prevention of blindness week 2023 : इन 5 खाद्य पदार्थों के सेवन से आप भी रख सकती हैं अपनी आंखों का ख्याल
अगर हम अपने आहार में विटामिन, मिनरल्स और एंटीऑक्सिडेंटस को शामिल कर लेते हैं, तो आंखों के स्वास्थ्य में सुधार किया जा सकता है। आंखों को स्वस्थ बनाए रखने के लिए करें इन खाद्य पदार्थों का सेवन
ब्लाइंडनेस प्रिवेंशन वीक का मकसद- आंखों की रोशनी को बनाए रखने के लिए सही खान पान बहुत ज़रूरी है। इसी कड़ी में ब्लाइंडनेस प्रिवेंशन वीक 1 से 7 अप्रैल 2023 तक मनाया जा रहा है। इस दौरान भारत सरकार की ओर से नेत्रहीनता के बारे में एक अभियान चलाया जाता है। सालाना होने वाले इस कार्यक्रम में लोगों को इसके लक्षणों से लेकर इसके बचाव तक सभी चीजों की जानकारी दी जाती है। अंधापन एक गंभीर समस्या है। विश्व स्वास्थ्य संगठन डब्ल्यूएचओ के अनुसार दुनियाभर में करीबन 285 मिलियन लोग विजुअली इंपेयर्ड हैं। इनमें से 39 मिलियन लोग ब्लाइंड हैं, जब कि 246 मिलियन कम दृष्टि वाले लोग पाए जाते हैं। चित्र अडोबी स्टॉक
स्क्रीन टाइम करें कम- स्क्रीन टाइम बढ़ने से आंखों की रोशनी दिनों दिन कम होने लगती है। आंखों को स्वस्थ बनाए रखने और रूखेपन को दूर करने के लिए सही पौष्टिक तत्वों का सेवन बेहद ज़रूरी है। इसके लिए मील में विटामिन सी और ई के अलावा जिंक, फैटी एसिड और ल्यूटिन को शामिल करना बेहद ज़रूरी है। आइए जानते हैं, वो खाद्य पदार्थ, जो रखते हैं, हमारी आंखों का ख्याल। चित्र:शटरस्टॉक
खट्टे फलों का सेवन करें- खट्टे फलों में विटामिन सी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। विटामिन ई के सामन ही विटामिन सी एक ऐसा एंटीऑक्सिडेंट है, जो हमारी आंखों की रक्षा करता है। उम्र के साथ होने वाली आंखों की बीमारियों से हमें बचाता है। इसके अलाव विटामिन सी मोतियाबिंद के खतरे से भी बचाने का काम करता है। विज़न लॉस जैसी समस्याएं अपने आप खत्म हो जाती है। इसके लिए हमें अपनी डाइट में नींबू, संतरे, किन्नू, अंगूर, स्ट्रॉबेरी और पपीते को शामिल करना चाहिए। चित्र:शटरस्टॉक
गाजर- गाजर हमारे शरीर में विटामिन ए की कमी को पूरा करने का काम करती है। इसमें पाया जाने वाला बीटा कैरोटीन एक ऐसा एंटीऑक्सिडेंट हैद्व जिसके चलते ये लाल और संतरी रंग की होती है। इसे खाने से हमारी आंखे स्वस्थ रहती है और आंखों से संबधी रोगों से भी बचाव होता है। इसमें बीटा कैरोटीन के साथ ल्यूटिन भी पाया जाता है। ये दोनों तत्व नाइट विज़न में सहायक होते है। चित्र:शटरस्टॉक
पालक- हरी पत्तेदार सब्जियां आंखों की रोशनी बढ़ाने का काम करती है। खासतौर से पालक में ल्यूटिन और ज़ेक्सैन्थिन जैसे तत्व पाए जाते हैं, जो हमारे शरीर में कई मज़बूत एंटीआक्सीडेंटस प्रोडयूस करते है। साथ ही ये आई फ्रेंडली विटामिन सी के भी रिच सोर्स हैं। इनकी पूर्ति से मेकयुलर डीजेनेरेशन की समस्या अपने आप हल हो जाती है। हरा स्वास्थ्यप्रद सब्जियों में पहले स्थान पर है। आपके आहार में पालक आपकी आंखों के स्वास्थ्य में अभी और भविष्य दोनों में सुधार करेगा। मछली- ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर मछली हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है। इसे खाने से शरीर को फिश ऑयल की प्राप्ति होती है। इसके लिए आप टूना, सेनमन, हेरिंग और टराउट मछली का सेवन कर सकते है। इनमें ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा सबसे अधिक पाई जाती है। मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक फिश ऑयल हमारी आंखों के रूखेपन को दूर करने का काम करता है। चित्र : शटरस्टॉक
मछली- ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर मछली हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है। इसे खाने से शरीर को फिश ऑयल की प्राप्ति होती है। इसके लिए आप टूना, सेनमन, हेरिंग और टराउट मछली का सेवन कर सकते है। इनमें ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा सबसे अधिक पाई जाती है। मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक फिश ऑयल हमारी आंखों के रूखेपन को दूर करने का काम करता है। मछली- ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर मछली हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है। इसे खाने से शरीर को फिश ऑयल की प्राप्ति होती है। इसके लिए आप टूना, सेनमन, हेरिंग और टराउट मछली का सेवन कर सकते है। इनमें ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा सबसे अधिक पाई जाती है। मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक फिश ऑयल हमारी आंखों के रूखेपन को दूर करने का काम करता है।मछली- ओमेगा 3 फैटी एसिड से भरपूर मछली हमारे शरीर के लिए बेहद फायदेमंद है। इसे खाने से शरीर को फिश ऑयल की प्राप्ति होती है। इसके लिए आप टूना, सेनमन, हेरिंग और टराउट मछली का सेवन कर सकते है। इनमें ओमेगा 3 फैटी एसिड की मात्रा सबसे अधिक पाई जाती है। मेडिकल न्यूज टुडे के मुताबिक फिश ऑयल हमारी आंखों के रूखेपन को दूर करने का काम करता है। चित्र : शटरस्टॉक
हरी मटर- हरी मटर में कैरोटीनॉयड ल्यूटिन और ज़ेक्सैन्थिन पाए जाते हैं, जो आंखों को स्वस्थ रखने का काम करते है। ये आई फ्रेंडली पोषक तत्व डिजिटल स्क्रीन की रेशनी के प्रभाव को कम करने और आंखों की इससे रक्षा करने का भी काम करते है। हरी मटर में फाइबर भी भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। इससे हमारे शरीर का पाचनतंत्र मज़बूत होता है। चित्र : शटरस्टॉक