यदि आप भी फुल टाइम जॉब करते हैं, तो आप अधिकांश घंटे अपने कलीग के साथ बिताते ही होंगे। यह भी संभावना है कि आप उनमें से कम से कम कुछ के साथ दोस्ती भी कर चुके होंगे। यह आपके वर्कप्लेस के आनंद और आपके मानसिक स्वास्थ्य दोनों के लिए अच्छा है। मगर कभी-कभी ऑफिस के यही दोस्त तनाव का कारण बन जाते हैं। तब आप सोचते हैं कि अच्छा होता कि आप किसी से दोस्ती ही न करते। मगर ऐसा नहीं है, यह स्थिति और भी खराब हो सकती है। वास्तव में वर्कप्लेस पर दोस्ती के लिए कुछ नियम होते हैं, जिनका आपको ध्यान रखना चाहिए। यह आपको तनाव मुक्त होकर ज्यादा बेहतर तरीके से काम करने में मददगार साबित होंगे।
ऑफिस में दोस्त बनाना एक पॉजिटिव वर्कप्लेस कल्चर का हिस्सा हो सकता है। यह कलीग के बीच संबंधों को मजबूत करता है और आपको एक विश्वासपूर्ण और सहयोगी माहौल बनाने में मदद करता है। इससे न केवल कर्मचारियों का मनोबल बढ़ता है, बल्कि उत्पादकता भी बढ़ती है ।
इस बारे में अधिक जानने के लिए हमने बात की रिलेशनशिप एक्सपर्ट रुचि रूह से। रुचि रूह ने बताया कि वर्कप्लेस पर दोस्ती में कुछ डू (Do) और डोन्ट (Don’t) बताए हैं।
ऑफिस पर सकारात्मक दृष्टिकोण रखना बहुत जरूरी है। जब आप सकारात्मक व्यक्तित्व बनाए रखते हैं, तो आपके सहकर्मी आपके आसपास रहना चाहेंगे। यह आपको अन्य सकारात्मक, एनर्जेटिक व्यक्तियों को ढूंढने में भी मदद कर सकता है जिनके साथ आप विचारों पर बात कर सकते हैं। एक सकारात्मक मानसिकता दूसरों को भी सकारात्मक सोचने और काम करने के लिए प्रेरित कर सकती है।
अपने सहकर्मियों से बात करने की कोशिश करें। जब आप अपनी शिफ्ट के लिए आएं और जब अंत में जाएं तो अपने सहकर्मियों को “हैलो” और “बाय” कहें। उनके वीकेंड, शौक या किसी भी जानकारी के बारे में एक दोस्त की रूप में सवाल पूछें। उन पर ध्यान देना और उनके बारे में सवाल पूछना दिखाता है कि आप उनकी परवाह करते हैं।
अपने डेस्क पर खाना खाने के बजाय, अपने ऑफिस की रसोई, कैफेटेरिया या ब्रेक रूम में लंच करें। या, यदि आस-पास कोई अच्छा रेस्तरां या कॉफ़ी शॉप है, तो सहकर्मियों से पूछें कि क्या वे लंच ब्रेक पर वहां जाना चाहते हैं। सहकर्मियों को एक कप कॉफी या लंच के लिए पूछ कर आपको बाहर के लोगों से मिलने में मदद मिल सकती है, और आप एक-दूसरे को बेहतर तरीके से जान सकते है।
अपने ऑफिस की दोस्ती को बेहतर बनाने का दूसरा तरीका अपने कलीग की मदद करना है। अगर वे विशेष रूप से मदद नहीं मांगते हैं, तब भी आप कुछ ऐसा करने की कोशिश कर सकते हैं जिसकी वे आपकी सराहना करें, जैसे मेल छोड़ना या किसी प्रोजेक्ट को पूरा करने में उनकी मदद करना।
हालांकि परिवार और शौक के बारे में अपने मन के प्रश्न पूछना ऑफिस में दोस्ती शुरू करने का एक अच्छा तरीका हो सकता है, व्यक्तिगत प्रश्न पूछना जो आपको सहकर्मी को असहज कर सकता है, ठीक नहीं है।
दोस्ती में बहुत सारी बातें होती हैं। खासतौर से तब जब आप साथ में आठ-दस घंटे बिताते हैं। मगर इस दौरान कभी भी उन बातों को शेयर न करें जो आपकी बेहद निजी हैं। ये आपकी डिग्निटी और स्पेस दोनों के लिए खतरा हो सकती हैं।
आपको खुद भी दूसरों से ऐसे प्रश्न नहीं पूछने चाहिए जो अत्यधिक व्यक्तिगत हों। ऐसा करने से संभवतः आपका सहकर्मी असहज महसूस करेगा। यह किसी के प्रेम, परिवार, पास्ट लाइफ या पैसे के बारे में भी हो सकती है।
ऑफिस पर प्रोफेशनल दोस्त बनाए रखने के लिए, कुछ ऐसे विषय हैं जिनसे आपको कलीग के साथ ऑफिस के अंदर और बाहर दोनों जगह, बातचीत करने से बचना चाहिए। ऐसी किसी भी बात से बचें जो उचित नहीं है, जिसमें राजनीति, धर्म, आपराधिक गतिविधि या पैसे मुद्दे, कंपनी की नकारात्मक बातें शामिल हैं।
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कस्टमाइज़ करेंभूलकर भी किसी के बारे में गॉसिप करने से बचें। हर ऑफिस में कुछ न कुछ उठापटक चलती रहती है। जिनमें कुछ सहज हाेता है तो कुछ अस्वभाविक। मगर किसी भी तरह की ऑफिस पॉलीटिक्स में शामिल होने से आपको बचना चाहिए।
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