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खाने का पैटर्न बढ़ा सकता है प्रजनन संबंधी समस्याएं, फैमिली प्लान करनी है, तो छोड़ दें इन 5 चीजों का सेवन

आधुनिक जीवन में कई तरह के बदलाव आ रहे हैं। हम पहले से ज्यादा बिजी होते जा रहे हैं और साथ ही शारीरिक सक्रियता भी कम हुई है। इससे न सिर्फ मोटापा बढ़ रहा है, बल्कि इनफर्टिलिटी की समस्या भी बढ़ रही है।
अस्वास्थ्य खान-पान के कारण भी लोगों में प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है। चित्र- अडोबी स्टॉक
संध्या सिंह Published: 19 Aug 2023, 05:00 pm IST

प्रजनन क्षमता स्वाभाविक रूप से एक संवेदनशील विषय है, जिसके बारे में अगर कुछ भी गलत हो या समस्या हो तो लोग काफी परेशान हो सकते है। आजकल पर्यावरण में बदलाव के कारण लोगों के अस्वास्थ्य खान-पान के कारण भी लोगों में प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है। उम्र के साथ भी प्रजनन क्षमता प्रभावित होती है। ऐसा लगता है कि प्रजनन क्षमता को बनाए रखना हमारे हाथ में नहीं है लेकिन आहार में कुछ चीजों को शामिल करके और कुछ चीजों को हटाकर आप प्रजनन क्षमता को ठीक रख सकते है।

प्रजनन क्षमता के बारे में क्या कहते हैं शोध

नए शोध से पता चलता है कि कुछ आहार पैटर्न प्रजनन क्षमता बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। न्यूट्रिशनल जर्नल में छपे एक क्रॉस-सेक्शनल अध्ययन में पाया गया कि प्रो-इंफ्लेमेटरी आहार से महिलाओं में प्रजनन संबंधी चुनौतियों की संभावना 86% बढ़ जाती है।

इस अध्ययन में कुल 4,437 महिलाओं (प्रजनन संबंधी चुनौतियों वाली 411 और बिना प्रजनन क्षमता वाली 4,026) ने भाग लिया। जो महिलाएं एक विशेष आहार का पालन करती थीं।

खाना कैसे आपकी फर्टिलिटी को प्रभावित करता है। चित्र- अडोबी स्टॉक

प्रत्येक प्रतिभागी ने अपने डाइट्री इंफ्लामेंट्री इंडेक्स (डीआईआई) स्कोर को निर्धारित करने के लिए खाने से संबंधित कुछ प्रश्न पूछे। डीआईआई स्कोर 45 खाद्य मापदंडों को ध्यान में रखता है, जिसमें फाइबर, विटामिन, वसा आदि जैसी चीजें शामिल हैं। डीआईआई स्कोर जितना अधिक होगा, प्रतिभागी के रोजमर्रा के आहार में प्रो-इंफ्लेमेटरी खाद्य पदार्थों का प्रतिशत उतना अधिक होगा।

इस अध्ययन को करने के बाद, शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला कि उच्च डीआईआई स्कोर वाले लोगों में कम स्कोर वाले लोगों की तुलना में प्रजनन संबंधी चुनौतियां होने की संभावना 86% अधिक थी।

क्या होता है प्रो-इंफ्लेमेटरी आहार और कैसे प्रजनन को प्रभावित करता है

प्रो-इंफ्लेमेटरी आहार का अर्थ है इस तरह से खाना जिससे शरीर में पुरानी सूजन बढ़ जाए। सूजन-रोधी खाद्य पदार्थों के उदाहरणों में प्रोसेस्ड शर्करा, प्रोसेस्ड मांस और प्रोसेस्ड कार्बोहाइड्रेट शामिल हैं।

वैजिटेबल फाइबर और ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर आहार और शर्करा और सैट्युरेटिड फैट जैसे अस्वास्थ्यकर आहार कारकों को कम करके इंनफर्टिलिटी के जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।

शोध में कहा गया कि ऐसा कोई एंटी-इंफ्लेमेटरी डाइट नहीं है जो हर किसी के लिए काम करेगा, लेकिन आप रिफाइंड शुगर और प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों को प्राकृतिक, फाइबर युक्त वस्तुओं से बदल सकते है इससे आपको मदद मिल सकती है।

आपका आहार निश्चित रूप से एकमात्र कारक नहीं है जो आपकी प्रजनन क्षमता को प्रभावित करता है। हालाँकि, यह उनमें से एक है जो आपके नियंत्रण में होता है, इसलिए गर्भधारण के लिए प्रो-इंफ्लेमेटरी खाद्य पदार्थों को सीमित कर सकते है।

ये फूड्स हैं प्रो-इंफ्लेमेटरी आहार में शामिल

1 रिफांइड कार्बोहाइड्रेट में उच्च

उच्च ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले खाद्य पदार्थ, जैसे कि मीठे स्नैक्स, मीठे पेय पदार्थ, और रिफांइड अनाज से बने प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ, रक्त शर्करा और इंसुलिन के स्तर में वृद्धि कर सकते हैं, जो सूजन में योगदान कर सकते हैं।

अपनी डाइट में शामिल करें यह खास फर्टिलिटी बूस्टर फूड्स। चित्र शटरस्टॉक।

2 अस्वास्थ्यकर वसा

ट्रांस फैट और सैट्युरेटिड फैट, जो आमतौर पर तले हुए खाद्य पदार्थों, फास्ट फूड और प्रसंस्कृत स्नैक्स में पाए जाते हैं, सूजन पैदा कर सकते हैं और हृदय स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।

3 प्रसंस्कृत मांस

सॉसेज, हॉट डॉग और डेली मीट जैसे प्रसंस्कृत मांस में अक्सर योजक और प्रेजरवेटिव होते हैं जो सूजन को बढ़ा सकते हैं।

4 शर्करा और आर्टिफिशियल स्वीटनर

अतिरिक्त शर्करा और आर्टिफिशियल स्वीटनर का अत्यधिक सेवन सूजन और अन्य चयापचय समस्याओं में योगदान कर सकता है।

5 एंटीऑक्सीडेंट की कमी

फलों और सब्जियों की कम मात्रा वाले आहार का मतलब है एंटीऑक्सीडेंट का कम सेवन, जो मुक्त कण नामक हानिकारक अणुओं को निष्क्रिय करके सूजन से निपटने में मदद करते हैं।

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संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

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