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हॉर्मोनल बदलाव भी हो सकते हैं फूड क्रेविंग का कारण, जानिए इसे कैसे मैनेज करना है

जब भी आपको क्रेविंग हो तो आपको उसके बारे में जानने और कारण को पहचानने की बहुत जरूरत है। हो सकता है कि आपकी क्रेविंग का कारण कोई भावानत्मक कारण हो। आपको ये जानना चाहिए कि आपको सिर्फ किसी एक चीज की क्रेविंग होती है या बहुत सी अलग अलग चीजों की क्रेविंग होती है।
हार्मोनल बदलाव प्रगनेंसी के समय, मेनोपॉज या पीरियड क्रेविंग के कारण हो सकते है। चित्र- अडोबी स्टॉक
संध्या सिंह Updated: 19 Apr 2024, 21:17 pm IST
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हम इंसान है और हमे कभी न कभी फूड क्रेविंग जरूर होती है। कभी मीठा खाने की इच्छा, कभी तला हुआ, कभी अपना मन पसंद खाने की इच्छा, कभी घर का मां के हाथ का खाना। ऐसे कई कारण है जिससे हमे एक निश्चित खाना खाने का मन कर सकता है। ज्यादा तर मामलों में ऐसा नहीं होता है कि हम किसी पोषण से भरपूर खाने की इच्छा करते है। ज्यादातर क्रेविंग की जड़े भावनात्मक हो सकती हैं। हर बार आपको क्रेविंग बुरी चीज लगती होगी लेकिन इसको अगर ठीक से समझा जाएं तो शायद आपको इससे आसनी से निपटने में मदद मिल सकती है।

हार्मोनल बदलाव प्रगनेंसी के समय, मेनोपॉज या पीरियड क्रेविंग के कारण हो सकते है। कुछ भावनात्मक प्रतिक्रियाएं भी आपको क्रेविंग की तरफ ले जा सकती है। यदि किसी परीक्षा में अच्छा प्रदर्शन करने पर आपको कैंडी दी जाती है, तो ये आपके वयस्कता में मिठे की क्रेविंग पैदा कर सकती हैं। पोषक तत्वों की कमी या अन्य स्वास्थ्य स्थितियां भी आपको किसी विशेष भोजन की लालस का कारण बन सकती है।

जब भी आपको क्रेविंग हो तो आपको उसके बारे में जानने और कारण को पहचानने की बहुत जरूरत है। चित्र शटरस्टॉक

चलिए जानते हैं आप अपनी क्रेविंग को कैसे शांत कर सकते है

समझें क्यों हो रही है क्रेविंग

जब भी आपको क्रेविंग हो तो आपको उसके बारे में जानने और कारण को पहचानने की बहुत जरूरत है। हो सकता है कि आपकी क्रेविंग का कारण कोई भावानत्मक कारण हो। आपको ये जानना चाहिए कि आपको सिर्फ किसी एक चीज की क्रेविंग होती है या बहुत सी अलग अलग चीजों की क्रेविंग होती है।

शायद इससे आपका कोई इतिहास जुड़ा हुआ हो सकता है। अगर आपकी लालसा का कोई भावनात्मक कारण है, तो इसकी तह तक जाने से अक्सर आपको नियंत्रण में रखने में मदद मिल सकती है।

विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ खाएं

आपके शरीर को विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थों से आवश्यक पोषक तत्व और विटामिन मिलते हैं, और कोई भी भोजन आपके लिए आवश्यक मात्रा में सभी पोषक तत्वों की आपूर्ति नहीं कर सकता है। विभिन्न प्रकार के खाद्य पदार्थ खाने से संतुलित आहार और आपके लिए हर दिन जरूरी पोषक तत्व प्राप्त करना आसान हो जाता है।

कभी-कभी क्रेविंग यह संकेत दे सकती है कि आपमें किसी विशेष पोषक तत्व की कमी है। उदाहरण के लिए, यदि आप मिठा चाहते हैं, तो आपमें क्रोमियम की कमी हो सकती है, जो कुछ फलों सहित कई खाद्य पदार्थों में पाया जाने वाला खनिज है।

जब आप थके हुए होते हैं तो क्रेविंग अचानक बढ़ सकती है। चित्र : शटरस्टॉक

भोजन और स्नैक्स के लिए प्लान करे

दिन या सप्ताह के लिए अपने भोजन और स्नैक्स की योजना बनाएं, ताकि आप कन्फयूज होने से बच सकें। यदि आप जानते हैं कि आप दिन भर में क्या खाएंगे, तो भूख लगने पर आप जंक फूड नहीं खाएंगे। हर दिन एक ही समय पर भोजन करें और भोजन के बीच भूख को रोकने के लिए पौष्टिक स्नैक्स के विकल्प रखें, जो क्रेविंग को ट्रिगर कर सकता है।

पर्याप्त नींद लेना है बहुत जरूरी

जब आप थके हुए होते हैं तो क्रेविंग अचानक बढ़ सकती है। जब आपकी रात की नींद खराब हो जाती है, तो आपको एनर्जी केलिए कार्बोहाइड्रेट और चीनी की क्रेविंग होने की अधिक संभावना होती है। नींद की कमी भूख में वृद्धि करती है। जब आप अत्यधिक थके हुए होते हैं, तो आपका थका हुआ दिमाग जंक फूड चाहता है इससे आपकी क्रेविंग और अधिक बढ़ जाती है।

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संध्या सिंह

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

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