संक्रमित व्यक्ति के जननांगों को छूने से भी फैल सकता है मंकीपॉक्स, डरने से बेहतर है इससे बचाव करना
मंकीपॉक्स ने अब तक कई लोगों को अपनी चपेट में लिया है। भारत में भी इसके कई केस सामने आ रहे हैं। मंकीपॉक्स को कई देशों में हेल्थ इमरजेंसी की तरह देखा जा रहा है, क्योंकि यह तेज़ी से फैलने की क्षमता रखता है। यह वायरस विशेष रूप से समलैंगिक पुरुषों के यौन नेटवर्क के माध्यम से प्रसारित होता है, लेकिन निकट संपर्क के अन्य रूपों के माध्यम से भी फैल सकता है। ऐसे में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा मंकीपॉक्स को यौन संचारित संक्रमण (Monkeypox as STI) के रूप में पुनर्वर्गीकृत किया जा सकता है।
जानिए क्या कहते हैं आंकड़े
अमेरिकी राष्ट्रीय स्वास्थ्य एजेंसी सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) का कहना है कि समलैंगिक पुरुषों में मंकीपॉक्स के मामले 94% और कुल मिलाकर पुरुषों में 99% मामले होते हैं। यूके स्वास्थ्य सुरक्षा एजेंसी (यूकेएचएसए) के डेटा से पता चलता है कि ब्रिटेन में अब 3,000 से अधिक मामले हैं, जिनमें 97 प्रतिशत समलैंगिक पुरुषों में हैं।
किस तरह फैलता है मंकीपॉक्स?
मंकीपॉक्स से पीड़ित व्यक्ति के मंकीपॉक्स रैश, या शरीर के तरल पदार्थ के सीधे संपर्क में आना।
वस्तुओं, कपड़ों (कपड़े, बिस्तर, या तौलिये), और सतहों को छूना जो मंकीपॉक्स वाले किसी व्यक्ति द्वारा उपयोग किए गए हैं।
श्वसन स्राव के संपर्क में आना
मंकीपॉक्स वाले व्यक्ति के मुख, गुदा और योनि, सेक्स या जननांगों (लिंग, अंडकोष, लेबिया और योनि) या गुदा (बटहोल) को छूना।
गले लगाना, मसाज करना और चूमना।
लंबे समय तक आमने-सामने संपर्क में रहना।
सेक्स के दौरान ऐसे कपड़ों और वस्तुओं को छूना जिनका इस्तेमाल मंकीपॉक्स से पीड़ित व्यक्ति द्वारा किया गया है और जिन्हें कीटाणुरहित नहीं किया गया है, जैसे बिस्तर, तौलिये, फेटिश गियर और सेक्स टॉयज।
आखिर क्यों मंकीपॉक्स हो सकती है एक एसटीडी?
कई अध्ययनों का मानना है कि मंकीपॉक्स के रूप में जाना जाने वाला वायरल प्रकोप एक एसटीडी है, जो समलैंगिक पुरुषों को संक्रमित करने की अधिक संभावना है। पिछले महीने में, तीन नए अध्ययनों ने निष्कर्ष निकाला कि मंकीपॉक्स मुख्य रूप से पुरुषों के बीच संभोग के माध्यम से फैलता है। जैसा कि पहले के आंकड़ों से पता चलता है कि यह सेक्स के दौरान त्वचा के संपर्क के कारण होता है।
प्रतिष्ठित ब्रिटिश मेडिकल जर्नल लैंसेट में प्रकाशित, मंकीपॉक्स से जुड़े अध्ययनों का भी इस बात को खारिज करता है कि मंकीपॉक्स सिर्फ स्किन – टु – स्किन कॉन्टैक्ट से नहीं फैलता है। यह वीर्य (Sperm) के तरल पदार्थ से भी फैलता है।
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