लॉग इन

ये संकेत बताते हैं कि आप दोनों के बीच बढ़ रहा है इमोशनल गैप, बिना देर किए इन पर दें ध्यान

रिलेशनशिप में प्यार के साथ-साथ एक दूसरे से इमोशनली जुड़ाव होना भी जरूरी है। जो लोग भावनात्मक रूप से एक-दूसरे से अलग हो जाते हैं, उनका रिश्ता कभी भी टूटने की कगार पर पहुंच सकता है। इसलिए इस गैप को समझना बहुत जरूरी है।
कई बार हम रिश्ते में पहले जैसा जुड़ाव महसूस नहीं करते। चित्र- अडोबी स्टॉक
संध्या सिंह Published: 1 Sep 2023, 17:35 pm IST
मेडिकली रिव्यूड
ऐप खोलें

किसी भी रिश्ते में भावनात्मक लगाव होना बहुत जरूरी होता है। जिससे आप उस रिश्ते में अपनापन ढूंढ सकते हैं। यह किसी भी रिश्ते का एक बुनियादी पहलू है और पार्टनर के बीच बॉन्डिंग बढ़ाने में मददगार साबित होता है। जिससे भविष्य में रिश्ते के बेहतर तरीके से चलने की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए आपको उन संकेतों को पहचानना चाहिए जो आप दोनों के भावनात्मक अलगाव (signs of emotional distance in a relationship) की ओर इशारा करते हैं। ताकि आप समय रहते इसे रिपेयर कर सकें।

रिश्ता हमेशा एक जैसा नही होता। कभी-कभी हम सभी को अपने रिश्ते में मूल्यांकन की जरूरत महसूस होती है। कई बार हम रिश्ते में पहले जैसा जुड़ाव महसूस नहीं करते। किसी रिश्ते में भावनात्मक रूप से जुड़ने में समय लगता है। क्योंकि इमोशनल जुड़ाव के लिए प्यार चाहिए होता है। धीरे-धीरे समय के साथ यह खोने लगता है। ऐसे में आप दोनों को ही अपने रिश्ते पर काम करने की जरूरत होती है। यहां हम उन संकेतों के बारे में बात कर रहे हैं, जो रिश्ते में इमोशनल गैप की ओर इशारा करते हैं।

रिश्ते में इमशनली अलग होने के क्या संकेत हैं यह जानने के लिए हमने बात की सीनियर क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव से। डॉ श्रीवास्तव बताते हैं कि अपने पार्टनर से भावनात्मक अलगाव रिश्ते में कई समस्याओं का कारण बन सकता है।

किसी रिश्ते में भावनात्मक रूप से जुड़ने में समय लगता है। चित्र:अडोबी स्टॉक

ये संकेत बताते हैं कि आप दोनों के रिश्ते में बढ़ रही हैं भावनात्मक दूरियां (signs of emotional distance in a relationship)

1 एक दूसरे से बातचीत में कमी

यदि आपको ये महसूस होने लगा है कि आपका साथी आपको अपनी कोई चीज नही बताता है या आपके साथ बातचीत में कमी आ गई है पहले की तुलना में तो ये इमोशनल कनेक्ट खत्म होने के कारण हो सकता है। आप अपने साथी के साथ बातचीत की आवृत्ति और गहराई दोनों के संदर्भ में कम बात करते हुए पाते हैं। आप अपने विचारों, भावनाओं या अनुभवों को पहले की तरह खुलकर साझा नहीं कर पाते है।

2 साथ समय बिताने से बचना

किसी भी रिलेशनशिप को स्वस्थ बनाए रखने के लिए साथ में क्वालिटी टाइम बिताना बहुत जरूरी होता है। जरूरी नहीं कि क्वालिटी टाइम बिताने का मतलब है कि आपको बहुत कुछ बड़ा या कुछ करने की ही जरूरत है कभी कभी केवल साथ समय बिताना ही खूबसूरत समय में गिना जाता है। साथ में क्वालिटी टाइम बिताना रिश्ते को मजबूत करता है। लेकिन जब भावानात्मक रूप से रिश्ते में दूरी आती है तो पार्टनर साथ समय बिताने से बचता है क्योंकि अब उसमें उन्हें खुशी महसूस नही होती है।

3 इच्छा की कमी

एक स्वस्थ रिश्ते के लिए ये जरूरी होता है कि अलग रिश्ते में कुछ चीज सही नहीं है तो उसमें बदलाव किए जाए और उसे ठीक किया जाए। जब किसी रिश्ते में समस्याओं का पता लगाने या उसको हल करने और छोटी मोटी समस्याओं को कुछ बदलावों से हल करके सुलझाने की इच्छा खत्म हो जाती है तो यह भी एक बड़ा संकेत होता है कि आर रिश्ते में रुचि खो रहें है।

किसी भी रिलेशनशिप को स्वस्थ बनाए रखने के लिए साथ में क्वालिटी टाइम बिताना बहुत जरूरी होता है। चित्र एडॉबीस्टॉक।

4 रुचियों में कमी

पार्टनर के साथ कुछ मजेदार गतिविधि करने की आनंद ही अलग होता है। आप अपने शौक या पार्टनर के शौक दोनों को एक साथ पूरा करते है जिससे आपको एक रिश्ते में मजा आता है। यदि आपने अपने साथी के जीवन, गतिविधियों या शौक में रुचि खो दी है। अब आप एक जैसा गतिविधि में शामिल नहीं होते है या एक साथ गुणवत्ता समय बिताने के बारे में उत्साहित महसूस नहीं कर रहें हों तो ये भी एक संकेत हो सकता है।

5 हर बात पर बहस होना

रिश्ते में किसी भी विषय पर बातचीत होना जरूरी होता है। किसी भी मुद्दे पर आप दोनों के बीच मतभेद हो सकता है जिस बात करके आराम से हल किया जा सकता है लेकिन यदि आप दोनों के बीच हर बात को लेकर बहस होती है और वो बहस हर बार लड़ाई में बदल जाती है तो भी आप एक दूसरे से भावनात्मक तरीके से जुड़े नहीं है इसलिए किसी के मन की बात को नही समझ पा रहे है।

ये भी पढ़े-

 

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें

संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

अगला लेख