ताजे फलों को मिलाकर बनाया जाता है। इसका सेवन आमतौर पर दूध के साथ किया जाता है। लेकिन कुछ लोग इसकी पौष्टिकता को और अधिक बढ़ाने के लिए इसे दही या फलों के रस के साथ भी खाते है। म्यूसली स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद होती है क्योंकि इसमें विभिन्न पोषक तत्व जैसे फाइबर, विटामिन, खनिज और हेल्दी फैट होता है। पौष्टिक और पेट भरने वाले नाश्ते की तलाश कर रहे लोगों के लिए यह एक लोकप्रिय विकल्प है। चित्र- अडॉबीस्टॉक
अमेरिकन जर्नल ऑफ क्लिनिकल न्यूट्रिशन में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट के मुताबिक़ म्यूसली हार्ट संबंधी बीमारियों को दूर करने और खासकर हार्ट अटैक जैसी स्थिति के रोकथाम के लिए फायदेमंद है। म्यूसली में मुख्य रूप से ओट्स, पूरे अनाज, नट्स, और बीज होते हैं, जिनमें फाइबर होता है। फाइबर बैड कोलेस्ट्रॉल को कम करता है, जिससे हार्ट हेल्थ को सुधारने में मदद मिलती है। साथ ही म्यूसली में मौजूद पूरे अनाज और नट्स कार्बोहाइड्रेट के अच्छे स्रोत होते हैं, जो ग्लाइसेमिक कंट्रोल को सुधार सकते हैं। इससे ब्लड शुगर के स्तर को स्थिर रखने में मदद मिलती है, जो ह्रदय स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। चित्र- अडॉबीस्टॉक
म्यूसली बोन हेल्थ को सुधारने में भी मदद करती है। म्यूसली में में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो बोन हेल्थ को सुधार सकते हैं। कैल्शियम बोन हेल्थ के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। म्यूसली में मिलाए जाने वाले डेयरी प्रोडक्ट्स, जैसे कि दही और छाछ, कैल्शियम के अच्छे स्रोत होते हैं। साथ ही म्यूसली में मौजूद अनाज और बीज फाइबर के स्रोत होते हैं, जो हड्ड़ियों को मज़बूत बनाए रखने में अहम किरदार निभाते है। चित्र- अडॉबीस्टॉक
यूरोपियन जर्नल ऑफ न्यूट्रिशन में छपी एक रिपोर्ट के अनुसार नाश्ते में म्यूसली का सेवन करने से उच्च चीनी, कम फाइबर वाले नाश्ते की तुलना में पूरे दिन में कैलोरी की मात्रा कम हो सकती है। इसके साथ ही म्यूसली एक कम कैलोरी वाला भोजन होता है, इसको प्रतिदिन खाने से आप कैलोरी को कंट्रोल कर सकते हैं, जिससे आप स्वयं को स्वस्थ बना सकते है। चित्र- अडॉबीस्टॉक
डायबिटीज़ से पीड़ित रोगियों के लिए म्यूसली एक बेहतर विकल्प है। म्यूसली आमतौर पर फाइबर से भरपूर होती है, जो डायबिटीज़ के प्रबंधन के लिए महत्वपूर्ण है। साथ ही म्यूसली में मौजूद फाइबर पाचन तंत्र से कार्बोहाइड्रेट के अवशोषण को धीमा करके ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने में मदद करता है। इससे भोजन के बाद ब्लड शुगर में तेजी से वृद्धि के बजाय धीरे-धीरे वृद्धि होती है। इसके साथ ही म्यूसली में कम ग्लाइसेमिक इंडेक्स होता है, जिसका अर्थ है कि इसका ब्लड शुगर के स्तर पर कम प्रभाव पड़ता है। चित्र- अडॉबीस्टॉक