इस गर्मी स्कैल्प स्किन को ठंडक प्रदान कर संक्रमण से बचाव में मदद करेंगे ये 5 DIY स्कैल्प मास्क
स्कैल्प स्किन के बालों के नीचे छिपे होने के कारण वे अधिक गर्म रहते हैं। हम नियमित रूप से हेड वॉश भी नहीं करते, इसलिए उन्हें ठंडक प्रदान करना बेहद महत्वपूर्ण है।
गर्मी में मौसम में स्कैल्प स्किन से सबसे अधिक पसीना आता है। साथ ही साथ बालों से पूरे दिन ढके रहने के कारण यह जल्दी ड्राई नहीं हो पाते और इन पर तमाम प्रकार के संक्रमण फैलाने वाले बैक्टीरिया और जर्म पनपना शुरू हो जाते हैं। इस स्थिति में संक्रमण का खतरा बढ़ जाता है। वहीं दूसरी ओर स्कैल्प स्किन के बालों के नीचे छिपे होने के कारण वे अधिक गर्म रहते हैं। हम नियमित रूप से हेड वॉश भी नहीं करते, इसलिए उन्हें ठंडक प्रदान करना बेहद महत्वपूर्ण है। आज हम आपको बताएंगे कुछ खास घरेलू नुस्खे, जो स्कैल्प को ठंडक प्रदान करने के साथ ही इन्हे संक्रमण से भी बचाएंगे (DIY scalp cooling mask)।
चंदन की कूलिंग प्रॉपर्टी से तो हम सभी वाकिफ हैं। इसके अलावा चंदन में एंटीबैक्टीरियल, एंटीफंगल और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज पाई जाती है, जो आपकी स्कैल्प स्किन को तमाम प्रकार के संक्रमण से प्रोटेक्ट करती हैं। इसके अलावा गर्मी के मौसम में इन्हें अप्लाई करने से सिर ठंडा रहता है, जिससे कि इन पर रैशेज नहीं निकलते। चंदन स्टिक को गिसकर या चंदन पाउडर और गुलाबजल को मिलाकर इसका पेस्ट तैयार करें और इसे अपने स्कैल्प पर अप्लाई करें। फिर इसे 15 से 20 मिनट तक लगा हुआ छोड़ दें, जबतक यह पूरी तरह ड्राई न हो जाए। उसके बाद सामान्य पानी से स्कैल्प को साफ कर लें और आप शैंपू भी कर सकती हैं।
मेहंदी में एंटीफंगल और एंटीमाइक्रोबॉयल प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो बाल एवं स्कैल्प की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकती है। इसके इस्तेमाल से स्कैल्प में गर्मी के कारण होने वाले संक्रमण का खतरा कम हो जाता है। वहीं यह डैंड्रफ में भी बेहद कारगर साबित हो सकती है। इसमें कूलिंग प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो गर्मी में स्कैल्प को ठंडा रखने में आपकी मदद करती है। बालों पर इसके इस्तेमाल से हेयर ड्राइनेस की समस्या नहीं होती, वहीं बाल मुलायम और शाइनी रहते हैं। मेंहदी की फ्रेश पत्तियों को पीसकर एक स्मूद पेस्ट तैयार करें, आप चाहे तो इसमें एलोवेरा जेल भी ऐड कर सकती हैं। इस पेस्ट को अपने स्कैल्प एवं बालों पर अप्लाई करें और लगभग 20 मिनट तक लगा हुआ छोड़ दें। उसके बाद सामान्य पानी से बालों को साफ कर लें।
गर्मी के मौसम में स्कैल्प काफी ज्यादा ऑयली और चिपचिपी हो जाती हैं। एलोवेरा जेल में एक प्रकार का एंजाइम पाया जाता है, जो फैट को ब्रेकडाउन करता है और एक्सेस सिबम प्रोडक्शन को कंट्रोल करता है। इस प्रकार स्कैल्प चिपचिपी नहीं होती। वहीं इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी पाई जाती है, जो स्कैल्प इंफेक्शन और अन्य स्किन कंडीशन जैसे कि डर्मेटाइटिस के खतरे को कम कर देती है। इसकी कॉलिंग प्रॉपर्टीज स्कैल्प को ठंडक प्रदान करती है, साथ ही साथ यह हेयर फॉलिकल्स के लिए बेहद फायदेमंद होता है और हेयर डैमेज को रोकता है। बाल एवं स्कैल्प पर फ्रेश एलोवेरा जेल अप्लाई करें और इसे लगभग 15 से 20 मिनट तक लगा हुआ छोड़ दें। उसके बाद बालों में शैंपू कर लें।
मुल्तानी मिट्टी में एंटी माइक्रोबॉयल और एंटीफंगल प्रॉपर्टीज पाई जाती है, जो स्कैल्प संबंधी समस्या जैसे की फंगल ओवरग्रोथ के कारण होने वाले डैंड्रफ, इन्फ्लेमेशन, ड्राई स्कैल्प स्किन आदि जैसी समस्याओं से डील करने में मदद करती हैं। इसके साथ ही यह स्कैल्प में ऑयल प्रोडक्शन को भी कंट्रोल करता है, इसका नियमित इस्तेमाल हेल्दी हेयर ग्रोथ को बढ़ावा देता है। इतना ही नहीं गर्मी में यह आपके स्कैल्प को ठंडक प्रदान कर सकती है। मुल्तानी मिट्टी का पेस्ट तैयार कर इसे अपने स्कैल्प एवं बालों पर अप्लाई करें। आप चाहे तो इसमें नींबू या दही भी ऐड कर सकती हैं। इन्हें स्कैल्प पर लगाने के बाद 15 मिनट तक इंतजार करें, उसके बाद इसे साफ कर लें।
छाछ में लैक्टिक एसिड की मात्रा पाई जाती है, जो माइल्ड अल्फा हाइड्रोक्सी एसिड होती है। यह स्कैल्प को एक्सफोलिएट करने में मदद करती है, जिससे कि स्कैल्प के डेड स्किन सेल्स निकल जाते हैं और हेयर फॉलिकल्स स्वस्थ रहते हैं। ऐसे में हेयर ग्रोथ भी प्रमोट होता है। इसके अलावा इसकी कूलिंग प्रॉपर्टीज स्कैल्प को ठंडक प्रदान करती है और इसे जरूरी पोषक तत्व भी देती है, जिससे कि इसकी सेहत बरकरार रहती है। ताजा छाछ को अपने बालों पर अप्लाई करें, और इसे कुछ देर तक लगा हुआ छोड़ दें। उसके बाद सामान्य पानी से बालों को साफ कर लें।